बस्तर : छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग में बीते 3 दिनों से लगातार बारिश हो रही है. बारिश के कारण नदी नाले उफान पर है. बस्तर, बीजापुर, दंतेवाड़ा, नारायणपुर, सुकमा जिलों के कई गांव बाढ़ के कारण ब्लॉक मुख्यालय और जिला मुख्यालय से कट गए हैं. अंदरूनी क्षेत्रों के गांव टापू में तब्दील हो गए हैं. बाढ़ का पानी सड़क पर आ गया है.
नेशनल हाईवे में आवाजाही बंद : नेशनल हाइवे में बाढ़ के पानी के कारण आवाजाही बंद है. सुकमा जिले को कोंटा और पड़ोसी राज्य आंध्रप्रदेश, तेलंगाना से जोड़ने वाली नेशनल हाईवे 30 में एर्राबोर पुलिया में बारिश का पानी आ चुका है. जिससे आवाजाही पूरी तरह ठप है. जिससे पुलिया के दोनों तरफ गाड़ियों की लंबी कतार लग गई है. बाढ़ की स्थिति की देखते हुए बड़ी संख्या में स्थानीय पुलिस बल को भी मौके पर तैनात किया गया है. बारिश कम होने का इंतज़ार किया जा रहा है. लेकिन सुकमा सहित बस्तर संभाग में बारिश रुक-रुक जारी है. आसमान में काले बादल छाए हुए हैं. हवाएं भी बारिश के साथ चल रही है.बस्तर जिले में भी पलवा गांव को मारेंगा से जोड़ने वाले पुल में भी बाढ़ का पानी भर गया है. मार्ग बंद है. वहीं तोकापाल को करंजी से जोड़ने वाले सड़क में भी बारिश का पानी भर गया है.
ASP ने की अपील : लगातार बारिश के कारण सुकमा एएसपी आकाश राव ने सुकमा के स्थानीय लोगों से वीडियो के माध्यम से अपील भी की है. कि सभी सावधानी बरतें और बाढ़ वाले इलाकों में नहीं जाएं.
''बारिश के कारण जलस्तर बढ़ गया है. और बाढ़ का पानी सड़क व पुलिया के ऊपर से बह रहा है. जिन्हें पार करना काफी खतरनाक हो सकता है. जहां ऐसी स्थित निर्मित हुई है. उन स्थानों से दूरी बना लें. और पुलिस का सहयोग करें.''आकाश राव, ASP सुकमा
गोदावरी नदी का जलस्तर बढ़ा : जगदलपुर शहर से लगे गणपति रिसोर्ट के आगे हाटगुड़ा का मार्ग भी बंद है. धीरे धीरे बाढ़ का पानी बढ़ते ही जा रहा है. गोदावरी नदी में भी वॉटर लेवल तेजी से बढ़ रहा है. इसके अलावा पोलावरम बांध में भी काफ़ी तेजी से वॉटर लेवल बढ़ रहा है. इन दोनों स्थानों में वॉटर लेवल बढ़ने से शबरी नदी जो गोदावरी में मिलती है. उसका बैक वाटर तेजी सुकमा जिले के कोंटा इलाके में बढ़ता है. जिसके कारण कोंटा बैक वाटर से पूरी तरफ डूब जाता है.