कवर्धा: छत्तीसगढ़ समृद्ध किसान संघ के बैनर तले जिले के सैकड़ों किसान शुक्रवार को सड़क पर विरोध प्रदर्शन करने उतरे. इन किसानों ने भोरमदेव शक्कर कारखाने के सामने विरोध प्रदर्शन कर अपनी मांगों को लेकर झापन सौंपा. 14 सूत्रीय मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन किया.
सड़कों पर लगी रही लंबी कतार: किसानों ने कवर्धा-जबलपुर नेशनल हाईवे 130 ए पर चक्काजाम कर नारेबाजी की. किसानों के प्रदर्शन के कारण कुछ ही देर में सड़क पूरी तरह जाम हो गया. सड़क के दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतार लग गई.
14 सूत्रीय मांगों को लेकर सौंपा ज्ञापन: इस दौरान किसानों ने अपनी 14 सूत्रीय मांगों को लेकर जिले के निजी शक्कर कारखाना के अधिकारी को ज्ञापन सौंपा. इस पर शक्कर कारखाना एमडी, बोड़ला, तहसीलदार कृषि अधिकारी को बुलाया गया. जिला स्तर की समस्या के जल्द समाधान करने का आश्वासन दिया गया. वहीं राज्यस्तरीय मांग को शासन को भेजने की बात पर किसान अपने चक्काजाम को समाप्त कर लौट गए.
हमने अपनी 14 सूत्रीय मांगों को लेकर अधिकारी को ज्ञापन सौंपा है. उनकी ओर से जल्द हमारी मांगों को पूरा करने का आश्वासन मिला है. -शत्रुघ्न वर्मा, प्रदेश अध्यक्ष, समृद्ध किसान संघ
किसान संघ ने अपनी 14 मांगों को लेकर ज्ञापन दिया है. पांच अलग-अलग विभागों की मांग थी. उसे सम्बंधित विभाग को भेजा गया है. वहीं शासन की ओर से जो मांग है, उसे भेजा जाएगा. -जीएम शर्मा, एमडी, शक्कर कारखाना
बता दें कि किसानों के प्रदर्शन के दौरान भारी संख्या में जवान भी मौजूद रहे. अधिकारियों से मिले आश्वासन के बाद किसानों ने प्रदर्शन खत्म कर दिया.
किसानों की प्रमुख मांगें:
- गन्ना बोनस की राशि और रिकवरी राशि को किसानों के खाते में एकमुश्त दिया जाए.
- कबीरधाम में बढ़ते गन्ना रकबा को देखते हुए जिले के कवर्धा ब्लॉक में एक और शक्कर कारखाना खोला जाए.
- शक्कर कारखानों की क्षमता बढ़ाई जाए.
- शेयर ट्रांसफर में परिवारिक सदस्यों को शामिल किया जाए.
- दोनों शक्कर कारखाना में कार्यरत नियमित, संविदा, ठेका श्रमिकों की सूची प्रदान की जाए.
- धान के पैसे की चौथी किस्त किसानों के खाते में जल्द दी जाए.
- सभी गांवों के बहार कृषि कार्य के लिए खेती से गुजरने के लिए धरसा योजना लागू किया जाए.
- लाल बैराज गोगरा डायवर्सन क्रांति जलाशय सुतिया पाठ बंद का क्षमता विस्तार किया जाए.
- नाहर नाली का विस्तार किया जाए.
- जिले के टावर बम का गहरीकरण और नाली विस्तार किया जाए.
- किसान की जमीन का बटवारा निशुक्ल किया जाए.
- कृषि भूमि की रजिस्ट्री शुल्क बढ़ाई गई है, उस शुल्क को वापस किया जाए.
- रकबा खसरा नक्शा पटवारी के जरिए निशुल्क कराई जाए.