सीतापुर : शहर की प्रेमनगर रिफ्यूजी काॅलोनी को लेकर एक बार फिर माहौल गर्माया हुआ है. इस काॅलोने के निवासियों का एक बड़ा वर्ग राष्ट्रपति द्वारा विक्रीत की गई सम्पत्ति को शत्रु संपत्ति घोषित किए जाने से उपजी कई कठिनाइयों को लेकर जिलाधिकारी से मिला और उनसे राहत दिलाने की मांग की है. जिलाधिकारी ने समाधान के प्रति सभी को आश्वस्त किया है. इस दौरान प्रेमनगरवासियों ने समस्या का समाधान न होने पर लोकसभा चुनाव 2024 का बहिष्कार करने का भी ऐलान कर दिया है.
भारत-पाकिस्तान विभाजन के समय पाकिस्तान से आकर जो लोग सीतापुर में बसे थे उन्हें भारत के तत्कालीन राष्ट्रपति द्वारा रिफ्यूजी कॉलोनी की बिक्री की गई थी. इस बेची गई संपत्ति से सम्बंधित समस्त मूल अभिलेख व दस्तावेज जैसे कि सेल डीड आदि आज भी प्रेमनगरवासियों के पास मौजूद हैं. बावजूद इसके प्रेमनगर की रिफ्यूजी कॉलोनी राजा महमूदाबाद प्रकरण के पश्चात शत्रु संपत्ति घोषित है. जिसके चलते प्रेमनगर के समस्त निवासी अपनी संपत्ति का न तो क्रय विक्रय कर सकते हैं, न बैंक लोन करा सकते हैं और न ही वसीयत कर सकते हैं. इसी बाबत प्रेमनगरवासियों का प्रतिनिधिमंडल शुक्रवार को डीएम अनुज कुमार सिंह से मिला और उन्हें ज्ञापन देकर अपनी समस्याओं से अवगत कराया. जिलाधिकारी ने समस्याओं को सुनकर उनके समाधान का आश्वासन दिया है.
इसी दौरान किसी कार्य से सीतापुर पहुंचे भाजपा जिलाध्यक्ष राजेश शुक्ला से प्रेमनगरवासियों ने अपनी समस्या से अवगत कराया और आगामी लोकसभा चुनाव 2024 में मतदान न करने का ऐलान कर दिया. जिलाधिकारी को ज्ञापन देने वालों में सीए शिव कुमार रहेजा, डाॅ. अर्जुन लाल सिंधी, अधिवक्ता गणेश भोजवानी, अधिवक्ता संदीप सिन्हा, अधिवक्ता मनोज श्रीवास्तव, भट्ठा व्यापारी नरेश डोडेजा, बेकरी व्यापारी गोपाल चंदानी, संजय मिलवानी, यशवंत दिलवानी, प्रताप, कृष्णा, महेश, सरदार कुलतार सिंह, अशोक कलवानी, संतू, अमित डोडेजा, नंदलाल भूटानी, काके खन्ना आदि शामिल रहे.
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