मेरठ: जिले के हस्तिनापुर क्षेत्र के बस स्टैंड से यूपी एसटीएफ ने एक लाख रुपये के इनामी कुख्यात अपराधी मनप्रीत सिंह उर्फ सनी को गिरफ्तार किया है. इनामी बदमाश ने इसी साल तीरथ सिंह हत्या कर फरार हो गया था और लगातार पुलिस को चकमा दे रहा था. वहीं, यूपी एसटीएफ ने मामले में जानकारी जुटानी शुरू कर दी. इसी क्रम में बुधवार तड़के इनामी मनप्रीत सिंह को गिरफ्तार कर लिया. मनप्रीत सिंह सनी के खिलाफ गैंगस्टर का मुकदमा भी दर्ज है.
अपराधी को पकड़ने के लिए एसटीएफ नोएडा इकाई के अपर पुलिस अधीक्षक राजकुमार के द्वारा पुलिस उपाधीक्षक नवेंदू कुमार और इंस्पेक्टर पीके त्यागी द्वारा प्रयास किए जा रहे थे. नोएडा एसटीएफ को मुखबिर के द्वारा सूचना मिली थी कि ईनामी अपराधी मनप्रीत उर्फ सनी अपने गांव के सरपंच की हत्या करने के लिए अपने साथी से मिलने हस्तिनापुर क्षेत्र में आने वाला है. इस सूचना पर एसटीएफ ने हस्तिनापुर मेरठ की पुलिस को साथ लेकर मुखबिर द्वारा बताए गये इनपुट पर काम किया. जिसके बाद ब मनप्रीत सिंह उर्फ सन्नी को गिरफ्तार कर लिया गया.
एसटीएफ के मुताबिक, गिरफ्तार अभियुक्त मनप्रीत सिंह उर्फ सन्नी ने पूछताछ यह बात कबूल की है कि उसकी उम्र लगभग 31 साल है और वह कक्षा आठ पास है और वर्ष 2012-13 में वह अपने गांव के लड़कों के साथ काम करने के लिए दिल्ली गया था. जहां पर वह बाइक चोरी और मोबाइल छिनैती का काम करने लगा.
उसने बताया कि जनवरी 2014 में अपने साथी कुलजीत सिंह के साथ दिल्ली पुलिस द्वारा पकड़ा भी गया था और जेल गया था. लगभग 4 माह जेल में रहने के साथ जमानत पर बाहर आया. दिल्ली में रहकर वाहन चोरी की घटनाएं करता रहा और दिल्ली पुलिस द्वारा उसे फिर एक बार वर्ष 2016 में चोरी के अपराध में जेल भेजा गया था.
जमानत पर बाहर आने के उपरांत दिल्ली पुलिस द्वारा फिर एक बार वर्ष 2017-18 में वाहन चोरी के अपराध में जेल भेज दिया गया था. मनप्रीत ने पूछताछ में बताया कि गांव में कुछ कार्यो को लेकर दिलदार सिंह और वह आपस में रंजिश रखने लगे थे. जिसके चलते दिलदार सिंह के करीबी रिश्तेदार तीरथ सिंह की हत्या उसने अपने एक साथी के साथ मिलकर कर दी थी.
उसने यह भी खुलासा किया कि उसकी दिलदार सिंह को भी मारने की योजना थी और सज्जन नामक व्यक्ति ने अभियुक्त मनप्रीत सिंह उर्फ सन्नी को हथियार खरीदने के लिए पैसे दिये थे. जिनसे अभियुक्त मनप्रीत सिंह उर्फ सन्नी ने इन्दौर मध्य प्रदेश से पिस्टल खरीदा था. तब हत्या के मामले में उसके विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया गया था. तभी से वह पुलिस की पकड़ में नहीं आ पा रहा था. जिसके चलते अपर पुलिस हानिदेशक, मेरठ जोन, मेरठ द्वारा उसपर एक लाख रुपये का ईनाम घोषित किया गया था. उस पर दिल्ली के अलग-अलग थाना क्षेत्रों समेत मेरठ जिले में भी कई मामले दर्ज हैं.
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