उज्जैन। कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा से जुड़े विवाद थमने का नाम नहीं ले रहे हैं. मथुरा से लेकर मध्य प्रदेश तक प्रदीप मिश्रा का विरोध लगातार बढ़ता ही जा रहा है. बीते दिन जहां मथुरा में विद्वत परिषद की बैठक में चार दिन का समय प्रदीप मिश्रा को माफी मांगने का समय दिया गया है. वहीं उज्जैन में भी मौनी तीर्थ के महामंडलेश्वर सुमनानद गिरी महाराज ने प्रदीप मिश्रा के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की मांग की है.
प्रदीप मिश्रा खुद को बोलें गंवार
महामंडलेश्वर सुमनानंद गिरी महाराज ने कहा कि पंडित प्रदीप मिश्रा द्वारा दिए बयान से मेरी नितांत निजी धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची है. अतः उनके विरुद्ध प्रकरण पंजीबद्ध कर आवश्यक कार्रवाई की जाए. महामंडलेश्वर सुमनानद ने प्रदीप मिश्रा के तुलसीदास पर दिए बयान पर आपत्ति जताई है. उन्होंने कहा कि मैं इस बयान से अत्यंत व्यथित और अवसाद में हूं. सुमनानद गिरी महाराज ने कहा कि प्रदीप मिश्रा खुद को गंवार मानें तो ठीक है. वहां तक बात समझ में आती है, लेकिन महान संत तुलसीदास जी से अपनी तुलना करना उन्हें शोभा नहीं देता.
उज्जैन में प्रदीप मिश्रा के खिलाफ आवेदन
गोस्वामी तुलसीदास जी मेरे परम आराध्य हैं. प्रदीप मिश्रा ने वैचारिक आस्था की हत्या की है. उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए. अन्यथा विवश होकर न्यायालय जाना पड़ेगा. महामंडलेश्वर ने जीवाजीगंज थाने में एफआईआर दर्ज कराने को लेकर आवेदन दिया है. वहीं मामले में जांच अधिकारी 'डीएस रावत ने कहा की पंडित प्रदीप मिश्रा द्वारा राधा रानी और तुलसीदास जी को लेकर बयान दिया गया था. इसको लेकर महामंडलेश्वर सुमनानद महाराज द्वारा एक आवेदन दिया गया है, इसकी जांच की जा रही है. जांच के बाद आगे कार्रवाई की जाएगी.'
राधारानी और तुलसीदास पर दिया था बयान
गौरतलब है कि पंडित प्रदीप मिश्रा ने कुछ दिनों पहले 'राधारानी पर बयान दिया था. जिसे लेकर प्रेमानंद महाराज और ब्रेजवासियों ने आपत्ति जताई. ब्रजवासियों ने प्रदीप मिश्रा को माफी मांगने के लिए चार दिन का वक्त दिया है. तब तक ब्रज में उनकी एंट्री पर रोक लगा दी है. इसके अलावा तुलसीदास पर भी प्रदीप मिश्रा ने बयान देते हुए उन्हें गंवार कहा था.'