मेरठ : पश्चिमी यूपी की मेरठ लोकसभा सीट से समाजवादी पार्टी ने सोमवार की देर रात अपना प्रत्याशी बदल दिया. पहले सुप्रीम कोर्ट के सीनियर वकील भानु प्रताप वर्मा को प्रत्याशी बनाया गया था. 17 दिनों के बाद पार्टी ने अपना प्रत्याशी बदल दिया. अब पार्टी ने जिले की सरधना सीट से विधायक अतुल प्रधान को अपना प्रत्याशी बनाया है. वहीं आगरा से सुरेश चंद कदम को पार्टी ने मैदान में उतारा है.
भानुप्रताप वर्मा को प्रत्याशी बनाए जाने के बाद से सपा में अंतर्कलह साफ दिखाई दे रही थी. सपा के छोटे से लेकर बड़े नेता भी पार्टी के निर्णय से नाराज हो गए थे. पार्टी के मेरठ जिले के तीनों समाजवादी पार्टी के विधायकों ने लखनऊ में डेरा डाल लिया था. विधायकों के अलावा एक पूर्व विधायक भी अपनी दावेदारी के लिए लखनऊ में पार्टी हाई कमान के संपर्क में थे.
पार्टी के कई अन्य लीडर भी चाहते थे कि पार्टी के मुखिया उन्हें अपना आशीर्वाद दें. इससे पहले पिछले वर्ष निकाय चुनाव में समाजवादी पार्टी ने सरधना विधायक अतुल प्रधान की पत्नी सीमा प्रधान को मेयर प्रत्याशी बनाया था. समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के द्वारा लिए गए निर्णय का तब काफी विरोध हुआ था. पार्टी के विधायकों ने ऐतराज जताया था.
अखिलेश यादव ने तब मुस्लिम बाहुल्य इलाके में मेयर प्रत्याशी के लिए रोड शो निकाला था, लेकिन अंतर्कलह के कारण मेयर प्रत्याशी को तीसरे नंबर पर रहना पड़ा था. AIMIM के प्रत्याशी को सपा प्रत्याशी से अधिक वोट मिले थे. फिलहाल अतुल प्रधान ने टिकट मिलने के बाद सोशल मीडिया पर अखिलेश यादव का आभार भी जताया है.
अतुल प्रधान ने लिखा है कि 'समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्य्क्ष हमारे नेता अखिलेश यादव को हार्दिक धन्यवाद, जिन्होंने मेरठ की महान जनता की आवाज बुलंद करने का एवं सेवा का मौका दिया. हम सब मिलकर गरीब-नौजवान-किसान के हक एवं न्याय के लिये निरंतर संघर्ष करेंगे'.
वहीं अब जब पार्टी द्वारा पूर्व घोषित प्रत्याशी का टिकट काट दिया गया है तो आगे सपा के लिए सब कुछ ठीक रहेगा या नहीं, यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा. बीजेपी ने मेरठ हापुड़ लोकसभा सीट से अभिनेता अरुण गोविल को प्रत्याशी बनाया है. सपा मुखिया के निर्णय को लोग स्वीकार करते हैं या नहीं यह देखने वाली बात होगी.
कुछ दिन पहले शहर से सपा विधायक रफीक अंसारी ने अपने लिए नामांकन पत्र लेकर लोकसभा चुनाव में उतरने की अपनी इच्छा भी जाहिर कर दी थी. 4 अप्रैल तक ही नामांकन होना है जबकि आज 2 अप्रैल है. गौरतलब है कि अतुल प्रधान 2022 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के फायरब्रांड नेता कहे जाने वाले संगीत सोम को पटखनी देकर विधायक बने थे. सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के करीबी नेताओं में अतुल प्रधान का नाम आता है.