पलामूः माओवादी कमांडर सह 15 लाख का इनामी कमांडर नितेश यादव और संजय गोदराम आत्मसमर्पण नहीं करना चाहते हैं. दोनों अपने संगठन को बोलते हैं कि गोली खाएंगे लेकिन आत्मसमर्पण नहीं करेंगे.
बिहार के औरंगाबाद में तीन लाख के इनामी माओवादी राजेंद्र सिंह को पुलिस ने गिरफ्तार किया था. राजेंद्र सिंह से पलामू पुलिस की एक स्पेशल टीम ने पूछताछ की थी. इसी पूछताछ में राजेंद्र सिंह ने पलामू पुलिस को बताया है कि नितेश यादव और संजय गोदाराम ही संगठन के सब कुछ हैं, नितेश यादव और संजय गोदराम आत्मसमर्पण नहीं करना चाहते हैं. नितेश यादव का कहना है कि वह गोली खाएगा लेकिन आत्मसर्मपण नहीं करेगा. नितेश यादव झारखंड-बिहार सीमा इलाके का सबसे बड़ा कमांडर है और संगठन को एकजुट करने में लगा है.
पुलिस मुख्यधारा से भटके हुए सभी लोगों से आत्मसमर्पण करने की अपील कर रही है. पुलिस नक्सलियों खिलाफ अभियान चलाने के साथ-साथ मुख्यधारा में शामिल होने की बात बोल रही है. पुलिस यह अपील कर रही है कि नक्सली आत्मसमर्पण करें और आत्मसमर्पण नीति का लाभ लें. राजेंद्र सिंह ने पुलिस को कई बात बताई है. जिसके बाद पुलिस के बिंदुओं पर काम कर रहे हैं. -रीष्मा रमेशन, एसपी पलामू.
नितेश यादव 100 से अधिक हमलों का आरोपी
नितेश यादव बिहार के गया जिला का रहने वाला है. नितेश यादव पर झारखंड और बिहार में 100 से भी अधिक नक्सली हमलों को अंजाम देने का आरोप है. नितेश यादव माओवादियों के रीजनल कमेटी का सदस्य है. झारखंड सरकार ने उस पर 15 लाख रुपए का इनाम रखा है. झारखंड-बिहार सीमा पर नितेश यादव माओवादियों का सबसे बड़ा कमांडर है. नितेश यादव 20 से अधिक जवानों के शहीद होने की घटनाओं में शामिल रहा है. 2015-16 में बिहार के गया औरंगाबाद सीमा पर नक्सली हमले में कोबरा के 10 जवान शहीद हुए थे, इस हमले में नितेश यादव आरोपी है. 2016-17 में पलामू के कालापहाड़ की इलाके में हुए लैंड माइंस विस्फोट में पुलिस के सात जवान शहीद हुए थे. इस घटना का मास्टरमाइंड नितेश यादव को माना जाता है.
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