जयपुर. राजस्थान लोकसेवा आयोग की उप निरीक्षक (एसआई) भर्ती परीक्षा में खुद की जगह एक डमी कैंडिडेट को बिठाकर शातिर युवक ने परीक्षा पास कर ली. इसके बाद तमाम प्रक्रिया पूरी कर ट्रेनिंग तक पहुंच गया. अब एसओजी ने धांधली करने वाले इस युवक को एसआई की ट्रेनिंग के बीच से गिरफ्तार किया है.
एसओजी के अधिकारी उससे पूछताछ में जुटे है. एसओजी-एटीएस के एडीजी वीके सिंह के अनुसार, एसआई भर्ती-2021 में खुद की जगह डमी अभ्यर्थी को परीक्षा दिलवाकर पास होने वाले डालूराम मीणा को गिरफ्तार किया गया है. वह तमाम प्रक्रिया पूरी कर राजस्थान पुलिस अकादमी में प्रशिक्षण ले रहा था. उन्होंने बताया कि आरोपी डालूराम मीणा ने खुद की जगह डमी अभ्यर्थी को परीक्षा दिलवाई और 1402वीं रैंक हासिल कर चयनित हो गया.
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9 साल तक पटवारी भी रहा आरोपी: इस संबंध में शिकायत मिलने पर गोपनीय तरीके से जांच की गई और आईपीसी की धारा 419, 420, 467, 468, 471, 120बी और राजस्थान सार्वजनिक परीक्षा (अनुचित साधनों का प्रयोग) अधिनियम 1992 की धारा 3, 4 व 6 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया. एडीजी वीके सिंह ने बताया कि राजस्थान पुलिस अकादमी में प्रशिक्षण हासिल कर रहे एसआई की प्रशिक्षण के दौरान हिरासत में लेकर गिरफ्तार किया गया है. आरोपी डालूराम मीणा साल 2014 से 2023 तक राजस्व विभाग में पटवारी के पद पर भी कार्यरत रहा है. वह दौसा जिले के महुवा का रहने वाला है.
डमी कैंडिडेट को सांचौर से लिया हिरासत में: एडीजी वीके सिंह के अनुसार, डालूराम ने पूछताछ में बताया कि उसकी जगह सांचौर जिले के हरचंद उर्फ हरीश उर्फ हरसनराम देवासी ने परीक्षा दी थी. उसे सांचौर जिले के झाब से हिरासत में लिया गया है. जहां से उसे जयपुर लाया जा रहा है. वह एसआई भर्ती परीक्षा में डमी अभ्यर्थी के रूप में पहले भी गिरफ्तार हुए था. उसने गिरफ्तार होने से पहले डालूराम की जगह परीक्षा दी थी. दोनों के बीच लेन-देन के सबूत भी एसओजी को मिली है.