लखनऊ: समाजवादी पार्टी ने विधानसभा उपचुनाव से पहले बीएलओ बदलने पर मुख्य निर्वाचन अधिकारी से शिकायत की है. सपा ने अपनी शिकायत में कहा है कि, कुंदरकी सीट के बाद अब कानपुर के सीसामऊ विधानसभा क्षेत्र में जानबूझ कर मुस्लिम बीएलओ को हटाकर गैर मुस्लिम बीएलओ की तैनाती की गई है.
समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष श्याम लाल पाल ने बदले गए बीएलओ के नामों की सूची के साथ मुख्य निर्वाचन अधिकारी से शिकायत की है. श्याम लाल ने इस मामले की जांच कर दोषी अफसरों पर कार्रवाई की भी मांग की है. इससे पहले सपा ने कुंदरकी विधानसभा में भी यादव और मुस्लिम बीएलओ और सुपरवाइजरों को हटाये जाने की शिकायत की थी.
दरअसल, यूपी की जिन 10 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होना है, उनमें कानपुर की सीसामऊ विधानसभा सीट और मुरादाबाद की कुंदरकी विधानसभा सीट भी शामिल है. ये दोनों ही सीटें साल 2022 में हुए विधानसभा चुनाव में सपा ने जीती थीं. सीसामऊ सीट से विधायक चुने गए सपा के हाजी इरफान सोलंकी को सजा सुनाए जाने के बाद यह सीट खाली हो गई है. इस सीट पर समाजवादी पार्टी हाजी इरफान सोलंकी की मां या पत्नी को टिकट दे सकती है. इस बीच सीसामऊ सीट पर मुस्लिम बीएलओ को हटाए जाने पर सपा ने कड़ी नाराजगी दर्ज करायी है. प्रदेश अध्यक्ष श्याम लाल पाल ने दिए गए ज्ञापन में कहा है कि, उपचुनाव से पहले धर्म के आधार पर बीएलओ का बदला जाना अलोकतांत्रिक और असंवैधानिक है. इससे निष्पक्ष चुनाव कराने पर प्रश्न चिन्ह लगता है.
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