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वक्फ संशोधन विधेयक पर सपा-बसपा हमलावर; मायावती बोलीं- सरकार न करे धार्मिक मसलों में दखलअंदाजी, अखिलेश ने भाजपा पर कसा तंज - Waqf Amendment Bill

केंद्र सरकार ने गुरुवार को संसद में वक्फ संशोधन विधेयक पेश किया. सरकार इस विधेयक में बदलाव कर रही है तो विपक्ष सरकार के इस कदम पर हमलावर है. बसपा सुप्रीमो मायावती और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस संशोधन पर भाजपा पर निशाना साधा है.

वक्फ संशोधन विधेयक पर सपा-बसपा हमलावर
वक्फ संशोधन विधेयक पर सपा-बसपा हमलावर (Photo Credit; ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Aug 8, 2024, 3:31 PM IST

Updated : Aug 8, 2024, 10:02 PM IST

लखनऊ : केंद्र सरकार ने गुरुवार को संसद में वक्फ संशोधन विधेयक पेश किया. सरकार इस विधेयक में बदलाव कर रही है तो विपक्ष सरकार के इस कदम पर हमलावर है. सभी विपक्षी दलों के नेता लगातार सरकार की प्रक्रिया पर सवाल उठा रहे हैं. हालांकि मोदी सरकार हरहाल में संशोधन करना चाहती है. बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष व उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने भी इस संशोधन विधेयक का विरोध किया है. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर सरकार पर निशाना साधा है. समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा जमीनों को बेचने की साजिश रच रही है. एक्स पर लिखा है कि वक्फ बोर्ड का संशोधन बस एक बहाना है.

BSP सुप्रीमो मायावती ने अपने पोस्ट में लिखा है- 'केन्द्र व यूपी सरकार मस्जिद, मदरसा, वक्फ के मामलों में जबरदस्ती की दखलंदाजी और मन्दिर-मठ जैसे धार्मिक मामलों में अति-दिलचस्पी ले रही है. ये संविधान व उसकी धर्मनिरपेक्षता के सिद्धान्त के विपरीत है. ऐसी संकीर्ण व स्वार्थ की राजनीति क्या जरूरी है. सरकार राष्ट्रधर्म निभाए.' लिखा है- 'मन्दिर-मस्जिद, जाति, धर्म व साम्प्रदायिक उन्माद आदि की आड़ में कांग्रेस व भाजपा ने बहुत राजनीति कर ली. उसका चुनावी लाभ भी काफी उठा लिया, लेकिन अब देश में खत्म हो रहा आरक्षण व गरीबी, बेरोजगारी, महंगाई, पिछड़ापन आदि पर ध्यान केन्द्रित करके सच्ची देशभक्ति साबित करने का समय आ गया है. आज संसद में पेश वक्फ (संशोधन) विधेयक पर जिस प्रकार से इसको लेकर संदेह, आशंकाएं व आपत्तियां सामने आई हैं, उसके मद्देनजर इस बिल को बेहतर विचार के लिए सदन की स्थायी (स्टैण्डिंग) समिति को भेजना उचित होगा. ऐसे संवेदनशील मुद्दों पर सरकार अगर जल्दबाजी न करे तो बेहतर है.'

अखिलेश बोले- रक्षा, रेल, नजूल जमीनों को बेचने की साजिश कर रही भाजपा : समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने संसद में वक्फ बोर्ड से जुड़ा संशोधन पेश किए जाने को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि भाजपा जमीनों को बेचने की साजिश रचने का काम कर रही है. एक्स पर पोस्ट किया है -'वक़्फ़ बोर्ड का ये सब संशोधन भी बस एक बहाना है, रक्षा, रेल, नजूल लैंड की तरह जमीन बेचना निशाना है. वक्फ बोर्ड की जमीनें, डिफेंस लैंड, रेल लैंड, नजूल लैंड के बाद भाजपाइयों के लाभार्थ योजना की शृंखला की एक और कड़ी मात्र है. भाजपा क्यों नहीं खुलकर लिख देती : ‘भाजपाई-हित में जारी’. लिखा है- 'इस बात की लिखकर गारंटी दी जाए कि वक्फ बोर्ड की जमीनें बेची नहीं जाएंगी.' सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा रियल स्टेट कंपनी की तरह काम कर रही है. उसे अपने नाम में ‘जनता’ के स्थान पर ‘जमीन’ लिखकर नया नामकरण कर देना चाहिए : भारतीय ज़मीन पार्टी.

बिल वक्फ संपत्तियों के खिलाफ है तो बोर्ड उसका विरोध करेगा: मौलाना खालिदकेन्द्र सरकार की ओर से वक्फ सम्पत्तियों को लेकर प्रस्तावित बिल को लेकर उलेमा ने कड़ी आपत्ति दर्ज करायी है. इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया के चेयरमैन मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने कहा कि प्रस्तावित वक्फ बिल की न तो इस वक्त जरूरत है और न ही उसका कोई फायदा. वहीं आल इंडिया शिया पर्सनल लॉ बोर्ड के महासचिव प्रवक्ता मौलाना यासूब अब्बास ने कहा कि अगर बिल वक्फ सम्पत्तियों के खिलाफ है तो बोर्ड उसका कड़ा विरोध करता है. इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया के चेयरमैन मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने कहा कि वक्फ एक्ट 1995 और वर्ष 2013 में किये संशोधन औकाफ की देख-रेख, उनकी तामीर, तरक्की और हिफाजत के लिए काफी हैं. यह गलतफहमी फैलाई जा रही है कि देश भर में वक्फ की कई लाख करोड़ रुपयों की सम्पत्ति है, जबकि हकीकत यह है कि उनमें 80 प्रतिशत आराजी मस्जिद, कब्रिस्तान और दरगाहों की शक्ल में है. मौलाना ने कहा कि हमारे बुजुर्गों ने अपनी जाती जायदाद इस्लाम की शिक्षा के अनुसार सवाब की नियत से अल्लाह की राह में वक्फ की, ताकि उसका सवाब उन्हें कयामत तक मिलता रहे. वहीं आल इंडिया शिया पर्सनल लॉ बोर्ड के महासचिव व प्रवक्ता मौलाना यासूब अब्बास ने कहा कि बात अगर वक्फ बोर्ड और वक्फ सम्पत्तियों के हित की है तो शिया पर्सनल लॉ बोर्ड साथ है, लेकिन जहां वक्फ बोर्ड और वक्फ हित की बात नहीं है तो बोर्ड उसके विरोध में है.

लखनऊ : केंद्र सरकार ने गुरुवार को संसद में वक्फ संशोधन विधेयक पेश किया. सरकार इस विधेयक में बदलाव कर रही है तो विपक्ष सरकार के इस कदम पर हमलावर है. सभी विपक्षी दलों के नेता लगातार सरकार की प्रक्रिया पर सवाल उठा रहे हैं. हालांकि मोदी सरकार हरहाल में संशोधन करना चाहती है. बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष व उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने भी इस संशोधन विधेयक का विरोध किया है. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर सरकार पर निशाना साधा है. समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा जमीनों को बेचने की साजिश रच रही है. एक्स पर लिखा है कि वक्फ बोर्ड का संशोधन बस एक बहाना है.

BSP सुप्रीमो मायावती ने अपने पोस्ट में लिखा है- 'केन्द्र व यूपी सरकार मस्जिद, मदरसा, वक्फ के मामलों में जबरदस्ती की दखलंदाजी और मन्दिर-मठ जैसे धार्मिक मामलों में अति-दिलचस्पी ले रही है. ये संविधान व उसकी धर्मनिरपेक्षता के सिद्धान्त के विपरीत है. ऐसी संकीर्ण व स्वार्थ की राजनीति क्या जरूरी है. सरकार राष्ट्रधर्म निभाए.' लिखा है- 'मन्दिर-मस्जिद, जाति, धर्म व साम्प्रदायिक उन्माद आदि की आड़ में कांग्रेस व भाजपा ने बहुत राजनीति कर ली. उसका चुनावी लाभ भी काफी उठा लिया, लेकिन अब देश में खत्म हो रहा आरक्षण व गरीबी, बेरोजगारी, महंगाई, पिछड़ापन आदि पर ध्यान केन्द्रित करके सच्ची देशभक्ति साबित करने का समय आ गया है. आज संसद में पेश वक्फ (संशोधन) विधेयक पर जिस प्रकार से इसको लेकर संदेह, आशंकाएं व आपत्तियां सामने आई हैं, उसके मद्देनजर इस बिल को बेहतर विचार के लिए सदन की स्थायी (स्टैण्डिंग) समिति को भेजना उचित होगा. ऐसे संवेदनशील मुद्दों पर सरकार अगर जल्दबाजी न करे तो बेहतर है.'

अखिलेश बोले- रक्षा, रेल, नजूल जमीनों को बेचने की साजिश कर रही भाजपा : समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने संसद में वक्फ बोर्ड से जुड़ा संशोधन पेश किए जाने को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि भाजपा जमीनों को बेचने की साजिश रचने का काम कर रही है. एक्स पर पोस्ट किया है -'वक़्फ़ बोर्ड का ये सब संशोधन भी बस एक बहाना है, रक्षा, रेल, नजूल लैंड की तरह जमीन बेचना निशाना है. वक्फ बोर्ड की जमीनें, डिफेंस लैंड, रेल लैंड, नजूल लैंड के बाद भाजपाइयों के लाभार्थ योजना की शृंखला की एक और कड़ी मात्र है. भाजपा क्यों नहीं खुलकर लिख देती : ‘भाजपाई-हित में जारी’. लिखा है- 'इस बात की लिखकर गारंटी दी जाए कि वक्फ बोर्ड की जमीनें बेची नहीं जाएंगी.' सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा रियल स्टेट कंपनी की तरह काम कर रही है. उसे अपने नाम में ‘जनता’ के स्थान पर ‘जमीन’ लिखकर नया नामकरण कर देना चाहिए : भारतीय ज़मीन पार्टी.

बिल वक्फ संपत्तियों के खिलाफ है तो बोर्ड उसका विरोध करेगा: मौलाना खालिदकेन्द्र सरकार की ओर से वक्फ सम्पत्तियों को लेकर प्रस्तावित बिल को लेकर उलेमा ने कड़ी आपत्ति दर्ज करायी है. इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया के चेयरमैन मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने कहा कि प्रस्तावित वक्फ बिल की न तो इस वक्त जरूरत है और न ही उसका कोई फायदा. वहीं आल इंडिया शिया पर्सनल लॉ बोर्ड के महासचिव प्रवक्ता मौलाना यासूब अब्बास ने कहा कि अगर बिल वक्फ सम्पत्तियों के खिलाफ है तो बोर्ड उसका कड़ा विरोध करता है. इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया के चेयरमैन मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने कहा कि वक्फ एक्ट 1995 और वर्ष 2013 में किये संशोधन औकाफ की देख-रेख, उनकी तामीर, तरक्की और हिफाजत के लिए काफी हैं. यह गलतफहमी फैलाई जा रही है कि देश भर में वक्फ की कई लाख करोड़ रुपयों की सम्पत्ति है, जबकि हकीकत यह है कि उनमें 80 प्रतिशत आराजी मस्जिद, कब्रिस्तान और दरगाहों की शक्ल में है. मौलाना ने कहा कि हमारे बुजुर्गों ने अपनी जाती जायदाद इस्लाम की शिक्षा के अनुसार सवाब की नियत से अल्लाह की राह में वक्फ की, ताकि उसका सवाब उन्हें कयामत तक मिलता रहे. वहीं आल इंडिया शिया पर्सनल लॉ बोर्ड के महासचिव व प्रवक्ता मौलाना यासूब अब्बास ने कहा कि बात अगर वक्फ बोर्ड और वक्फ सम्पत्तियों के हित की है तो शिया पर्सनल लॉ बोर्ड साथ है, लेकिन जहां वक्फ बोर्ड और वक्फ हित की बात नहीं है तो बोर्ड उसके विरोध में है.
Last Updated : Aug 8, 2024, 10:02 PM IST
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