बाड़मेर: राज्य स्तरीय उवर्रक दल ने शुक्रवार को बाड़मेर जिले के भ्रमण के दौरान उर्वरकों की उपलब्धता, वितरण, कालाबाजारी एवं जमाखोरी की स्थिति की समीक्षा की. इसके साथ ही उन्होंने जिला कलेक्टर टीना डाबी से मिलकर उर्वरक की उपलब्धता के बारे में अवगत कराया. जिला कलेक्टर ने राज्य स्तरीय दल को पर्याप्त मात्रा में उर्वरक की आपूर्ति सुनिश्चित करवाने के निर्देश दिए.
राज्य स्तरीय उर्वरक निरीक्षण दल में संयुक्त निदेशक लक्ष्मणराम जाट, गजानंद यादव एवं डीबीटी उर्वरक राज्य समन्वयक संजीव कुमार शामिल रहे. दल ने जिला कलेक्टर एवं अतिरिक्त जिला कलेक्टर राजेन्द्रसिंह चांदावत से औपचारिक मुलाकात कर उर्वरकों की आपूर्ति के बारे में अवगत कराया. संयुक्त निदेशक डॉ आरबी सिंह ने जिले में डीएपी उर्वरक के आवंटित लक्ष्यों को बढ़ाने की आवश्यकता जताई. उन्होंने बताया कि उर्वरकों के सुचारू वितरण एवं शिकायत निवारण के लिए जिला स्तर पर नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है. इसके अलावा चार निगरानी दल गठित किए गए हैं.
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इस दौरान संयुक्त निदेशक लक्ष्मणराम जाट ने जिला कलेक्टर को आश्वस्त किया कि रबी मौसम में डीएपी एवं अन्य उर्वरकों की उपलब्धता जिले में पर्याप्त मात्रा में करने के साथ उर्वरकों की रैक लगाई जा रही है. इसके अलावा फलोदी, जोधपुर एवं जालोर रैक पाइंट से भी बाड़मेर जिले को उर्वरक उपलब्ध करवाया जाएगा. राज्य स्तरीय दल ने उर्वरकों की उपलब्धता एवं वितरण की निगरानी के लिए क्रय विक्रय सहकारी समिति लिमिटेड बाड़मेर, केवीएसएस, बायतु का निरीक्षण करते हुए डीएपी एवं अन्य उर्वरकों की उपलब्धता एवं वितरण आदि को लेकर जानकारी ली.