सिरमौर: पुलिस थाना कालाअम्ब के अंतर्गत देवनी सड़क पर बीते 8 जून को पंजाब के कुछ लोगों ने एक स्थानीय युवक अनिष व उसके पिता के साथ लाठी-डंडों से बेरहमी से मारपीट की थी. अब इस मामले की जांच सीआईडी को सौंप दी गई है.
बता दें कि यह वही केस है जिसकी जांच का जिम्मा हेड कॉन्स्टेबल जसवीर सैनी को सौंपा गया था, लेकिन अब मामले की गंभीरता को देखते हुए इस केस को सीआईडी को ट्रांसफर कर दिया गया है.
पत्रकारवार्ता में एसपी सिरमौर रमन कुमार मीणा ने बताया कि मारपीट के इस केस की जांच गत शुक्रवार को सीआईडी को ट्रांसफर कर दी गई है. इस बाबत आईजी कार्यालय से आदेश मिल चुके हैं.
मामले में अन्य धाराओं को शामिल करने के सवाल पर एसपी ने कहा कि यह जांच का विषय है, लेकिन जिस तरीके से बाहरी लोगों द्वारा स्थानीय लोगों को पीटा गया और पीड़ित पक्ष ने आरोप लगाया कि मामले में धारा 506 भी नहीं लगाई गई. ये सब जांच का विषय है जो अब सीआईडी देखेगी.
पूछे जाने पर एसपी ने बताया कि फिलहाल मारपीट के आरोपी हिरासत में नहीं हैं. इसी वजह से पीड़ित पक्ष में काफी रोष था. वहीं, मारपीट का वीडियो वायरल हो रहा है. बता दें कि हेड कांस्टेबल जसवीर सैनी ने सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे अपने वीडियो में कहा था कि मारपीट के इस मामले में धारा 307 को शामिल करने का दबाव बनाया जा रहा है.
इस पर एसपी रमन कुमार मीणा ने साफ किया कि हम भी पुलिस वाले हैं और कानून हमको भी समझ में आता है. कोई भी व्यक्ति 307 का दबाव क्यों बनाएगा. हेड कांस्टेबल ने ऐसा क्यों कहा ये भी जांच का विषय है.
एसपी ने कहा पीड़ित पक्ष का आरोप यह था कि जांच अधिकारी जसवीर सैनी लगातार मामले में समझौते का दबाव बनाने के साथ-साथ धमका रहा था.
बता दें कि बीते दिन शुक्रवार को मारपीट के इस मामले में पीड़ित पक्ष ने डीसी सिरमौर सुमित खिमटा को एक शिकायत पत्र सौंप हेड कांस्टेबल की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए थे और सही तरीके से जांच न करने और मामले में समझौता करने जैसे गंभीर आरोप लगाए थे. ऐसे में अब देखना होगा कि सीआईडी की जांच में क्या सामने आता है.
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