बदायूं : जिले में बीते दो दिन पहले महिला जज की मौत को लेकर कांग्रेस की वरिष्ठ नेता प्रियंका गांधी ने सोशल मीडिया X पर पोस्ट किया. उन्होंने लिखा है कि उत्तर प्रदेश के बांदा में एक महिला जज ने इच्छा मृत्यु मांगी, अब बदायूं में एक महिला जज का शव उसके घर में पाया गया. जिसकी जांच पर उनके परिवार ने गंभीर सवाल उठाए हैं. भाजपा राज में महिला जजों की सुरक्षा का यह हाल है तो सोचिए एक सामान्य लड़की हर दिन किस भय के साथ जीती होगी.
सुरक्षा के सारे बड़े-बड़े दावे सिर्फ विज्ञापनों में: उन्होंने लिखा है कि NCRB के मुताबिक, महिलाओं के खिलाफ अपराध में उत्तर प्रदेश नंबर-1 है. हर घंटे आठ महिलाएं अपराध का शिकार बनती हैं. उप्र महिलाओं के लिए पूरी तरह असुरक्षित हो चुका है, क्योंकि सुरक्षा के सारे बड़े-बड़े दावे सिर्फ विज्ञापनों में हैं. महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराध के आंकड़े यह दिखाते हैं कि सरकार असल में महिला सुरक्षा को लेकर कितनी गंभीर है! अब महिलाओं की और समाज की जागरूकता ही उन्हें दमन और हिंसा के इस भंवर से निकालेगी.
महिला जज के परिजनों से मुलाकात की : प्रियंका गांधी के पोस्ट के बाद महिला जज की मौत के मामले में राजनीति भी शुरू होती दिख रही है. वहीं, बदायूं के पूर्व सांसद तथा समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता धर्मेंद्र यादव रविवार को पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे और महिला जज के परिजनों से मुलाकात की.
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