नई दिल्ली/नोएडा: देश-विदेश के नामी कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में संचालित कोर्स में दाखिला दिलाने के नाम पर छात्रों के साथ करोड़ों रुपए की ठगी करने वाले गिरोह का नोएडा पुलिस ने पर्दाफाश किया है. सेक्टर-113 पुलिस ने इस मामले में छह आरोपियों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपियों में दो युवतियां भी शामिल है. डीसीपी नोएडा ने गिरोह का पर्दाफाश करने वाली टीम को 25 हजार रुपये का इनाम दिया है.
एडिशनल डीसीपी नोएडा मनीष कुमार मिश्रा ने बताया कि थाना सेक्टर-113 पुलिस ने एक सूचना के आधार पर सेक्टर-62 स्थित एक टॉवर में छापेमारी की. यहां पर कुछ लोग एक कार्यालय चला रहे थे. जहां से छात्र-छात्राओं को देश-विदेश के विभिन्न मेडिकल कॉलेज सहित अन्य कॉलेजों में दाखिला दिलाने के नाम पर उनसे लाखों रुपए की ठगी की जा रही थी. पुलिस ने आरोपियों से बरामद मोबाइल और लैपटॉप को जांच के लिए भेजा जाएगा. आशंका है कि मोबाइल और लैपटॉप में ठगी से संबंधित कई अहम डाटा निकलकर सामने आएगा.
पुलिस ने यहां से बिहार के पटना निवासी राहुल कुमार और अनुपम कुमार, नागपुर के दयानंद पांडेय, आगरा के सचिन सिंह, गोरखपुर की विदुषी लोहिया और झारखंड के जमशेदपुर निवासी निकिता उपाध्याय को गिरफ्तार कर लिया. सभी आरोपी वर्तमान में नोएडा के अलग-अलग जगहों पर किराए का कमरा लेकर रह रहे हैं. राहुल कुमार और अनुपम कुमार गिरोह के सरगना हैं. गिरोह का एक अन्य सरगना सोनू अभी भी फरार है. आरोपियों की निशानदेही पर पांच करोड़ छह लाख 50 हजार रुपये के 61 चेक, ठगी में इस्तेमाल कार, तीन लाख 90 हजार रुपये नकद, दो लैपटॉप, 16 मोबाइल और स्वयं लिखित डायरी सहित अन्य सामान बरामद हुआ है.
पूछताछ के दौरान पुलिस को पता चला कि आरोपी सोशल मीडिया और विभिन्न प्लेटफार्म के माध्यम से भारत और विदेशों में स्थित नामी कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में छात्र-छात्राओं का दाखिला कराने के नाम पर संपर्क करते थे. दाखिला कराने के नाम पर छात्रों से छह से दस लाख रुपये तक लिए जाते थे. इनके निशाने पर मुख्यत: सीधे-साधे वे लोग होते थे जो अपने बच्चों को हर हाल में मेडिकल और इंजीनियरिंग की पढ़ाई करवाना चाहते थे. आरोपी उन छात्रों से संपर्क करते थे, जिन्होंने मेडिकल और इंजीनियरिंग में दाखिले के लिए एग्जाम दिया था.
पढ़े-लिखे हैं गिरोह के सभी सदस्य: एसीपी शैव्या गोयल ने बताया कि गिरोह के सभी सदस्य पढ़े लिखे हैं. 30 वर्षीय राहुल ने पटना यूनिवर्सिटी से बीएससी, अनुपम कुमार ने पटना के फ़र्ग्यूसन कॉलेज से बीबीए, दयानंद पांडेय ने नागपुर के आंबेडकर कॉलेज से बीकॉम, सचिन ने आगरा के लक्ष्मीबाई कॉलेज से बीए, विदुषी ने पटना विश्वविद्यालय से बीकॉम और निकिता ने बोकारो यूनिवर्सिटी से बीबीए किया हुआ है. राहुल और अनुपम गिरोह के अन्य सदस्यों को 40 से 50 हजार प्रतिमाह बतौर सैलरी देते थे. अनुमान के मुताबिक गिरोह के सदस्य पांच सौ से अधिक छात्रों के साथ अबतक ठगी कर चुके हैं.