लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री संगठन बीएल संतोष के 2 दिन के लखनऊ दौरे का निचोड़ इतना ही रहा कि उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव के दौरान विपक्ष ने जो संविधान समाप्त हो जाएगा का नरेटिव फैलाया था, उसको बीजेपी काट नहीं सकी. इस काम में मीडिया और सोशल मीडिया विभाग की महत्वपूर्ण भूमिका थी. मगर पार्टी ने 400 सीट जीती तो संविधान समाप्त हो जाएगा इस नारे को काटने का कोई खास इंतजाम नहीं किया था.
उस पर भाजपा के कुछ नेताओं ने सार्वजनिक सभा में इस तरह के वक्तव्य देकर स्थितियों को और बिगाड़ दिया था. जिसका नतीजा यह हुआ कि दलित और पिछड़ों का वोट भारतीय जनता पार्टी को अपेक्षाकृत बहुत कम मिला. इसी के चलते भाजपा को यूपी में पिछली बार के मुकाबले आधी सीट ही मिल सकीं.
पार्टी के सूत्रों ने बताया कि बीएल संतोष ने भारतीय जनता पार्टी की सोशल मीडिया और मीडिया विभाग की बैठक में खासतौर पर इस बिंदु का उल्लेख किया था. यहां पदाधिकारी से वार्ता करने के बाद यह बात स्पष्ट हो गई कि संविधान समाप्त होने वाले नरेटिव के खिलाफ कुछ खास नहीं किया गया है. इसकी वजह से चुनाव के दौरान दलित और पिछड़े वर्ग में यह बात फैलती चली गई कि भारतीय जनता पार्टी ये वास्तविकता में कर देगी इसीलिए वह शांत है.
बीएल संतोष ने कहा कि अब ऐसे किसी भी एजेंडे को काटने के लिए आक्रामक प्रयास करने की जरूरत होगी. तर्कसंगत तरीके से मीडिया और सोशल मीडिया में अपनी बात रखने के लिए भारतीय जनता पार्टी के नेताओं को अतिरिक्त प्रयास करने पड़ेंगे. इसके बाद में ही हम विपक्ष के झूठ के एजेंडे का सामना कर सकेंगे. इसलिए किसी भी तरह का झूठा एजेंडा जब फैलाया जाए तो तत्काल उसकी काट करने की जरूरत है.
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