सुकमा\जगदलपुर: छत्तीसगढ़ में 14 नवंबर से समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी चल रही है. इस महीने 31 जनवरी तक सरकार किसानों का धान खरीदेगी. धान खरीदी के दौरान कुछ जगहों पर किसानों ने परेशानी का आरोप लगाया है. गुरुवार को सुकमा नेशनल हाइवे 30 में किसानों ने जाम लगा दिया. धान लेकर ट्रैक्टर से पहुंचे किसानों ने आरोप लगाया कि खरीदी केंद्रों में बोरियों की कमी के कारण धान का उठाव नहीं हो रहा है. जिससे वे धान नहीं बेच पा रहे हैं.
किसानों ने सुकमा एनएच 30 जाम किया: छिंदगढ़ ब्लॉक में स्थित धान खरीदी केंद्र में आसपास के किसान रोजाना धान लेकर बेचने पहुंच रहे हैं. जिन किसानों के पास अपनी गाड़ियां नहीं है वो ट्रैक्टर किराए पर लेकर अंदरूनी इलाकों से धान लेकर खरीदी केंद्र पहुंच रहे हैं. लेकिन धान खरीदी केंद्र पहुंचने के बाद किसानों का धान उठाव नहीं होने का हवाला लेकर वापस लौटाया जा रहा है. गुरुवार को भी ऐसी ही स्थिति बनी. जिसके बाद आक्रोशित किसानों ने छिंदगढ़ में नेशनल हाइवे 30 जाम कर दिया. किसानों ने आरोप लगाया कि बारदाने की व्यवस्था करने का काम सरकार का है. लेकिन सरकार कोई व्यवस्था नहीं कर पा रही है.
बारदाने की कमी के कारण खरीदी न होने पर आक्रोशित किसानों ने पाकेला के पास नेशनल हाइवे पर धान से भरी गाड़ियां खड़ी कर जाम लगा दिया. जाम के कारण नेशनल हाइवे 30 में पाकेला के दोनों तरफ गाड़ियों की लंबी कतार लग गई. जाम की जानकारी लगते ही थाना प्रभारी छिंदगढ़ व तहसीलदार मौके पर पहुंचे. मान मनोवल करने के बाद किसानों ने रास्ता छोड़ा.
सीएम साय ने माना, बारदानों की हो रही कमी: बस्तर पहुंचे छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने किसानों के चक्का जाम पर अपनी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने माना कि धान खरीदी के दौरान बारदाने की कमी हो रही है. सीएम ने कहा कि थोड़ी बहुत समस्या कुछ जगहों पर होगी. लेकिन सरकार इसकी पूरी निगरानी कर रही है. सभी जिला कलेक्टर को समस्या का तुरंत निराकरण करने का निर्देश दिया गया है.