कवर्धा : महिला की हत्या करने वाले आरोपी रिश्तेदार को पुलिस ने अरेस्ट किया है. हत्या की ये घटना कुकदुर थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत कांदावानी के आश्रित गांव झीरपान में हुई थी. जहां आरोपी ने अपने ही बड़े साला की पत्नी की हत्या की थी.हत्या के बाद आरोपी मौके से फरार हो गया था.लेकिन पुलिस ने मामला दर्ज करने के बाद गिरफ्तारी की है. इस घटना की गवाह गांव की ही महिलाएं थी.जिन्होंने झाड़ियों में छिपकर हत्या की पूरी वारदात को देखा था.इसके बाद जब पुलिस जांच करने आई तो आरोपी के बारे में पुलिस को बता दिया.काफी खोजबीन के बाद मुखबिर की मदद से आरोपी को पुलिस ने उसके ही रिश्तेदार के घर मुंड़ादादर गांव से अरेस्ट किया.
पत्नी के लिए उठाया बड़ा कदम : पुलिस की पूछताछ में आरोपी ने बताया कि उसका अपनी पत्नी से झगड़ा हो गया था. जिसके बाद वो अपने बड़े भाई के घर आकर रहने लगी.इस दौरान जब भी वो अपनी पत्नी को लेने जाता तो उसके बड़े साले की पत्नी बैगिन बाई आरोपी की पत्नी को साथ जाने से मना कर देती. आरोपी की पत्नी भी अपनी भाभी की बात मानती थी.इसलिए पति के साथ नहीं जाती थी.इस बात को लेकर आरोपी ननकू बैगा काफी नाराज चल रहा था.लिहाजा उसने अपनी पत्नी को वापस पाने के लिए साले की पत्नी को रास्ते से हटाने का प्लान बनाया.
कैसे की हत्या ?: आरोपी ने पुलिस को बताया कि 7 मई को आरोपी अपनी पत्नी को लेने एक बार फिर बड़े साला के घर आया.एक बार फिर आरोपी की पत्नी ने उसके साथ जाने से इनकार किया.लिहाजा ननकू ने इसका जिम्मेदार साला की पत्नी को मानते हुए उसे रास्ते से हटाने का प्लान बनाया.बैगिन बाई जब घर के बर्तन साफ करने के लिए पास के डुमरनाला गई तो आरोपी भी पीछे-पीछे चोरी छिपे वहां पहुंच गया.इसके बाद पास में पड़े बड़े से पत्थर बैगिन के सिर पर प्राणघातक वार किया.इसके बाद शव को वहीं छोड़कर भाग गया.इस पूरी घटना को गांव की ही अन्य महिलाओं ने छिपकर देखा था.जिसकी जानकारी पुलिस को दे दी गई.
''घटना 7 मई के शाम की है.आरोपी ननकू सिंह बैगा ने अपने बड़े साले की पत्नी बैगिन बाई की पत्थर से मारकर हत्या कर फरार हो गया था. पुलिस ने आरोपी को मुंडादादर थाना तरेगांव के एक मकान से गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी पर धारा 302 दर्ज किया गया है.'' प्रहलाद चन्द्रवंशी, कूकदुर थाना प्रभारी
इस घटना में आरोपी ने अपने ही रिश्तों का खून किया.घरेलू कलह के कारण एक इंसान आज कातिल बन चुका है. यदि दोनों पति पत्नी ने बैठकर इस मामले को सुलझाया होता तो शायद दो परिवारों की जिंदगी में अंधेरा ना होता.