जौनपुर: एक निजी कार्यक्रम में शिरकत करने जौनपुर पहुंचे फैजाबाद की गोसाईगंज सीट से सपा विधायक अभय सिंह ने धनंजय सिंह की पत्नी बसपा उम्मीदवार श्रीकला धनंजय सिंह रेड्डी की तारीफ की. साथ ही उनके द्वारा सिंदूर और मंगलसूत्र को लेकर दिए गए बयान पर कहा कि वह एक सज्जन महिला हैं.
मैं उनका सम्मान करता हूं. वह दूसरे प्रदेश से बिलॉन्ग करती हैं. उन्हें धनंजय के बारे में कोई जानकारी नहीं है. धनंजय सिंह ने तमाम महिलाओं के सिंदूर उजाड़े हैं. कई मां की कोख सूनी की गई है. जिसका अंदाज उन्हें नहीं है. लखनऊ में डॉ. श्रीवास्तव की हत्या करने के बाद उनके परिजन आज भी विलाप कर रहे हैं.
कहा कि तमाम ऐसे परिवार है जिसको उन्होंने उजाड़ा है. लॉरेंस विश्नोई का द्वारा अपने ऊपर किए गए हमले को लेकर उन्होंने कहा कि धनंजय सिंह इस समय नॉर्दर्न इंडिया का सबसे बड़ा डॉन है. पंजाब हरियाणा राजस्थान उत्तर प्रदेश आदि राज्य में उसका एक क्षत्र राज है. सबसे बड़ा गुंडा है. लोगों को उसे डर है. इसको लेकर हाईकोर्ट ने भी टिप्पणी की है कि ऐसे आदमियों की जमानत नहीं होनी चाहिए.
धनंजय सिंह हमेशा क्षत्रियों के खिलाफ रहे हैं. कभी किसी ठाकुर नेता को आगे बढ़ने नहीं दिया. हमेशा यादव और पिछड़ी जाती के लोगों का साथ दिया है. बीएसपी कैंडिडेट श्रीकला सिंह के पति धनंजय सिंह ने हमेशा ठाकुर का विरोध किया. धनंजय सिंह नहीं चाहते हैं कि कोई ठाकुर आगे बढे़.
जौनपुर जिले में एक निजी कार्यक्रम में पहुंचे सपा के बागी विधायक अभय प्रताप सिंह पूरी तरह से धनंजय सिंह को लेकर हमलावर रहे. लेकिन, धनंजय सिंह की पत्नी श्रीकला धनंजय सिंह की तारीफ की. कहा कि वह भद्र महिला हैं और बाहर से आई हैं. उन्हें धनंजय सिंह के बारे में कुछ भी जानकारी नहीं है.
उनके सिंदूर और मंगलसूत्र वाले बयान पर कहा कि कितनी मां और बहनों का सुहाग और चूड़ियां तोड़ने का काम धनंजय सिंह ने किया है. उनके मंगलसूत्र और सुहाग के बारे में क्यों नहीं सोचा था.
धनंजय सिंह से दोस्ती फिर दुश्मनी के सवाल पर अभय सिंह बोले, उसने जब मैं जेल में बंद था तो मेरे गांव के युवा को साजिश के तहत जहर देकर मार डाला था. उसी को लेकर धनंजय सिंह और मेरे बीच अदावत शुरू हो गई.
वहीं 2002 में एक-47 से हमले के सवाल पर कहा कि घटना में जो गाड़ी दिखाई गई है, वह जेसीबी की गाड़ी का नंबर है और यह पूरी तरह से फेक मुकदमा दर्ज कराया गया. क्योंकि उस समय बसपा की सरकार अल्पमत में थी. दबाव में रखकर मेरे ऊपर यह मुकदमा कराया गया था.
जब यह मुकदमा कराया गया तो मैं फैजाबाद के जिला अस्पताल में एडमिट था और इस घटना के एक दिन बाद जिला अस्पताल से छुट्टी मिली थी. लखनऊ विश्वविद्यालय और उनकी दोस्ती लेकर जब सवाल किया गया तो अभय सिंह ने कहा कि हम धनंजय सिंह के बारे में नहीं जानते थे. मेरे पास आए थे तो इनका मैंने एडमिशन करवाया था.
पीएम मोदी और योगी की तारीफ में करते हुए उन्होंने कहा कि जो राष्ट्र विकास की बात करते हैं हम उनके साथ हैं. सनातन की बुराई करने वालों के साथ मैं नहीं हूं. जहां भगवान राम का सम्मान नहीं वहां हम नहीं. सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से क्रॉस वोटिंग के बाद एक बार भी अभी तक बात नहीं हुई.
वर्तमान चुनाव को लेकर कहा देश में दो ही लहर चल रही है. बीजेपी को बंपर तरीके से जिताने की और दूसरी उसे जो भगवान का विरोध कर रहे है उन्हें जोरदार तरीके से हटाने की. सपा छोड़ने के सवाल पर उन्होंने कहा कि समय आने पर आपको इसकी खुद जानकारी मिल जाएगी.