जयपुर : एसआई भर्ती के लिए हुई परीक्षा के पेपर लीक मामले में एसओजी अब तक 67 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है. अब भी 60 से ज्यादा लोग एसओजी के राडार पर हैं. पेपर लीक मामले में गिरफ्तार राजस्थान लोकसेवा आयोग के पूर्व सदस्य रामूराम राईका की गिरफ्तारी के बाद अब इस मामले में कई और खुलासे होने की संभावना है. एसओजी ने रामूराम राईका को रविवार देर रात को गिरफ्तार किया था. आज उसे कोर्ट में पेश कर 7 सितंबर तक रिमांड पर लिया गया है. अब एसओजी के अधिकारी उससे पूछताछ में जुटे हैं.
अब तक की एसओजी की पड़ताल में सामने आया है कि रामूराम राईका ने परीक्षा से पहले अपने बेटे देवेश और बेटी शोभा को हाथ से लिखा हुआ पेपर दिया था. इसी पेपर को पढ़कर शोभा ने पांचवीं और देवेश ने 40वीं रैंक हासिल की थी. एसओजी ने जब दोबारा टेस्ट लिया तो शोभा और देवेश के कम अंक आए. इन दोनों के साथ तीन अन्य आरोपियों को एसओजी ने शनिवार को हिरासत में लेकर पूछताछ की और सभी को गिरफ्तार कर लिया. इसके बाद रविवार रात को रामूराम राईका को गिरफ्तार किया गया.
साजिश में शामिल और लाभार्थी भी राडार पर : एडीजी वीके सिंह ने बताया कि एसआई पेपर लीक की साजिश में शामिल कई लोग हमारे राडार पर हैं. इसके अलावा कई लाभार्थियों पर भी एसओजी की नजर है. अनुसंधान अभी जारी है. आने वाले समय में कई और खुलासे हो सकते हैं. उन्होंने बताया कि अब तक एसआई भर्ती पेपर लीक मामले में करीब 70 लोगों को एसओजी गिरफ्तार कर चुकी है.
2018 से 2022 तक आरपीएससी सदस्य रहा राईका : रामूराम राईका मूलतः नागौर जिले के गगवाना गांव का रहने वाला है. अभी वह जयपुर में सोडाला में रह रहा था. 2018 में आरपीएससी का सदस्य बनने से पहले वह नागौर के सरकारी कॉलेज में 32 साल तक अर्थशास्त्र का लेक्चरर रहा. वह 2018 से जुलाई 2022 तक आरपीएससी का सदस्य रहा था.
कोर्ट ने 7 सितंबर तक भेजा रिमांड पर : एसओजी ने रामूराम राईका को रविवार देर रात को गिरफ्तार किया था. उसे आज कड़ी सुरक्षा के कोर्ट में पेश किया. कोर्ट ने उसे 7 सितंबर तक के लिए एसओजी की रिमांड पर सौंपा है. अब एसओजी के अधिकारी उससे पूछताछ में जुटे हैं. उससे पेपर लीक की अन्य कड़ियों को लेकर पूछताछ की जा रही है. इसमें कई बड़े खुलासे होने की उम्मीद है.