नई दिल्ली: जेएनयू में छात्रसंघ चुनाव की प्रक्रिया के अंतर्गत गुरुवार को छात्रसंघ चुनाव समिति द्वारा नामांकन फॉर्म जारी कर दिया गया. अब शुक्रवार से छात्रसंघ चुनाव लड़ने के इच्छुक छात्र नामांकन कर सकेंगे. वहीं, छात्रसंघ चुनाव का मामला दिल्ली हाईकोर्ट में जाने को लेकर जेएनयू छात्रसंघ चुनाव समिति के अध्यक्ष शैलेंद्र कुमार ने कहा कि दिल्ली हाईकोर्ट में मामला जाने से उनका कोई लेना देना नहीं है. हाईकोर्ट जेएनयू छात्र संघ चुनाव की प्रक्रिया को लेकर जो भी निर्देश देगा उसका जवाब डीन ऑफ स्टूडेंट को देना है. वह कोर्ट में जवाब दाखिल करेंगी. चुनाव समिति को चुनाव संपन्न कराने की जिम्मेदारी दी गई है. हम अपना काम कर रहे हैं.
उन्होंने आगे कहा कि 15 मार्च को सुबह साढ़े नौ बजे से शाम पांच बजे तक नामांकन होंगे. नामांकन के बाद 16 मार्च की सुबह नौ बजे वैध नामांकन वाले प्रत्याशियों की सूची नोटिस बोर्ड पर जारी कर दी जाएगी. इसके बाद उसी दिन 10 बजे से दोपहर एक बजे तक नाम वापस लिए जा सकेंगे और दोपहर तीन बजे प्रत्याशियों की अंतिम सूची जारी कर दी जाएगी. वहीं, शाम चार बजे सभी छात्र संगठनों के साथ बैठक के बाद प्रेस वार्ता होगी.
बता दें, चुनाव समिति द्वारा 12 मार्च को नई मतदाता सूची जारी की गई थी, जिसके अनुसार इस बार कुल 7,751 से छात्र छात्राएं जेएनयू छात्र संघ के चुनाव में मतदान करेंगे. वहीं, 22 मार्च को जेएनयू में छात्रसंघ चुनाव के मतदान किया जाएगा. इस बार कई कोर्सेज बढ़ने के कारण मतदाता सूची में मतदाताओं की संख्या में बढ़ोतरी होने की संभावना थी, लेकिन एमफिल का कोर्स बंद होने के कारण करीब तीन हजार सीटें कम होने से नए दाखिलों की संख्या में कमी आई, जिससे मतदाताओं की संख्या कम हुई. 2019 में छात्रसंघ का चुनाव 8,000 से अधिक मतदाता थे, जबकि 5,760 छात्रों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था.
हाईकोर्ट में दी गई है छात्रसंघ चुनाव को चुनौती: दिल्ली हाईकोर्ट ने जेएनयू में छात्रसंघ की चुनाव प्रक्रिया को चुनौती देने वाली याचिका पर जेएनयू प्रशासन को नोटिस जारी किया है. बुधवार को मामले की सुनवाई करते हुए जस्टिस सचिन दत्ता की बेंच ने अगली सुनवाई 24 मार्च को करने का आदेश दिया. याचिका जेएनयू की छात्रा साक्षी ने दायर किया है. वह बीए पर्सियन भाषा की छात्रा है.
याचिका में कहा गया है कि लिंगदोह कमेटी की अनुशंसाओं के मुताबिक, एकेडमिक सेशन शुरू होने के छठें से आठवें हफ्ते में चुनाव होना चाहिए, लेकिन फिलहाल ये चुनाव एकेडमिक सत्र के अंतिम चरण में कराने की घोषणा की गई है. जेएनयू प्रशासन को छात्र-संघ चुनाव के लिए लिंगदोह कमेटी की अनुशंसाओं के मुताबिक आयोजित करना चाहिए और इसके लिए एक रेगुलेशन तैयार करना चाहिए.
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