कानपुर/फर्रुखाबादः आजाद समाज पार्टी के मुखिया और नगीना से सांसद चंद्रशेखर आजाद रविवार को वंदे भारत ट्रेन से कानपुर आ रहे थे. तभी वंदे भारत ट्रेन पर किसी ने पत्थर फेंका, जिससे खिड़की का शीशा टूट गया. इस पथराव में चंद्रशेखर बाल-बाल बचे. चंद्रशेखर फतेहपुर जाने के लिए वंदे भारत ट्रेन से दिल्ली से कानपुर सेंट्रल स्टेशन रविवार को पहुंचे थे. वहीं, स्टेशन पर मीडिया से बातचीत करते हुए चंद्रशेखर ने सीएम योगी के 'बटेंगे तो कटेंगे' बयान पर पलटवार किया. इसके साथ ही 'पढ़ेंगे तो आगे बढ़ेंगे और साथ-साथ चलेंगे' का नारा दिया.
चंद्रशेखर ने कहा कि 'बंटेंगे तो कटेंगे' के नारे पर कहा कि सीएम जब मंच पर खड़े होकर हरिजन और गैर हरिजन की बात करते हैं. वो बताएं कि बांटा किसने है? सीसामऊ विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव पर नसीम सोलंकी का समर्थन करते हुए कहा कि जनता को तय करना है कि जब किसी पर जुर्म हो रहा है तो उसकी मदद करनी है या अकेला छोड़ देना है. सीसामऊ सीट से आजाद समाज पार्टी के उम्मीदवार का टिकट कैंसिल होने पर चंद्रशेखर ने कहा कि जिस तरह से टिकट डिस्ट्रीब्यूशन हुआ था. भाजपा के लोगों ने डरकर षड्यंत्र करते हुए हमारे प्रत्याशी का पर्चा कैंसिल करा दिया. लेकिन हम इन सब से डरने वाले नहीं है. जिन सीटों पर हमारे प्रत्याशी लड़ रहे हैं, बेहद दमदारी के साथ लड़ रहे है.
कमालपुर स्टेशन के पास हुआ पथरावः चंद्रशेखर ने आगे कहा कि 'आज सुबह मैं वंदे भारत ट्रेन से दिल्ली से कानपुर की यात्रा कर रहा था. सुबह लगभग 7:12 बजे ट्रेन ने जैसे ही बुलंदशहर जिले के कमालपुर स्टेशन को पार किया. तभी बाहर से किसी असामाजिक तत्व ने पत्थर फेंके, जिससे मेरे से दो सीट आगे बैठे यात्री के पास का शीशा चकनाचूर हो गया. इस घटना से मैं हतप्रभ और स्तब्ध रह गया. इस घटना से न केवल सरकारी संपत्ति को क्षति पहुंची, बल्कि यात्रियों की सुरक्षा पर भी सवाल खड़ा हुआ है.ऐसी घटनाएं निंदनीय हैं और किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं की जा सकतीं है.
आज सुबह मैं वंदे भारत ट्रेन से दिल्ली से कानपुर की यात्रा कर रहा था। सुबह लगभग 7:12 बजे ट्रेन ने जैसे ही बुलंदशहर जिले के कमालपुर स्टेशन को पार किया, तभी बाहर से किसी असामाजिक तत्व ने पत्थर फेंके, जिससे मेरे से दो सीट आगे बैठे यात्री के पास का शीशा चकनाचूर हो गया। इस घटना से मैं… pic.twitter.com/jdkrJwqEKx
— Chandra Shekhar Aazad (@BhimArmyChief) November 3, 2024
सरकार-प्रशासन रोके ऐसी घटनाएंः चंद्रशेखर ने आगे कहा कि एक रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 2022 में ऐसी घटनाओं का आंकड़ा 1503 तक पहुंच गया, जिससे रेलवे को करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ. यह आंकड़ा सोचने पर मजबूर करता है कि आखिर इस तरह की घटनाएं बार-बार क्यों हो रही हैं. ट्रेन पर पथराव से न केवल संपत्ति को क्षति होती है, बल्कि यह यात्रियों के लिए जानलेवा भी साबित हो सकता है. यह समझने की आवश्यकता है कि रेलवे देश की एक अमूल्य संपत्ति है और इसका संरक्षण देश के हम सभी नागरिकों की जिम्मेदारी है. समाज में इस तरह की हरकतें न केवल असुरक्षा की भावना पैदा करती हैं बल्कि हमारे देश की छवि को भी नुकसान पहुंचाती हैं. इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए केंद्रीय रेल मंत्री, रेलवे पुलिस और प्रशासन को सख्त कदम उठाने चाहिए. साथ ही समाज में जागरूकता भी फैलानी चाहिए. माता-पिता और स्कूलों में अध्यापकों द्वारा बच्चों को इस विषय पर जागरूक करना आवश्यक है. इससे न केवल ऐसी घटनाएं कम होंगी, बल्कि रेलवे यात्रियों की सुरक्षा भी सुनिश्चित हो पाएगी. हम सभी को एक जागरूक नागरिक बनना चाहिए. यह देश हमारा है, और देश की संपत्ति की सुरक्षा केवल सरकार की ही नहीं बल्कि हम सबकी नैतिक जिम्मेदारी और संवैधानिक मूल कर्तव्य है.
कानून-व्यवस्था और योगी सरकार पर उठाए सवाल
वहीं, फतेहाबाद में जाति तोड़ो-समाज जोड़ो सामाजिक न्याय महासम्मेलन के कार्यक्रम में चंद्रशेखर आज़ाद ने सरदार पटेल और चौधरी महाराज सिंह भारती को श्रद्धांजलि अर्पित की और अंबेडकर पार्क में बाबा साहेब अंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया. चंद्रशेखर ने कहा कि उत्तर प्रदेश में कानून-व्यवस्था की स्थिति चिंताजनक है. प्रदेश "जंगल राज" की स्थिति में है. उन्होंने कहा कि 2027 के बाद योगी सरकार को सत्ता में वापस नहीं आने दिया जाएगा. भीम आर्मी प्रमुख ने अपने जाति तोड़ो, समाज जोड़ो अभियान के तहत लोगों को एकजुट होने का संदेश दिया और सभी से समतावादी शासन की स्थापना के लिए आगे आने का आह्वान किया. इस दौरान चंद्रशेखर ने प्रदेश की मौजूदा सरकार को तानाशाह करार देते हुए कहा कि जनता को भयमुक्त और समानता पर आधारित समाज का निर्माण करना चाहिए. उन्होंने पत्रकार दिलीप सैनी की हत्या और अन्य आपराधिक घटनाओं का मुद्दा भी उठाते हुए सरकार पर निशाना साधा. इस घटना को संसद में उठाने का वादा किया और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है. चन्द्रशेखर ने वर्तमान समय में दलित पिछड़ों के अधिकार और हिस्सेदारी पर भी चर्चा की. सरकारी नौकरियों को खत्म करने का व निजी क्षेत्र को बढ़ावा देने का सरकार पर आरोप लगाया. महासम्मेलन में जाति जनगणना की मांग और ओबीसी समाज को आबादी के आधार पर हिस्सेदारी की मांग पर भी चर्चा की.