लखनऊ: उत्तर प्रदेश में कांवड़ यात्रा शुरू हो गई है. सावन मास के पहले दिन बड़ी संख्या में कांवड़िए कांवड़ यात्रा के लिए निकल चुके हैं. पिछले साल की तरह इस साल भी कांवड़ यात्रा के दौरान कोई भी दुर्घटना न होने पाए, इसके लिए उत्तर प्रदेश के ऊर्जा मंत्री अरविंद कुमार शर्मा ने बिजली विभाग के सभी अधिकारियों को सक्रियता बरतने के निर्देश जारी किए हैं. उन्होंने कहा है, कि कांवड़ यात्रा के निर्धारित मार्गो पर कोई दुर्घटना घटित न होने पाए. इसलिए पोल पर पॉलिथीन लगाएं. ट्रांसफार्मर की बांस बल्ली से बैरिकेडिंग करें. ऐसा करने से दुर्घटना से बचा जा सकेगा.
कांवड़ यात्रा मार्गो पर न हो गंदगी: प्रदेश के नगर विकास और ऊर्जा मंत्री अरविंद कुमार शर्मा ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर कांवड़ यात्रा के निर्धारित मार्गो और शिवालयों पर विशेष प्रबंध करने के निर्देश नगर विकास और ऊर्जा विभाग के अधिकारियों को दिए. उन्होंने कहा की कांवड़ यात्रा मार्गों और शिवालयों के आसपास कहीं पर भी गंदगी न होने पाए. साफ सफाई के बेहतर प्रबंध किया जाए. कांवड़ यात्रा मार्गों और शिवालियों के पास स्वच्छ पेयजल की आपूर्ति का भी प्रबंध किया जाए. कांवड़ यात्रा मार्गों और शिवालियों के आस पास रोशनी का आभाव न रहे. विद्युत आपूर्ति बाधित न हो. विद्युत लाइन जर्जर और पोल झुके हुए न हों.
दुर्घटना से सावधानी के बोर्ड लगाएं: ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में विद्युत व्यवस्था दुरुस्त रखें. विद्युत पोल, स्टेवायर, ट्रांसफार्मर सेफ्टी जाली में उतरने वाले करंट की नियमित जांच कराते रहें. स्थाई समाधान के लिए विद्युत पोल की अर्थिंग भी चेक कराएं. स्ट्रीट लाइट के जंक्शन बॉक्स की भी जांच करें. जहां कहीं पर भी सड़क किनारे लाइन नीचे हो या सड़क के पास हो वहां पर दुर्घटना से सावधानी के बोर्ड भी लगाएं.
विद्युत लाइन को संपर्क करती हुई पेड़ों की शाखाओं की छंटनी कराएं. बिजली के स्पर्शाघात से कोई दुर्घटना न हो, इसके सभी प्रबंध किए जाएं. कांवड़ यात्रा मार्गो और शिवालय क्षेत्रों में निर्बांध विद्युत आपूर्ति की जाए, निर्बांध विद्युत आपूर्ति के लिए ट्रॉली ट्रांसफार्मर की व्यवस्था की जाए. कांवड़ यात्रा मार्गो में स्थापित शिविरों को समय से विद्युत कनेक्शन दिया जाए. सभी डिस्काम में मॉनिटरिंग के लिए 24 घंटे कंट्रोल रूम संचालित किया जाए.
बिजली लाइन को करें दुरुस्त: ऊर्जा मंत्री अरविंद कुमार शर्मा कहा, कि बरसात का मौसम है बिजली के पोल, ट्रांसफार्मर की सुरक्षा जाली, स्टेवायर आदि में करंट न उतरे इसकी लगातार निगरानी की जाए. विद्युत पोल को पॉलिथीन से कवर करें. ट्रांसफार्मर की बांस बल्ली से बैरिकेडिंग करें. कांवड़ यात्रा मार्ग में जहां कहीं पर भी विद्युत लाइन सड़क के पास हो या सड़क पार कर रही हो वहां पर विशेष सतर्कता बरतें, जिससे दुर्घटना की संभावना न रहे. ग्रामीण क्षेत्रों में भी एसडीओ, जेई, लाइनमैन लगातार क्षेत्रों की जाकर निगरानी करेंगे.
ऊर्जा मंत्री ने कहा कि नगरीय क्षेत्रों और इसके आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित शिवालयों या पूजास्थलों के आसपास के क्षेत्रों तथा गलियों और सड़कों की साफ सफाई के बेहतर प्रबंधन हो. शुद्ध पेयजल की आपूर्ति सुनिश्चित की जाए. पूजा स्थलों से निकलने वाली पूजा सामग्री का समुचित निपटान के प्रबंध किया जाए. कूड़ा कचरा इधर-उधर न फैले. कांवड़ यात्रा मार्गों और शिवालयों के पास डस्टबिन रखवाए जाएं. पूजा स्थलों को जाने वाली सड़कें, गलियां सही हालात में हों. किसी भी हाल में गड्ढे न हों.
गंगा घाटों में भी बैरिकेडिंग लगाई जाए: ऊर्जा मंत्री ने कहा, कि गंगा घाटों में भी बैरिकेडिंग लगाई जाए. जिससे कोई भी गहरे पानी में न जाने पाए. कहा, कि कावड़ यात्रा मार्गो और शिवालयों के पास श्रद्धालुओं को संचारी रोगों, मच्छर जनित बीमारियों से बचाने के लिए चूना, ब्लीचिंग पाउडर और दवा का छिड़काव करें. कांवड़ मार्गो और शिवालियों के पास मोबाइल टॉयलेट स्थापित किए जाएं. मार्गों पर पड़ने वाले सार्वजनिक और सामुदायिक शौचालयों की साफ सफाई पर ध्यान देंगे. पेय जलापूर्ति के लिए टैंकर की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए. दुर्घटनाएं न हों इसलिए कांवड़ के निर्धारित मार्गो में कहीं पर भी निराश्रित पशु की वजह से समस्या नहीं होनी चाहिए, इसका बेहतर प्रबंधन हो.
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