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बिहार-झारखंड के डकैत गिरोह के छह सदस्य गिरफ्तार, गिरोह का सरगना टीएसपीसी का एरिया कमांडर - Six members of dacoit gang arrested

Dacoit Gang busted in Palamu. पलामू पुलिस ने डकैत गिरोह के छह सदस्यों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार सदस्यों के पास से पुलिस ने हथियार और डकैती के कई सामान बरामद किए हैं. यह सभी अपराधी पलामू, गया और औरंगाबाद के रहने वाले हैं.

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डकैत गिरोह के छह सदस्य गिरफ्तार (ETV BHARAT)
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By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Aug 31, 2024, 6:53 PM IST

पलामू: बिहार-झारखंड के कुख्यात डकैत गिरोह के छह सदस्यों को पलामू पुलिस ने गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार सदस्यों के पास से पुलिस ने हथियार और डकैती के कई सामान बरामद किए हैं. इस दौरान डकैतो से सामान की खरीदारी करने वाले एक सुनार को भी गिरफ्तार किया गया. गिरोह में पलामू, बिहार के गया और औरंगाबाद के रहने वाले अपराधी शामिल है.

एसपी का बयान (ETV BHARAT)

वहीं, गिरोह का सरगना टीएसपीसी का एक पूर्व एरिया कमांडर है, जो आठ महीने पहले ही जेल से बाहर निकला है. दरअसल, पलामू के सदर थाना क्षेत्र के सिंगरा में कुछ दिनों पहले हथियार के बल पर एक पुलिस जवान के घर में भीषण डकैती हुई थी. साथ ही नौडीहा बाजार थाना क्षेत्र में भी एक व्यक्ति के यंहा डकैती हुई थी.

छापेमारी के लिए एसआईटी का गठन

इस घटना के बाद पुलिस ने एसआईटी का गठन किया और मामले में छापेमारी शुरू की. पुलिस की छापेमारी में गिरोह से जुड़े हुए बिहार के औरंगाबाद के रहने वाले सूरजमल पासवान, गया के गुरुआ के रहने वाले उपेंद्र पासवान, पलामू के हैदरनगर के रहने वाले जितेंद्र पासवान और हुसैनाबाद के झरगड़ा के रहने वाले गोविंद प्रसाद को पुलिस ने गिरफ्तार किया.

इसके अलावा गिरफ्तार आरोपियों के निशानदेही पर पुलिस ने डकैती का सामग्री खरीदने वाले आशीष सोनी नामक व्यक्ति को भी गिरफ्तार किया. पुलिस ने आरोपी के पास से एक देशी पिस्तौल और छह जिंदा गोलियां बरामद की हैं.

हथियार और नक्सली का सहारा लेते थे अपराधी

पलामू एसपी रीष्मा रमेशन ने बताया कि कुछ दिनों पहले ही गिरोह को बनाया गया. गिरोह के सदस्य हथियार के तर्ज पर लोगों के घरों में घुसते और डकैती की घटना को अंजाम देते थे. इतना ही नहीं अपराधी खुद को नक्सली बताते थे ताकि लोग हथियार की बात पर विश्वास कर सकें.

एसपी ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी सूरजमल पासवान, जितेंद्र पासवान और उपेंद्र पासवान पर झारखंड और बिहार में कई बड़े आपराधिक घटनाओं को अंजाम देने का आरोप है. 2010 में लातेहार इलाके में अरुण दत्ता और तीन लोगों की हत्या कर शव को हूंटार कोलियरी में फेंक दिया गया था. जिसमें जितेंद्र पासवान को आजीवन कारावास की सजा हुई थी. एसपी ने बताया कि आठ महीने पहले ही जितेंद्र पासवान जेल से बाहर निकाला और गिरोह में शामिल हुआ.

सुनसान इलाकों के घरों को बनाते थे टारगेट

डकैतो का यह इंटर स्टेट गिरोह सुनसान इलाकों में मौजूद घर को निशाना बनाता था. एसपी ने बताया कि घटना के दिन गिरोह शहर के इलाके में डकैती को अंजाम देना चाहते थे लेकिन सिंगरा में घटना को अंजाम दिया गया. जिसके बाद छापेमारी की गई. छापेमारी में सदर एसडीपीओ मणि भूषण प्रसाद, सदर थाना प्रभारी उत्तम कुमार राय, एएसआई नबी अंसारी, भारत भूषण सामड़ समेत कई पुलिस अधिकारी शामिल थे.

ये भी पढ़ें: भाजपा सांसद का बड़ा आरोप- उत्पाद सिपाही बहाली के दौरान होने वाली मौत के लिए राज्य सरकार जिम्मेदार

ये भी पढ़ें: पलामू-गढ़वा से CRPF होगा क्लोज! बूढ़ा पहाड़ में एक बटालियन मणिपुर भेजने की तैयारी, सांसद लिखेंगे पत्र

पलामू: बिहार-झारखंड के कुख्यात डकैत गिरोह के छह सदस्यों को पलामू पुलिस ने गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार सदस्यों के पास से पुलिस ने हथियार और डकैती के कई सामान बरामद किए हैं. इस दौरान डकैतो से सामान की खरीदारी करने वाले एक सुनार को भी गिरफ्तार किया गया. गिरोह में पलामू, बिहार के गया और औरंगाबाद के रहने वाले अपराधी शामिल है.

एसपी का बयान (ETV BHARAT)

वहीं, गिरोह का सरगना टीएसपीसी का एक पूर्व एरिया कमांडर है, जो आठ महीने पहले ही जेल से बाहर निकला है. दरअसल, पलामू के सदर थाना क्षेत्र के सिंगरा में कुछ दिनों पहले हथियार के बल पर एक पुलिस जवान के घर में भीषण डकैती हुई थी. साथ ही नौडीहा बाजार थाना क्षेत्र में भी एक व्यक्ति के यंहा डकैती हुई थी.

छापेमारी के लिए एसआईटी का गठन

इस घटना के बाद पुलिस ने एसआईटी का गठन किया और मामले में छापेमारी शुरू की. पुलिस की छापेमारी में गिरोह से जुड़े हुए बिहार के औरंगाबाद के रहने वाले सूरजमल पासवान, गया के गुरुआ के रहने वाले उपेंद्र पासवान, पलामू के हैदरनगर के रहने वाले जितेंद्र पासवान और हुसैनाबाद के झरगड़ा के रहने वाले गोविंद प्रसाद को पुलिस ने गिरफ्तार किया.

इसके अलावा गिरफ्तार आरोपियों के निशानदेही पर पुलिस ने डकैती का सामग्री खरीदने वाले आशीष सोनी नामक व्यक्ति को भी गिरफ्तार किया. पुलिस ने आरोपी के पास से एक देशी पिस्तौल और छह जिंदा गोलियां बरामद की हैं.

हथियार और नक्सली का सहारा लेते थे अपराधी

पलामू एसपी रीष्मा रमेशन ने बताया कि कुछ दिनों पहले ही गिरोह को बनाया गया. गिरोह के सदस्य हथियार के तर्ज पर लोगों के घरों में घुसते और डकैती की घटना को अंजाम देते थे. इतना ही नहीं अपराधी खुद को नक्सली बताते थे ताकि लोग हथियार की बात पर विश्वास कर सकें.

एसपी ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी सूरजमल पासवान, जितेंद्र पासवान और उपेंद्र पासवान पर झारखंड और बिहार में कई बड़े आपराधिक घटनाओं को अंजाम देने का आरोप है. 2010 में लातेहार इलाके में अरुण दत्ता और तीन लोगों की हत्या कर शव को हूंटार कोलियरी में फेंक दिया गया था. जिसमें जितेंद्र पासवान को आजीवन कारावास की सजा हुई थी. एसपी ने बताया कि आठ महीने पहले ही जितेंद्र पासवान जेल से बाहर निकाला और गिरोह में शामिल हुआ.

सुनसान इलाकों के घरों को बनाते थे टारगेट

डकैतो का यह इंटर स्टेट गिरोह सुनसान इलाकों में मौजूद घर को निशाना बनाता था. एसपी ने बताया कि घटना के दिन गिरोह शहर के इलाके में डकैती को अंजाम देना चाहते थे लेकिन सिंगरा में घटना को अंजाम दिया गया. जिसके बाद छापेमारी की गई. छापेमारी में सदर एसडीपीओ मणि भूषण प्रसाद, सदर थाना प्रभारी उत्तम कुमार राय, एएसआई नबी अंसारी, भारत भूषण सामड़ समेत कई पुलिस अधिकारी शामिल थे.

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