1. केन्द्र व यूपी सरकार द्वारा मस्जिद, मदरसा, वक्फ आदि मामलों में जबरदस्ती की दखलन्दाजी तथा मन्दिर व मठ जैसे धार्मिक मामलों में अति-दिलचस्पी लेना संविधान व उसकी धर्मनिरपेक्षता के सिद्धान्त के विपरीत अर्थात ऐसी संकीर्ण व स्वार्थ की राजनीति क्या जरूरी? सरकार राष्ट्रधर्म निभाए।
— Mayawati (@Mayawati) August 8, 2024
लखनऊ : केंद्र सरकार ने गुरुवार को संसद में वक्फ संशोधन विधेयक पेश किया. सरकार इस विधेयक में बदलाव कर रही है तो विपक्ष सरकार के इस कदम पर हमलावर है. सभी विपक्षी दलों के नेता लगातार सरकार की प्रक्रिया पर सवाल उठा रहे हैं. हालांकि मोदी सरकार हरहाल में संशोधन करना चाहती है. बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष व उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने भी इस संशोधन विधेयक का विरोध किया है. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर सरकार पर निशाना साधा है. समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा जमीनों को बेचने की साजिश रच रही है. एक्स पर लिखा है कि वक्फ बोर्ड का संशोधन बस एक बहाना है.
2.मन्दिर-मस्जिद, जाति, धर्म व साम्प्रदायिक उन्माद आदि की आड़ में कांग्रेस व भाजपा आदि ने बहुत राजनीति कर ली और उसका चुनावी लाभ भी काफी उठा लिया, किन्तु अब देश में खत्म हो रहा आरक्षण व गरीबी, बेरोजगारी, महंगाई, पिछड़ापन आदि पर ध्यान केन्द्रित करके सच्ची देशभक्ति साबित करने का समय।
— Mayawati (@Mayawati) August 8, 2024
BSP सुप्रीमो मायावती ने अपने पोस्ट में लिखा है- 'केन्द्र व यूपी सरकार मस्जिद, मदरसा, वक्फ के मामलों में जबरदस्ती की दखलंदाजी और मन्दिर-मठ जैसे धार्मिक मामलों में अति-दिलचस्पी ले रही है. ये संविधान व उसकी धर्मनिरपेक्षता के सिद्धान्त के विपरीत है. ऐसी संकीर्ण व स्वार्थ की राजनीति क्या जरूरी है. सरकार राष्ट्रधर्म निभाए.' लिखा है- 'मन्दिर-मस्जिद, जाति, धर्म व साम्प्रदायिक उन्माद आदि की आड़ में कांग्रेस व भाजपा ने बहुत राजनीति कर ली. उसका चुनावी लाभ भी काफी उठा लिया, लेकिन अब देश में खत्म हो रहा आरक्षण व गरीबी, बेरोजगारी, महंगाई, पिछड़ापन आदि पर ध्यान केन्द्रित करके सच्ची देशभक्ति साबित करने का समय आ गया है. आज संसद में पेश वक्फ (संशोधन) विधेयक पर जिस प्रकार से इसको लेकर संदेह, आशंकाएं व आपत्तियां सामने आई हैं, उसके मद्देनजर इस बिल को बेहतर विचार के लिए सदन की स्थायी (स्टैण्डिंग) समिति को भेजना उचित होगा. ऐसे संवेदनशील मुद्दों पर सरकार अगर जल्दबाजी न करे तो बेहतर है.'
3. आज संसद में पेश वक्फ (संशोधन) विधेयक पर जिस प्रकार से इसको लेकर संदेह, आशंकाएं व आपत्तियाँ सामने आयी हैं, उसके मद्देनजर इस बिल को बेहतर विचार के लिए सदन की स्थायी (स्टैण्डिंग) समिति को भेजना उचित। ऐसे संवेदनशील मुद्दों पर सरकार अगर जल्दबाजी न करे तो बेहतर।
— Mayawati (@Mayawati) August 8, 2024
अखिलेश बोले- रक्षा, रेल, नजूल जमीनों को बेचने की साजिश कर रही भाजपा : समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने संसद में वक्फ बोर्ड से जुड़ा संशोधन पेश किए जाने को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि भाजपा जमीनों को बेचने की साजिश रचने का काम कर रही है. एक्स पर पोस्ट किया है -'वक़्फ़ बोर्ड का ये सब संशोधन भी बस एक बहाना है, रक्षा, रेल, नजूल लैंड की तरह जमीन बेचना निशाना है. वक्फ बोर्ड की जमीनें, डिफेंस लैंड, रेल लैंड, नजूल लैंड के बाद भाजपाइयों के लाभार्थ योजना की शृंखला की एक और कड़ी मात्र है. भाजपा क्यों नहीं खुलकर लिख देती : ‘भाजपाई-हित में जारी’. लिखा है- 'इस बात की लिखकर गारंटी दी जाए कि वक्फ बोर्ड की जमीनें बेची नहीं जाएंगी.' सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा रियल स्टेट कंपनी की तरह काम कर रही है. उसे अपने नाम में ‘जनता’ के स्थान पर ‘जमीन’ लिखकर नया नामकरण कर देना चाहिए : भारतीय ज़मीन पार्टी.
‘वक़्फ़ बोर्ड’ का ये सब संशोधन भी बस एक बहाना है
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) August 8, 2024
रक्षा, रेल, नज़ूल लैंड की तरह ज़मीन बेचना निशाना है
वक़्फ़ बोर्ड की ज़मीनें, डिफ़ेंस लैंड, रेल लैंड, नज़ूल लैंड के बाद ‘भाजपाइयों के लाभार्थ योजना’ की शृंखला की एक और कड़ी मात्र हैं। भाजपा क्यों नहीं खुलकर लिख देती : ‘भाजपाई-हित… pic.twitter.com/VwK3YyWAG5