अजमेर: जिले के निकट अजयसर गांव में एक कलयुगी बेटे ने अपनी ही मां की खाना खाते वक्त कुल्हाड़ी मारकर हत्या कर दी. वहशी बने कलयुगी बेटे का मन यही नहीं भरा. घर में छोटी बहन को मारने के लिए वह उसके पीछे कुल्हाड़ी लेकर दौड़ा. गनीमत रही कि छोटी बहन भागकर अपनी जान बचाने में कामयाब रही. हालांकि इस दौरान उसके चिल्लाने से पड़ोसी मौके पर आ गए और आरोपी को पकड़ लिया. ग्रामीणों ने गंज थाना पुलिस को मामले की सूचना दी. ग्रामीणों के हाथ आए हत्या के आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया.
दरगाह क्षेत्र के सीओ लक्ष्मण राम भाकर ने बताया कि सूचना मिली थी कि अजयसर गांव में 32 वर्षीय बबलू उर्फ बाबू ने उसकी मां 55 वर्षीय हंजा देवी की हत्या कर दी. आरोपी ने उसकी मां पर तब हमला किया, जब वह खाना खा रही थी. आरोपी ने अपनी मां पर कुल्हाड़ी से दो बार वार किए. जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई. उन्होंने बताया कि वारदात के समय मृतका का पति और दो बेटे मजदूरी पर गए थे. आरोपी की छोटी बेटी घर पर ही मौजूद थी.
मां को मौत के घाट उतारने के बाद आरोपी छोटी बहन की भी जान लेने की मंशा से उसकी ओर लपका. लेकिन छोटी बहन ने भाग कर अपनी जान बचाई. इस दौरान पड़ोसियों ने आरोपी को पकड़ लिया. सीओ दरगाह लक्ष्मण राम भाकर ने बताया कि मौके पर एफएसएल और एमओबी टीम ने जांच की है. टीम ने मौके से साक्ष्य भी जुटाए है। उन्होंने बताया कि शव का पोस्टमार्टम कर रिजनों को सुपर्द कर दिया है. आरोपी के खिलाफ हत्या का मुकदमा गंज थाने में दर्ज करवाया है. प्रारंभिक तौर पर मामला पुश्तैनी जमीन के विवाद को लेकर था. जिसके चलते हत्या को अंजाम दिया गया है.
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मां को मारने के बाद भाई मेरी ओर लपका: मृतका की छोटी बेटी आशा ने बताया कि मैं और मेरी मां रसोई में खाना खा रहे थे. इस दौरान गुस्से में तमतमाया बबलू हाथ में कुल्हाड़ी लेकर आया और मां पर कुल्हाड़ी से हमला कर दिया. उसने दो बार मां के सिर पर कुल्हाड़ी से वार किया. इसके बाद वह कुल्हाड़ी लेकर मुझे मारने के लिए पीछे दौड़ा. मैं चिल्लाते हुए घर से बाहर की ओर भागी. इस दौरान मेरी चीख सुनकर लोग इकट्ठे हो गए और उन्होंने बबलू को पकड़ लिया.
हिस्से की जमीन बेचने के शक में कर डाली मां की हत्या: मृतका के पति शंकर ने बताया कि अजयसर गांव में हंजा के नाम डेढ़ बीघा जमीन है. विवाद के चलते आपसी समझौते से जमीन के दो हिस्से कोई हुए थे. जमीन का एक हिस्सा बड़े बेटे याकूब और दूसरा हिस्सा बबलू को दिया हुआ था. उन्होंने बताया कि कर्ज होने के कारण याकूब ने अपना हिस्सा बेच दिया था. जबकि बबलू को इस बात का शक था कि याकूब ने मां से मिलकर उसकी जमीन का हिस्सा बेच दिया. इस बात से गुस्से में आकर उसने अपनी मां का कत्ल कर दिया.