चित्तौड़गढ़. राशमी थाना अंतर्गत पहुंना गांव में धार्मिक जुलूस के दौरान दो पक्षों के बीच पथराव के बाद बुधवार को हालात नियंत्रण में रहे. अब तक मामले में पुलिस ने 18 लोगों को गिरफ्तार किया है, जबकि अन्य की तलाश की जा रही है. एक व्यक्ति की मौत की सूचना थी, लेकिन प्रशासन ने स्पष्ट किया कि घटना से उस मौत का संबंध नहीं है. वह मौत हार्ट अटैक के कारण हुई है.फिलहाल कस्बे में धारा 144 लागू कर दी गई है. जिला कलेक्टर आलोक रंजन और पुलिस अधीक्षक सुधीर जोशी भी मौके पर डटे हैं.
जिला कलक्टर ने बताया कि पहुंना कस्बे में मंगलवार रात बड़े मंदिर से जुलूस निकाला जा रहा था. जुलूस के दरगाह के बाहर से निकलने के दौरान कुछ युवकों ने साउंड का हवाला देकर जुलूस को रोकने की कोशिश की और पथराव कर दिया. इससे माहौल खराब हो गया. इस दौरान एक पक्ष के युवाओं ने एक व्यक्ति की पिटाई कर दी गई, जिसे प्राथमिक उपचार के बाद भीलवाड़ा रेफर कर दिया गया. इस घटना से जुलूस में शामिल लोग गुस्सा हो गए. इस बीच, एक पक्ष के लोगों द्वारा फिर से पथराव शुरू किया गया. जवाब में दूसरे पक्ष ने भी पत्थरबाजी शुरू कर दी गई. दोनों ही पक्षों के बीच आमने-सामने की पत्थरबाजी में लगभग 8 से 10 लोग जख्मी हो गए।
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सूचना पर राशमी थाना अधिकारी श्याम राज पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और उच्च अधिकारियों को घटना से अवगत कराया. पुलिस ने बल प्रयोग करते हुए दोनों ही पक्षों को खदेड़ा. राशमी के उपखंड अधिकारी गोविंद सिंह, कपासन विधायक अर्जुन लाल जीनगर भी मौके पर पहुंचें. जिला प्रशासन द्वारा कस्बे में धारा 144 लागू कर दी गई है. जिला कलेक्टर रंजन ने बताया कि हालात नियंत्रण में है. जिला कलेक्टर ने बताया कि कुछ लोगों को चोटें आई थी, जिन्हें प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई है, जबकि एक व्यक्ति को सिर में चोट की वजह से भीलवाड़ा रेफर किया गया था. उसे भी छुट्टी दे दी गई. एक व्यक्ति की मौत होना बताया गया, लेकिन उसकी मौत का कारण हार्ट अटैक के कारण हुई है. मामले में एफआईआर दर्ज कर ली गई है और अब तक 18 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. उन्होंने कस्बे के लोगों से शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील करते हुए कहा कि माहौल बिगाड़ने वालों के खिलाफत सख्त कार्रवाई की जाएगी.