पटनाः बढ़ती महंगाई के बीच महंगी बिजली दर आम लोगों की जेब पर बोझ बनती जा रही है. ऐसे में लोगों को सस्ती और स्वच्छ बिजली मिल सके इस लक्ष्य के साथ सौर ऊर्जा के उत्पादन को सरकार लगातार बढ़ावा दे रही है.हरित ऊर्जा के लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए बिहार में भी सोलर पावर प्लांट लगाने की दिशा में तेजी से काम हो रहा है. इसी कड़ी में नवादा जिले के रजौली में भी 10 मेगावाट के फ्लोटिंग सोलर प्लाट बनाने की तैयारी शुरू हो गयी है.
फुलवरिया जलाशय पर बनेगा सोलर प्लांटः जानकारी के मुताबिक बिहार सरकार ने नवादा जिले के रजौली के फुलवरिया जलाशय पर 10 मेगावाट का फ्लोटिंग सोलर पावर प्लांट लगाने की जिम्मेदारी सूर्यम इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड को सौंपी है.इस प्लांट के शुरू होने के बाद नवादा और इसके आसपास के लोगों को भी हरित और स्वच्छ ऊर्जा का लाभ मिल सकेगा.
12 महीनों के अंदर पूरी होगी परियोजनाः इस महात्वाकांक्षी सोलर प्लांट का निर्माण रेस्को मोड के अंतर्गत होगा. जिसके अनुसार संबंधित एजेंसी 12 महीने के अंदर इस परियोजना को पूरा करेगी. इस परियोजना से बिहार के अगले 25 सालों तक सिर्फ 3.87 रुपये प्रति यूनिट की दर से बिजली मिलती रहेगी.
"बिहार में सौर ऊर्जा की असीम संभावनाएं हैं, और हम इस दिशा में निरंतर प्रयास कर रहे हैं. रजौली में यह फ्लोटिंग सोलर पावर प्लांट न सिर्फ स्वच्छ ऊर्जा उत्पादन को बढ़ावा देगा, बल्कि हमारे हरित भविष्य की नींव भी रखेगा." बिजेंद्र प्रसाद यादव, ऊर्जा मंत्री, बिहार सरकार
'सौर ऊर्जा के क्षेत्र में अहम कदम': इस परियोजना को लेकर बिहार स्टेट पावर होल्डिंग कंपनी लिमिटेड के सीएमडी संजीव हंस काफी उत्साहित हैं. उनका कहना है कि "इस परियोजना से न केवल बिजली उत्पादन को बढ़ावा मिलेगा बल्कि जलाशयों का एक बेहतरीन उपयोग भी हो सकेगा. ये परियोजना बिहार में सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने के क्षेत्र में काफी अहम साबित होगी."
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