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हिमाचल के स्कूलों में संविधान के मूल्य जानेंगे छात्र, सिलेबस में शामिल होगी संविधान से जुड़ी अध्ययन सामग्री - CONSTITUTION ADDED IN SYLLABUS

हिमाचल सरकार स्कूलों के सिलेबस में संवैधानिक मूल्यों से संबंधित सामग्री का समावेश करेगी. डिटेल में पढ़ें खबर..

शिक्षा विभाग हिमाचल प्रदेश
शिक्षा विभाग हिमाचल प्रदेश (फाइल फोटो)
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By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : 4 hours ago

शिमला: हिमाचल में अब स्कूली बच्चे संविधान के मूल्यों से परिचित होंगे. राज्य सरकार स्कूलों के पाठ्यक्रम में संवैधानिक मूल्यों से संबंधित सामग्री का समावेश करेगी. सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सोमवार को इसकी जानकारी दी. सीएम शिक्षा विभाग की मीटिंग की अध्यक्षता कर रहे थे. इस दौरान सीएम सुक्खू ने कहा कि प्रदेश सरकार छात्रों के सर्वांगीण विकास के लिए गुणात्मक शिक्षा के साथ-साथ कर्त्तव्यों और दायित्वों के बारे में उन्हें शिक्षित करने को विशेष अधिमान दे रही है.

सीएम सुक्खू ने कहा कि राज्य के प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में 6-6 स्कूलों को सभी आवश्यक सुविधाओं से सुसज्जित किया जाएगा. इनमें पर्याप्त स्टाफ, लाइब्रेरी, प्रयोगशाला और अन्य सुविधाएं उपलब्ध होंगी. उन्होंने अधिकारियों को इन स्कूलों को स्थापित करने के लिए सभी औपचारिकताएं समयबद्ध पूर्ण करने के निर्देश दिए. उन्होंने इनके प्रशासनिक नियंत्रण के लिए भी मापदण्ड तैयार करने को कहा. इन सभी स्कूलों के माध्यम से एक सशक्त आधारभूत ढांचा विकसित किया जाएगा.

सभी स्कूलों के लिए वर्षभर की गतिविधियों का कैलेंडर तैयार किया जाएगा, जिसमें प्रत्येक दिन की शैक्षणिक एवं अन्य गतिविधियों का विवरण होगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि व्यवस्था परिवर्तन के ध्येय के साथ शिक्षा विभाग में व्यापक स्तर पर युक्तिकरण की प्रक्रिया पर काम किया जा रहा है. इसके तहत आधारभूत संरचना के सुदृढ़ीकरण के साथ-साथ शिक्षकों की तैनाती से संबंधित सकारात्मक व नवोन्मेषी उपाय किए जा रहे हैं. स्कूल के प्रधानाचार्य को छुट्टी पर जाने वाले अध्यापकों की सूचना नियमित रूप से उप-निदेशक कार्यालय को प्रेषित करनी होगी. इससे स्कूलों में अध्यापकों की उपस्थिति सुनिश्चित करने में मदद मिलेगी.

ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने गेस्ट टीचर नीति पर चर्चा करते हुए कहा कि इस नीति से पठन-पाठन की प्रक्रिया में निरंतरता बनाए रखने में मदद मिलेगी. शैक्षणिक संस्थान के नियमित अध्यापक के छुट्टी पर जाने की स्थिति में योग्य अध्यापकों की सेवाएं ली जाएंगी. इससे बच्चों की पढ़ाई बाधित नहीं होगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि उच्च शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए महाविद्यालयों में भी युक्तिकरण की प्रक्रिया अपनाई जा रही है. महाविद्यालयों में नये विषयों के समावेश के साथ-साथ उनका युक्तिकरण भी किया जा रहा है. बैठक में शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर, सचिव शिक्षा राकेश कंवर, मुख्यमंत्री के ओएसडी गोपाल शर्मा, निदेशक प्रारम्भिक शिक्षा आशीष कोहली, निदेशक उच्च शिक्षा अमरजीत सिंह और वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे.

ये भी पढ़ें: नए साल में व्यवस्था परिवर्तन, क्लास वन व टू अफसरों को नहीं मिलेगी बिजली सब्सिडी

शिमला: हिमाचल में अब स्कूली बच्चे संविधान के मूल्यों से परिचित होंगे. राज्य सरकार स्कूलों के पाठ्यक्रम में संवैधानिक मूल्यों से संबंधित सामग्री का समावेश करेगी. सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सोमवार को इसकी जानकारी दी. सीएम शिक्षा विभाग की मीटिंग की अध्यक्षता कर रहे थे. इस दौरान सीएम सुक्खू ने कहा कि प्रदेश सरकार छात्रों के सर्वांगीण विकास के लिए गुणात्मक शिक्षा के साथ-साथ कर्त्तव्यों और दायित्वों के बारे में उन्हें शिक्षित करने को विशेष अधिमान दे रही है.

सीएम सुक्खू ने कहा कि राज्य के प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में 6-6 स्कूलों को सभी आवश्यक सुविधाओं से सुसज्जित किया जाएगा. इनमें पर्याप्त स्टाफ, लाइब्रेरी, प्रयोगशाला और अन्य सुविधाएं उपलब्ध होंगी. उन्होंने अधिकारियों को इन स्कूलों को स्थापित करने के लिए सभी औपचारिकताएं समयबद्ध पूर्ण करने के निर्देश दिए. उन्होंने इनके प्रशासनिक नियंत्रण के लिए भी मापदण्ड तैयार करने को कहा. इन सभी स्कूलों के माध्यम से एक सशक्त आधारभूत ढांचा विकसित किया जाएगा.

सभी स्कूलों के लिए वर्षभर की गतिविधियों का कैलेंडर तैयार किया जाएगा, जिसमें प्रत्येक दिन की शैक्षणिक एवं अन्य गतिविधियों का विवरण होगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि व्यवस्था परिवर्तन के ध्येय के साथ शिक्षा विभाग में व्यापक स्तर पर युक्तिकरण की प्रक्रिया पर काम किया जा रहा है. इसके तहत आधारभूत संरचना के सुदृढ़ीकरण के साथ-साथ शिक्षकों की तैनाती से संबंधित सकारात्मक व नवोन्मेषी उपाय किए जा रहे हैं. स्कूल के प्रधानाचार्य को छुट्टी पर जाने वाले अध्यापकों की सूचना नियमित रूप से उप-निदेशक कार्यालय को प्रेषित करनी होगी. इससे स्कूलों में अध्यापकों की उपस्थिति सुनिश्चित करने में मदद मिलेगी.

ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने गेस्ट टीचर नीति पर चर्चा करते हुए कहा कि इस नीति से पठन-पाठन की प्रक्रिया में निरंतरता बनाए रखने में मदद मिलेगी. शैक्षणिक संस्थान के नियमित अध्यापक के छुट्टी पर जाने की स्थिति में योग्य अध्यापकों की सेवाएं ली जाएंगी. इससे बच्चों की पढ़ाई बाधित नहीं होगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि उच्च शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए महाविद्यालयों में भी युक्तिकरण की प्रक्रिया अपनाई जा रही है. महाविद्यालयों में नये विषयों के समावेश के साथ-साथ उनका युक्तिकरण भी किया जा रहा है. बैठक में शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर, सचिव शिक्षा राकेश कंवर, मुख्यमंत्री के ओएसडी गोपाल शर्मा, निदेशक प्रारम्भिक शिक्षा आशीष कोहली, निदेशक उच्च शिक्षा अमरजीत सिंह और वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे.

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