नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के जेल जाने के बाद अब उनकी सरकार में मंत्री राजकुमार आनंद ने पार्टी और मंत्री पद दोनों से इस्तीफा दे दिया है. अगर, आम आदमी पार्टी से मंत्री के तौर पर इस्तीफा देने की बात करें तो राजकुमार 8वें ऐसे मंत्री हैं, जिन्होंने सरकार से इस्तीफा दिया है.
इससे पहले फर्जी डिग्री मामले में फंसने पर कानून मंत्री जितेंद्र सिंह तोमर, उसके बाद एससी-एसटी एवं महिला एवं बाल विकास मंत्री संदीप कुमार, खाद्य आपूर्ति मंत्री आसिम अहमद खान, जल संसाधन मंत्री कपिल मिश्रा, समाज कल्याण मंत्री राजेंद्र पाल गौतम, स्वास्थ्य, गृह, ऊर्जा सहित कई विभागों के मंत्री सत्येंद्र जैन और उपमुख्यमंत्री एवं शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया भी सरकार से इस्तीफा दे चुके हैं. केजरीवाल की सरकार से यह इस्तीफे पिछले 9 साल की सरकार चलने के दौरान अलग-अलग आरोपों पर हुए हैं.
किस मंत्री ने कब दिया केजरीवाल सरकार से इस्तीफा:
जितेंद्र सिंह तोमर: कानून मंत्री जितेंद्र सिंह तोमर ने फर्जी डिग्री मामले में गिरफ्तार होने के बाद 9 जून 2015 को मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था. वह केजरीवाल सरकार गृह, कानून, पर्यटन, कला एवं संस्कृति विभाग के मंत्री थे. 2020 के विधानसभा चुनाव के समय ही उन्हें दिल्ली हाईकोर्ट ने फर्जी डिग्री का दोषी पाया था. उसके बाद वह चुनाव नहीं लड़ सके थे. उन्होंने अपनी पत्नी प्रीति तोमर को नामांकन कराया था. उसके बाद वह त्रि नगर से विधायक चुनी गई थी.
संदीप कुमार: अरविंद केजरीवाल की सरकार में वर्ष 2015 में सुल्तानपुर माजरा से विधायक चुने गए संदीप कुमार को एससी एसटी वेलफेयर और महिला एवं बाल विकास विभाग का मंत्री बनाया गया था. एक सेक्स सीडी कांड में शामिल होने का आरोप लगने के बाद केजरीवाल ने 31 अगस्त 2016 संदीप कुमार को अपने मंत्रिमंडल और पार्टी दोनों से बर्खास्त कर दिया था.
आसिम अहमद खान: वर्ष 2015 में आसिम अहमद खान ने माटिया महल विधानसभा क्षेत्र से आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी के तौर पर जीत दर्ज की थी. उन्हें केजरीवाल सरकार में खाद्य रसद नागरिक आपूर्ति एवं वन व पर्यावरण विभाग का मंत्री बनाया गया था. लेकिन एक बिल्डर से छह लाख रुपए की रिश्वत लेने के आरोप में 9 अक्टूबर 2015 को केजरीवाल ने आसिम अहमद खान को मंत्री पद से बर्खास्त कर दिया. हालांकि, बाद में सबूत के अभाव में सीबीआई ने उन्हें क्लीन चिट दे दी थी.
कपिल मिश्रा: 2015 के विधानसभा चुनाव में कपिल मिश्रा आम आदमी पार्टी के टिकट पर करावल नगर विधानसभा से विधायक चुने गए थे. केजरीवाल के दोबारा मुख्यमंत्री बनने पर उन्हें केजरीवाल ने अपने मंत्रिमंडल में जल संसाधन मंत्री बनाया था. लेकिन, मिश्रा ने पार्टी पर 45 करोड़ रुपए का चंदा लेकर भ्रष्टाचार करने का आरोप लगाया था. जिसके बाद 15 मई 2017 को केजरीवाल ने मिश्रा को मंत्रिमंडल से बर्खास्त करते हुए पार्टी से निकाल दिया था.
राजेंद्र पाल गौतम: मंत्री संदीप कुमार को मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने के बाद केजरीवल ने सीमापुरी से आम आदमी पार्टी के टिकट पर विधायक चुने गए राजेंद्रपाल गौतम को उनकी जगह एससी एसटी, समाज कल्याण विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग का मंत्री बनाया गया था. बौद्ध धर्म के कार्यक्रम में हिंदू देवी देवताओं के खिलाफ टिप्पणी करने का वीडियो वायरल होने के बाद केजरीवाल ने राजेंद्रपाल गौतम से अक्टूबर 2022 में इस्तीफा ले लिया था.
सत्येंद्र जैन: शकूर बस्ती विधानसभा क्षेत्र से विधायक चुने गए सत्येंद्र जैन को दिल्ली सरकार में स्वास्थ्य, गृह, ऊर्जा और जल संसाधन सहित कई बड़े विभागों का मंत्री बनाया गया था. मई 2022 में मनी लांड्रिंग के आरोप में गिरफ्तार होने के बाद मार्च 2023 में सत्येंद्र जैन ने तिहाड़ जेल से ही अपना इस्तीफा दे दिया था. अभी वह तिहाड़ जेल में बंद हैं.
मनीष सिसोदिया: दिल्ली के कथित आबकारी घोटाला मामले में भ्रष्टाचार के आरोप में 26 फरवरी 2023 को सीबीआई द्वारा गिरफ्तार किए जाने के बाद उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने तिहाड़ जेल से ही अपने पद से इस्तीफा दे दिया था. वह वर्ष 2013, 2015 और 2020 में आम आदमी पार्टी के टिकट पर पटपड़गंज विधानसभा से विधायक चुने गए हैं.
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राजकुमार आनंद: मंत्री राजेंद्र पाल गौतम से इस्तीफा लेने के बाद केजरीवाल ने अक्टूबर 2022 में पटेल नगर सीट से दो बार के विधायक राजकुमार आनंद को एससी एसटी, समाज कल्याण, श्रम एवं रोजगार, गुरुद्वारा चुनाव सहित सात मंत्रालयों की जिम्मेदारी देते हुए राजकुमार आनंद को मंत्री बनाया था. आज 4:00 बजे राजकुमार आनंद ने आम आदमी पार्टी और दिल्ली सरकार में मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया. आनंद ने आम आदमी पार्टी पर भ्रष्टाचार के दलदल में फंसने का आरोप लगाया है. उनका कहना है कि ऐसी स्थिति में वे आम आदमी पार्टी के साथ काम नहीं कर सकते.