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सुल्तानपुर एनकाउंटर पर उठे सवाल, एक लाख के इनामी मंगेश यादव के पिता बोले- पुलिस घर से उठाकर ले गई - MANGESH YADAV encounter

सुल्तानपुर डकैती में मंगेश यादव के एनकाउंटर पर अब सियासत शुरू हो गई है. परिवार के लोगों ने भी इस पर सवाल खड़े किए. उन्होंने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं. पिता-बहन समेत अन्य परिजनों ने जांच कराने की मांग की है.

मंगेश के पिता और बहन ने एनकाउंटर पर सवाल उठाए.
मंगेश के पिता और बहन ने एनकाउंटर पर सवाल उठाए. (Photo Credit; ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Sep 6, 2024, 2:16 PM IST

परिवार बोला-पुलिस ने मंगेश को 2 दिन कस्टडी में रखा. (Video Credit; ETV Bharat)

जौनपुर : सुल्तानपुर में मंगेश यादव के एनकाउंटर पर परिजनों ने सवाल खड़े किए हैं. परिजनों का कहना है कि पुलिस मंगेश को सोमवार की देर रात घर से उठाकर ले गई थी. पूछने पर बोला था कि पूछताछ के लिए ले जा रहे हैं. एक-दो दिन में छोड़ देंगे. इसके बाद उसे गाली मार दी. साजिश के तहत ऐसा किया गया. यह एनकाउंटर फर्जी है. इसकी जांच होनी चाहिए. वहीं सपा के प्रतिनिधिमंडल ने भी गांव में पहुंचकर परिजनों को सांत्वना दी. सपा मुखिया अखिलेश यादव पहले ही इस एनकाउंटर की सत्यता पर शक जाहिर कर चुके हैं.

मंगेश यादव के एनकाउंटर के बाद बक्सा इलाके के अग्रहरा गांव में परिवार गमगीन हैं. परिवार के लोग पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर रहे हैं. पिता राकेश यादव ने बताया कि बेटी से मुझे जानकारी मिली. पुलिस वाले घर पर आते-जाते रहते थे. पत्नी ने बताया कि मंगेश को पुलिस चौकी में बंद किए हैं. दो दिन पुलिस ने उसे कस्टडी में रखा. इस दौरान घर से कोई भी वहां नहीं गया. घर पर कोई होता तो जाता. घर में केवल बेटी और पत्नी ही थे. पुलिस ने फ्री पाकर बेटे को मार दिया.

पिता ने बताया कि पता चला तो मैं गुजरात से भागकर घर पहुंचा. बेटा सालभर से बिंदास हमारे साथ कंडक्टरी कर रहा था. 3 से 4 महीने से वह घर पर रुक गया था. और कोई मामला नहीं था. अभी कुछ दिन पहले बेटा पैसा लेकर स्कूल में बेटी का नाम लिखाने गया था. मैंने बेटे से कहा कि अपना भी नाम लिखा लो तो वह कहने लगा कि मैं पढ़ूंगा नहीं, मैं गाड़ी चलाऊंगा.

बहन प्रिंसी यादव ने बताया कि भैया पापा के साथ रहते थे. वह पंजाब में रहते थे. पापा वहां ट्रक चलाते है. सोमवार की रात 2 बजे 6 से 7 पुलिसवाले घर पहुंचे थे. वे जबरन भैया को ले गए. पूछने पर कहने लगे कि पूछताछ के बाद छोड़ देंगे. इसके अलावा पुलिस वालों ने कुछ नहीं कहा. भैया पर पहले कोई इनाम घोषित नहीं था.

पड़ोसी बोले- गांव में मंगेश का व्यवहार ठीक था. (Video Credit; ETV Bharat)

पड़ोसी प्रेम चंद यादव ने बताया कि मंगेश को हम उसके बचपन से जानते हैं. मंगेश अपने पापा से साथ रह रहा था. इस समय वह घर पर ही था. पुलिस जब मंगेश को उठाकर ले गई थी, उस समय मैं बाहर था. वह गांव में ठीक तरीके से रहता था.

वहीं सपा का एक डेलिगेशन आज मंगेश यादव के घर पहुंचा. इसमें सपा नेता श्याम बिहारी यादव, पूर्व विधायक लाल बहादुर यादव पूर्व मंत्री संगीता यादव, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष राजबहादुर यादव, सपा जिला सचिव दीनानाथ सिंह, जिला उपाध्यक्ष महेंद्र यादव, विधानसभा क्षेत्र अध्यक्ष रामचंद्र यादव, ऋषि यादव आदि ने परिजनों से जानकारी ली और शोक संवेदना जाहिर की.

जौनपुर से सटे सुल्तानपुर जिले के मेजरगंज इलाके में 28 अगस्त को भरत जी सोनी ज्वैलर्स के यहां डेढ़ करोड़ की डकैती हुई थी. नकाबपोश 5 बदमाशों ने वारदात को अंजाम दिया था. घटना के 2 सीसीटीवी फुटेज भी सामने आए थे. वारदात में जौनपुर के मंगेश यादव का नाम भी शामिल था. पुलिस ने 3 बदमाशों को मुठभेड़ में पकड़ लिया था. उनके पैर में गोली मारी थी. वहीं गुरुवार की सुबह यूपी एसटीएफ ने मंगेश को एनकाउंटर में ढेर कर दिया था.

यह भी पढ़ें : एक लाख का इनामी मंगेश यादव एनकाउंटर में ढेर, सुल्तानपुर में डाली थी 1.5 करोड़ की डकैती

परिवार बोला-पुलिस ने मंगेश को 2 दिन कस्टडी में रखा. (Video Credit; ETV Bharat)

जौनपुर : सुल्तानपुर में मंगेश यादव के एनकाउंटर पर परिजनों ने सवाल खड़े किए हैं. परिजनों का कहना है कि पुलिस मंगेश को सोमवार की देर रात घर से उठाकर ले गई थी. पूछने पर बोला था कि पूछताछ के लिए ले जा रहे हैं. एक-दो दिन में छोड़ देंगे. इसके बाद उसे गाली मार दी. साजिश के तहत ऐसा किया गया. यह एनकाउंटर फर्जी है. इसकी जांच होनी चाहिए. वहीं सपा के प्रतिनिधिमंडल ने भी गांव में पहुंचकर परिजनों को सांत्वना दी. सपा मुखिया अखिलेश यादव पहले ही इस एनकाउंटर की सत्यता पर शक जाहिर कर चुके हैं.

मंगेश यादव के एनकाउंटर के बाद बक्सा इलाके के अग्रहरा गांव में परिवार गमगीन हैं. परिवार के लोग पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर रहे हैं. पिता राकेश यादव ने बताया कि बेटी से मुझे जानकारी मिली. पुलिस वाले घर पर आते-जाते रहते थे. पत्नी ने बताया कि मंगेश को पुलिस चौकी में बंद किए हैं. दो दिन पुलिस ने उसे कस्टडी में रखा. इस दौरान घर से कोई भी वहां नहीं गया. घर पर कोई होता तो जाता. घर में केवल बेटी और पत्नी ही थे. पुलिस ने फ्री पाकर बेटे को मार दिया.

पिता ने बताया कि पता चला तो मैं गुजरात से भागकर घर पहुंचा. बेटा सालभर से बिंदास हमारे साथ कंडक्टरी कर रहा था. 3 से 4 महीने से वह घर पर रुक गया था. और कोई मामला नहीं था. अभी कुछ दिन पहले बेटा पैसा लेकर स्कूल में बेटी का नाम लिखाने गया था. मैंने बेटे से कहा कि अपना भी नाम लिखा लो तो वह कहने लगा कि मैं पढ़ूंगा नहीं, मैं गाड़ी चलाऊंगा.

बहन प्रिंसी यादव ने बताया कि भैया पापा के साथ रहते थे. वह पंजाब में रहते थे. पापा वहां ट्रक चलाते है. सोमवार की रात 2 बजे 6 से 7 पुलिसवाले घर पहुंचे थे. वे जबरन भैया को ले गए. पूछने पर कहने लगे कि पूछताछ के बाद छोड़ देंगे. इसके अलावा पुलिस वालों ने कुछ नहीं कहा. भैया पर पहले कोई इनाम घोषित नहीं था.

पड़ोसी बोले- गांव में मंगेश का व्यवहार ठीक था. (Video Credit; ETV Bharat)

पड़ोसी प्रेम चंद यादव ने बताया कि मंगेश को हम उसके बचपन से जानते हैं. मंगेश अपने पापा से साथ रह रहा था. इस समय वह घर पर ही था. पुलिस जब मंगेश को उठाकर ले गई थी, उस समय मैं बाहर था. वह गांव में ठीक तरीके से रहता था.

वहीं सपा का एक डेलिगेशन आज मंगेश यादव के घर पहुंचा. इसमें सपा नेता श्याम बिहारी यादव, पूर्व विधायक लाल बहादुर यादव पूर्व मंत्री संगीता यादव, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष राजबहादुर यादव, सपा जिला सचिव दीनानाथ सिंह, जिला उपाध्यक्ष महेंद्र यादव, विधानसभा क्षेत्र अध्यक्ष रामचंद्र यादव, ऋषि यादव आदि ने परिजनों से जानकारी ली और शोक संवेदना जाहिर की.

जौनपुर से सटे सुल्तानपुर जिले के मेजरगंज इलाके में 28 अगस्त को भरत जी सोनी ज्वैलर्स के यहां डेढ़ करोड़ की डकैती हुई थी. नकाबपोश 5 बदमाशों ने वारदात को अंजाम दिया था. घटना के 2 सीसीटीवी फुटेज भी सामने आए थे. वारदात में जौनपुर के मंगेश यादव का नाम भी शामिल था. पुलिस ने 3 बदमाशों को मुठभेड़ में पकड़ लिया था. उनके पैर में गोली मारी थी. वहीं गुरुवार की सुबह यूपी एसटीएफ ने मंगेश को एनकाउंटर में ढेर कर दिया था.

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