करनालः हरियाणा में स्वास्थ्य सुविधाओं को अपग्रेड करने के लिए राज्य सरकार की ओर से कई कदम उठाए जा रहे हैं. इसी कड़ी में स्वास्थ्य विभाग ने सभी अनुमंडलीय अस्पतालों और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों को फर्स्ट रेफरल यूनिट (FRU) में अपग्रेड करने का निर्णय लिया है. सीधी भाषा में कहें तो अनुमंडल स्तर पर लगभग जिले जैसी स्वास्थ्य सुविधाएं होंगी. इसके लिए आधारभूत संरचनाएं विकसित की जा रही है. कई जिलों में इस पर काम जारी है. इसके तहत FRU में आधुनिक ऑपरेशन थियेटर और ब्लड बैंक की स्थापना होगी. इससे सिजेरियन ऑपरेशन के साथ-साथ इमरजेंसी में होने वाले कई अन्य प्रकार के सामान्य ऑपरेशन के लिए रेफर की नौबत नहीं आएगी.
"नीलोखेड़ी में फर्स्ट रेफरल यूनिट सेवाएं शुरू की जा चुकी है. वहीं इंद्री में जल्द फर्स्ट रेफरल यूनिट खोली जाएगी. इसके लिए तैयारी की जा रही है. तमाम व्यवस्थाओं के लिए आला अधिकारियों को पत्राचार किया गया है. जल्द इस कार्य को अमलीजामा पहनाया जाएगा." लोकवीर, सिविल सर्जन, करनाल
ऑपरेशन थिएटर की सुविधा का मिलेगा लाभ: सिविल सर्जन लोकवीर ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की ओर से जिले के अलग-अलग इलाकों के अस्पताल को फर्स्ट रेफरल यूनिट (एफआरयू) में अपग्रेड किया जाएगा. इससे क्षेत्र के लाखों लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ मिलेगा. अस्पताल में विभिन्न विभागों में डॉक्टर नियुक्त किए जाएंगे. ऑपरेशन थिएटर की सुविधा होने से आपात स्थितियों से निपटा जा सकेगा.
सिजेरियन डिलीवरी अनुमंडल स्तर पर: अस्पतालों के एफआरयू में अपग्रेड होने से गर्भवती महिलाओं के लिए सिजेरियन डिलीवरी स्थानीय स्तर पर संभव हो पायेगा. आमजन को इसका बड़ा लाभ मिलेगा. निजी अस्पतालों में सिजेरियन डिलीवरी के लिए 30-35 हजार रुपये खर्च करने पड़ते हैं. जबकि यहां यह सुविधा फ्री में रहेगी. ऐसे में आमजनों को काफी राहत मिलेगी. अस्पताल में ब्लड स्टोरेज यूनिट भी शुरू कर दी जाएगी. इससे क्षेत्र के मरीजों को लाभ मिलेगा.
FRU में बढ़ जाएगी ये स्वास्थ्य सुविधाएंः एफआरयू में अपग्रेड होते ही संबंधित अस्पताल में सुविधाओं में कई स्तरों पर सुधार किया जाता है. इसके तहत वहां डॉक्टरों और विशेषज्ञ चिकित्सक की संख्या में बढ़ोतरी की जाती है. बेडों की संख्या बढ़ाई जाती है. आपात स्थिति में ब्लड की जरूरत को पूरा करने के लिए ब्लड बैंक की सुविधा, जीवन रक्षक एनेस्थीसिया (Life-saving anesthesia skills) से लैश कर्मियों और दवाइयों की व्यवस्था की जाएगी. सिविल सर्जन लोकवीर ने बताया कि कई जगहों पर ब्लड बैंक के लिए लाइसेंस सहित अन्य कागजी कार्रवाई की जा रही है.