कानपुर: जैसे जैसे यूपी में उपचुनाव की तारीख नजदीक आते जा रही है सियासी पारा चढ़ते जा रहा है. प्रदेश के जिन नौ विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने जा रही है. उनमें कानपुर की एक सीसामऊ विधानसभा सीट भी है. जिसको जीतने के लिए भारतीय जनता पार्टी एड़ी चोटी का जोर लगा रही है और इसीलिए विपक्षी पार्टी सपा लगातार कानपुर में पुलिस प्रशासन पर सत्ता पक्ष के पक्ष में काम करने का आरोप लगा रही है. शुक्रवार को भी एक ऐसी ही घटना घटी जिसके बाद शहर के आर नगर सीट से सपा विधायक अमिताभ बाजपेई फजलगंज थाने में धरने पर बैठ गए.
दरअसल सपा विधायक अमिताभ बाजपेई शुक्रवार सुबह से ही फजलगंज थाने में धरने पर बैठ गए. विधायक के धरने पर बैठने की जानकारी मिलते ही सैकड़ों की संख्या में उनके समर्थक भी थाने पर पहुंच गए. सरकार और कमिश्नरेट पुलिस के खिलाफ सभी ने जमकर नारेबाजी की. सपा विधायक अमिताभ बाजपेई ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि, सुबह वह दर्शन पुरवा इलाके में एक दु:खद घटना के मामले में अपने कार्यकर्ता के साथ पहुंचे थे. जहां पर पहुंची पुलिस ने सपा कार्यकर्ता को गिरफ्तार कर लिया.
बाजपेई ने आरोप लगाया कि, उस कार्यकर्ता के खिलाफ कोई अपराध दर्ज नहीं था. ना ही उसे कोई नोटिस दी गई थी, और उसके बाद भी पुलिस उसे धारा 151 के तहत थाने ले आई. जब उन्हें ये जानकारी मिली तो वह भी कार्यकर्ता को छुड़ाने के लिए थाने पहुंच गए और उन्होंने पहुंचकर थाना प्रभारी से कहा कि, बगैर शर्त कार्यकर्ता को छोड़ जाए या फिर उसी धारा में उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाए.
सपा विधायक ने कहा कि, जब से सीसामऊ विधानसभा उपचुनाव के लिए तारीखों का एलान हुआ है, तब से पुलिस और प्रशासनिक अफसरों की ओर से हमारे 700 कार्यकर्ताओं पर कार्रवाई की गई है. आरोप लगाया कि घर-घर जाकर पुलिस कार्यकर्ताओं को धमका रही है और कहीं ना कहीं हमारे प्रत्याशी के जो जनसंपर्क कार्यक्रम हैं उसको भी पुलिस बाधित कर रही है. वहीं इस पूरे मामले पर एसीपी स्वरूप नगर आईपी सिंह ने कहा कि, विधायक से हम लगातार वार्ता कर रहे हैं और जल्द ही इस मामले को शांत करायेंगे.
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