खूंटी: जिले में बढ़ती अफीम की खेती पुलिस प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती बनती जा रही है. साल दर साल अफीम की खेती का दायरा लगातार बढ़ने के बाद खूंटी पुलिस इस वर्ष सख्ती से कार्रवाई की तैयारी में है. शनिवार को एसपी अमन कुमार अड़की प्रखंड क्षेत्र के ग्राम प्रधानों, मुखिया, पंचायत सेवक, चौकीदारों सहित क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक कर अफीम की खेती को नष्ट करने और अफीम उगाने वालों की जानकारी उपलब्ध कराने को कहा है. एसपी ने सभी जनप्रतिनिधियों से कहा कि नशे के खिलाफ चल रही इस मुहिम के साथ रहें, अन्यथा पुलिस कार्रवाई करने को बाध्य होगी.
जिले की खूंटी, मुरहू, अड़की, सायको और मारंगहदा थाना क्षेत्र के लगभग सभी पंचायत के गांव, जंगल से लेकर नदियों के किनारे बड़े पैमाने पर अफीम की खेती लगाई गई है. स्पेशल ब्रांच की एक रिपोर्ट के अनुसार जिले में विगत वर्ष की तुलना इस वर्ष भी लगभग 10 हजार एकड़ से अधिक जमीन पर अफीम की खेती लगाई गई है. अफीम की फसल लगाए जाने के बाद से चिन्हित स्थलों तक पुलिस पहुंचकर अफीम की फसलों को नष्ट करने का अभियान भी शुरू कर दिया है. अफीम विनष्टीकरण अभियान के दौरान पुलिस ने अभी तक लगभग 70 एकड़ से अधिक अफीम की खेतो को नष्ट किया है.
क्षेत्र में बड़े पैमाने पर लगी अफीम की फसलों को पूरी तरह नष्ट करना अकेले संभव नहीं है. इसलिए पुलिस ने स्थानीय जनप्रतिनिधियों के साथ चौकीदारों से बैठक कर सूचना मुहैया कराने को कहा है. एसपी अमन कुमार ने बैठक में अफीम के दुष्प्रभाव सहित एनडीपीएस से जुड़े कानूनी प्रावधानों की जानकारी देते हुए कहा कि अपने गांव समाज और परिजनों को बचाना है तो अफीम की खेती से दूर रहना होगा. अफीम की खेती जो ग्रामीण या किसान कर रहा है, उससे पूरा समाज बर्बाद हो जाएगा.
एसपी ने सख्त लहजे में अपील की है कि अगर जनप्रतिनिधि अफीम को संरक्षण देते पाए गए तो उनके खिलाफ कार्रवाई तय है. वहीं एसपी अमन कुमार ने कहा कि अफीम की खेती नष्ट करते हुए जीआर के माध्यम से मामला दर्ज किया जाएगा. अफीम के कारोबार से जुड़े राज्य के 20 से ज्यादा और अंतर्राज्यीय 20 लोगों को चिन्हित किया जा चुका है. बहुत जल्द इनकी संपत्ति जब्त करने की प्रक्रिया भी शुरू होगी.
शनिवार को एसपी अमन कुमार ने अड़की में बैठक कर जनप्रतिनिधियों और चौकीदारों को निर्देश दिया है कि क्षेत्र में जल्द से जल्द अफीम की खेती को नष्ट करें. एसपी ने बैठक में बताया कि आगामी दिनों में अफीम पैदावार वाले भूमि की उर्वरता समाप्त होगी, पानी की किल्लत होगी और बच्चों से लेकर बड़ों तक के स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव पड़ेगा और आने वाली पीढ़ियों पर अफीम के दुष्प्रभाव को रोकना मुश्किल होगा. एसपी ने इन मामलों को ग्राम सभा में उठाने और किसानों और अन्य शामिल लोगों पर कड़ा प्रहार करने के लिए इस सीजन में पूर्ण विनाश के लिए पुलिस के साथ सहयोग करने को कहा है.
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