जयपुर: राजधानी में दीपावली का त्योहार 31 अक्टूबर को मनाया जा रहा है. हालांकि जयपुर के व्यापारी 1 नवंबर को दीपावली मनाने की बात कह रहे हैं. दीपावली पर राजधानी जयपुर में जमकर आतिशबाजी की जाती है और इस दौरान कई हादसे भी देखने को मिलते हैं. जिसे लेकर जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल और ट्रॉमा सेंटर में अस्पताल प्रशासन की ओर से विशेष इंतजाम किए गए हैं, ताकि अस्पताल में पहुंचने वाले मरीजों को तुरंत इलाज मिल सके. दिवाली पर घायल और पटाखों से जलने वाले मरीजों को तुरंत चिकित्सकीय व्यवस्थाएं उपलब्ध करवाने के लिए अतिरिक्त चिकित्सक और मेडिकल स्टाफ तैनात किए गए हैं. दिवाली के दिन हादसों की संभावनाओं को देखते हुए ये व्यवस्थाएं की गई हैं.
मामले को लेकर सवाई मानसिंह अस्पताल के अतिरिक्त अधीक्षक डॉक्टर प्रदीप शर्मा ने बताया कि हर बार दिवाली के त्योहार पर बड़ी संख्या में हादसों में घायल मरीज अस्पताल में पहुंचते हैं. ऐसे में एसएमएस अस्पताल में इमरजेंसी में विशेष व्यवस्थाएं की गई हैं. वहीं क्लॉक वाइज चिकित्सकों और नर्सिंग स्टॉफ की ड्यूटी लगाई गई है. बर्न वार्ड में अतिरिक्त चिकित्सक लगाए गए हैं. क्योंकि दिवाली के त्योहार पर सबसे अधिक पटाखों से जलने के मामले देखने को मिलते हैं.
ट्रॉमा सेंटर में भी विशेष इंतजाम: सवाई मानसिंह अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर के इंचार्ज डॉक्टर अनुराग धाकड़ ने बताया कि किसी भी तरह के हादसे से निपटने के लिए ट्रॉमा सेंटर में अतिरिक्त आर्थोपेडिक चिकित्सक लगाए गए हैं, क्योंकि आम तौर पर पटाखों से जलने के मामले सबसे अधिक सामने आते हैं. लेकिन एक्सीडेंट से जुड़े मामलों में भी वृद्धि देखने को मिलती है. ऐसे में अस्पताल प्रशासन की ओर से तमाम व्यवस्था की गई हैं. हादसों की संभावनाओं को देखते हुए मेडिसिन, ऑर्थोपेडिक, सर्जरी और प्लास्टिक सर्जरी विभाग से जुड़े हुए चिकित्सकों की अतिरिक्त ड्यूटी लगाई गई है