गोपालगंज: बिहार के गोपालगंज में हायर एजुकेशन की व्यवस्था नहीं होने के कारण छात्र और युवाओं में रोष है. ये नाराजगी इस हात को लेकर है कि हर बार चुनाव में नेताओं द्वारा अपने मेनिफेस्टो में हायर एजुकेशन का जिक्र तो किया जाता है, लेकिन चुनाव जीतने के बाद धरातल पर कुछ दिखाई नहीं देता. ऐसे में छात्र अपने आप को ठगा महसूस करते हैं. युवाओ की मांग है कि जिले में लॉ कॉलेज, कृषि कॉलेज और यूनिवर्सिटी की व्यवस्था हो साथ ही सत्र समय पर पूरा हो तभी वह वोट करेंगे अन्यथा नही करेंगे.
छठे चरण में होना है मतदान: दरअसल, आगामी 25 मई को छठे चरण में होने लोकसभा चुनाव को लेकर सरगर्मी तेज हो गई है. ऐसे में नेताओं द्वारा एक बार फिर जनता के पास पहुंच कर अपने पक्ष में वोट करने की अपील की जा रही है लेकिन मतदाता भी नेताओं द्वारा किए गए वादों को याद दिला रहे हैं. ऐसे में बात करें जिले के युवा मतदाताओं की तो उनका मानना है कि नेताओं द्वारा हमेशा ही हम लोगों को ठगने का काम किया जाता रहा है. हर बार यहां के नेता वादा तो करते हैं लेकिन वादा को पूरा नहीं करते हैं.
युवाओं का वोट बदलेगा खेल: बता दें कि जिले के छह क्षेत्रों में कुल 20.10 लाख मतदाताओं में अकेले 18 से 39 वर्ष आयु वर्ग के मतदाताओं की संख्या करीब आधी है. आंकड़ों के अनुसार 18 से 39 वर्ष के कुल मतदाताओं की संख्या जिले के छह विधानसभा क्षेत्रों में 9,93,889 है. इनमें पुरुष मतदताओं की संख्या 5,12,184 तथ महिला मतदाताओं की संख्या 4,81,677 है. इन मतदाताओं में से 31,307 मतदाता ऐसे भी हैं जो इस चुनाव में पहली बार अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे.
ज्यादा है पुरुष मतदाताओं की संख्या: कुल मतदाताओं की बात करें तो जिले 20,10,682 मतदाताओं की संख्या है. इसके कुल मतदाता में महिला मतदाताओं की संख्या 09 लाख 89 हजार 969 तथा पुरुष मतदाताओं की संख्या 10,20,633 है. इन मतदाताओं में 18 से 39 वर्ष आयु वर्ग के मतदाताओं की संख्या दस लाख के करीब हैं. इसके अलावा 40 से 49 वर्ष आयु वर्ग के मतदाताओं की 4 लाख 38 हजार 736 हैं.
25 मई को है मतदान: आगामी लोकसभा चुनाव में 30 से 39 वर्ष आयु वर्ग के मतदाताओं की संख्या सबसे अधिक है. जबकि दूसरे नंबर पर 20- 29 वर्ष आयु वर्ग के मतदाता हैं. वहीं युवा मतदाताओं को जागरूक करने के लिए पूरे जिले में स्वीप कोषांग की ओर से अभियान चलाया जा रहा है. इस बीच मतदाताओं को हर हाल में 25 मई को अपने मतदान केंद्र पर पहुंचकर वोट देने की अपील की जा रही है. पहली बार मतदाता सूची में शामिल युवाओं को मतदान को लेकर उत्साह तो है लेकिन नराजगी भी है. इसको लेकर हमारी टीम शहर के कमला राय कॉलेज में पहुंची जहां कुछ छात्र और छात्राओं से बात कर उनका मिजाज जानने की कोशिश की गई.
हायर एजुकेशन कीनहीं है व्यवस्था: इस दौरान छात्र युवा मतदाताओं ने कहा कि नेताओं द्वारा युवाओं को चिकनी चुपड़ी बातों मे फंसाया जाता है. युवकों को रोजगार देने बेहतर शिक्षा की व्यवस्था करने की बात तो करते और वोट लेते हैं लेकिन धरातल पर ऐसा होता नहीं है. यहां के युवाओं को हायर एजुकेशन के लिए बाहर जाना पड़ता है. सबसे ज्यादा समस्या लड़कियों के साथ होती है की वह चाह कर भी हायर एजूकेशन के प्राप्त नहीं कर पाती है क्योंकि यहां कोई व्यवस्था नहीं है.
"इस बार हम लोग विकास के नाम पर और युनिवर्सिटी के नाम पर वोट करेंगे. सेशन हमेशा ही लेट चलता है अभी सत्र 2021 का रिजल्ट नहीं आया है. हम अन्य जगह पढ़ाई करने नहीं जा सकते. यहां पीजी की पढ़ाई नहीं होती है हम लोग चाह कर भी पीजी की पढ़ाई नहीं करते है, क्योंकि अभिभावक हमे बाहर पढ़ने नहीं भेजना चाहते है. शिक्षा व्यवस्था अगर नहीं सुधरेगा तो हम लोग वोट भी नहीं देंगे."-अनीश कुमार, छात्र
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