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भगवान परशुराम का बोर्ड हटाने पर श्रीकांत त्यागी ने दिया विवादित बयान, सभा में मंच से कहा- दरोगा जी की जिप्सी फूंकी जाती, दो-चार चांटे पड़ते - Shrikant controversial statement - SHRIKANT CONTROVERSIAL STATEMENT

बागपत के बिनौली क्षेत्र के गलहेता गांव में एक दिन पहले भगवान परशुराम के नाम से बना बोर्ड उखाड़े जाने पर श्रीकांत त्यागी ने विवादित बयान दिया है.

भगवान परशुराम का बोर्ड हटाने पर श्रीकांत त्यागी ने दिया विवादित बयान
भगवान परशुराम का बोर्ड हटाने पर श्रीकांत त्यागी ने दिया विवादित बयान (Photo Credit; ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Aug 18, 2024, 7:10 PM IST

Updated : Aug 19, 2024, 4:37 PM IST

बागपत: जिले के बिनौली क्षेत्र के गलहेता गांव में एक दिन पहले भगवान परशुराम के नाम से बना बोर्ड उखाड़े जाने पर श्रीकांत त्यागी ने विवादित बयान दिया है. एक कार्यक्रम में मंच से कहा कि, आप सब लोगों ने बड़े सब्र से काम लिया है. नहीं तो दरोगा जी की जिप्सी फूंकी जाती, दो-चार चांटे मारे जाते, वर्दी भी फटती, दंगा होता. राष्ट्रवादी नवनिर्माण संगठन के बैनर तले कार्यक्र में श्रीकांत ने मंच से एएसपी को फोन कर बोर्ड वापस मांगा.

भगवान परशुराम का बोर्ड हटाने पर श्रीकांत त्यागी ने दिया विवादित बयान (Video Credit; ETV Bharat)

श्रीकांत त्यागी ने एएसपी को मंच से फोन कर कहा कि बोर्ड को थाने पहुंचा दो, वरना ये किसी नहीं सिर्फ मेरी सुनते हैं. उन्होंने यह भी एलान किया कि वे 65 गांवों में भगवान परशुराम के बोर्ड लगाएंगे. यह विवाद भगवान परशुराम के बोर्ड को लेकर शुरू हुआ था. गांव के लोग गांव के बाहर भगवान परशुराम का बोर्ड लगा रहे थे, लेकिन पुलिस ने इसे उखाड़ दिया था. इसके बाद श्रीकांत त्यागी भड़क गए और पुलिस के खिलाफ भड़काऊ बयान दिया.

श्रीकांत त्यागी ने पुलिस पर गंभीर आरोप भी लगाए. कहा कि सभा को विधिपूर्वक न्याय संगत रूप से किया जा रहा था. बिनौली थाने के इंस्पेक्टर ने सभा को स्ट्रेस करने का प्रयास किया था. यहां पर भगवान परशुराम जी का बोर्ड स्थापित था. कार्यक्रम समाप्त होने के बाद भगवान परशुराम तस्वीर पर माल्यार्पण किया जाना था. पुलिस ने बोर्ड पर लगी भगवान पुरशुराम की तस्वीर को फाड़ दिया और बोर्ड को उखाड़ दिया.

कहा कि बोर्ड लगाना कौन सा शासन आदेश के विरुद्ध है. जब इसकी जानकारी हुई तो हमारा संगठन और पश्चिम उत्तर प्रदेश के लोग उग्र हुए. उन्होंने इस कार्यक्रम में आने के लिए कूच किया. कहा कि दरोगा ने अपनी गलती मानी है. हमने भी उनका स्पष्ट किया है कि अगर दो दिन बाद ऐसा नहीं होता है तो हम लोग आंदोलन करेंगे. कहा कि गांव के बाहर मंदिर बना हुआ है, क्या उसको भी उखाड़ देंगे.

वहीं इस मामले पर एएसपी नरेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि श्रीकांत त्यागी के बयान का वीडियो सीओ बागपत को जांच के लिए दिया गया है. जांच पूरी होने के बाद इस मामले में आगे की कार्रवाई की जाएगी.

श्रीकांत त्यागी पर दर्ज हैं 9 मुकदमे

श्रीकांत त्यागी के खिलाफ ग्रैंड ओमैक्स सोसाइटी मामले से पहले कई मुकदमे दर्ज हैं. त्यागी के खिलाफ पहला मुकदमा 2007 में नोएडा के फेस 2 पुलिस स्टेशन में दर्ज हुआ. इसके बाद साल 2007 में ही गुंडा अधिनियम के तहत मुकदमा नोएडा के फेस 2 स्टेशन में दर्ज हुआ. 2008 में नोएडा के सेक्टर 39 के पुलिस स्टेशन में केस दर्ज तहत दर्ज किया गया. इस तरह कुल 9 मुकदमे त्यागी के खिलाफ दर्ज हैं.

यह भी पढ़ें : बागपत में PM MODI का जबरा फैन; कलम-स्याही से लिख डाली मोदी चालीसा, बोले- संसद भवन में हो प्रदर्शित - Rakesh Kumar Modi Chalisa

बागपत: जिले के बिनौली क्षेत्र के गलहेता गांव में एक दिन पहले भगवान परशुराम के नाम से बना बोर्ड उखाड़े जाने पर श्रीकांत त्यागी ने विवादित बयान दिया है. एक कार्यक्रम में मंच से कहा कि, आप सब लोगों ने बड़े सब्र से काम लिया है. नहीं तो दरोगा जी की जिप्सी फूंकी जाती, दो-चार चांटे मारे जाते, वर्दी भी फटती, दंगा होता. राष्ट्रवादी नवनिर्माण संगठन के बैनर तले कार्यक्र में श्रीकांत ने मंच से एएसपी को फोन कर बोर्ड वापस मांगा.

भगवान परशुराम का बोर्ड हटाने पर श्रीकांत त्यागी ने दिया विवादित बयान (Video Credit; ETV Bharat)

श्रीकांत त्यागी ने एएसपी को मंच से फोन कर कहा कि बोर्ड को थाने पहुंचा दो, वरना ये किसी नहीं सिर्फ मेरी सुनते हैं. उन्होंने यह भी एलान किया कि वे 65 गांवों में भगवान परशुराम के बोर्ड लगाएंगे. यह विवाद भगवान परशुराम के बोर्ड को लेकर शुरू हुआ था. गांव के लोग गांव के बाहर भगवान परशुराम का बोर्ड लगा रहे थे, लेकिन पुलिस ने इसे उखाड़ दिया था. इसके बाद श्रीकांत त्यागी भड़क गए और पुलिस के खिलाफ भड़काऊ बयान दिया.

श्रीकांत त्यागी ने पुलिस पर गंभीर आरोप भी लगाए. कहा कि सभा को विधिपूर्वक न्याय संगत रूप से किया जा रहा था. बिनौली थाने के इंस्पेक्टर ने सभा को स्ट्रेस करने का प्रयास किया था. यहां पर भगवान परशुराम जी का बोर्ड स्थापित था. कार्यक्रम समाप्त होने के बाद भगवान परशुराम तस्वीर पर माल्यार्पण किया जाना था. पुलिस ने बोर्ड पर लगी भगवान पुरशुराम की तस्वीर को फाड़ दिया और बोर्ड को उखाड़ दिया.

कहा कि बोर्ड लगाना कौन सा शासन आदेश के विरुद्ध है. जब इसकी जानकारी हुई तो हमारा संगठन और पश्चिम उत्तर प्रदेश के लोग उग्र हुए. उन्होंने इस कार्यक्रम में आने के लिए कूच किया. कहा कि दरोगा ने अपनी गलती मानी है. हमने भी उनका स्पष्ट किया है कि अगर दो दिन बाद ऐसा नहीं होता है तो हम लोग आंदोलन करेंगे. कहा कि गांव के बाहर मंदिर बना हुआ है, क्या उसको भी उखाड़ देंगे.

वहीं इस मामले पर एएसपी नरेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि श्रीकांत त्यागी के बयान का वीडियो सीओ बागपत को जांच के लिए दिया गया है. जांच पूरी होने के बाद इस मामले में आगे की कार्रवाई की जाएगी.

श्रीकांत त्यागी पर दर्ज हैं 9 मुकदमे

श्रीकांत त्यागी के खिलाफ ग्रैंड ओमैक्स सोसाइटी मामले से पहले कई मुकदमे दर्ज हैं. त्यागी के खिलाफ पहला मुकदमा 2007 में नोएडा के फेस 2 पुलिस स्टेशन में दर्ज हुआ. इसके बाद साल 2007 में ही गुंडा अधिनियम के तहत मुकदमा नोएडा के फेस 2 स्टेशन में दर्ज हुआ. 2008 में नोएडा के सेक्टर 39 के पुलिस स्टेशन में केस दर्ज तहत दर्ज किया गया. इस तरह कुल 9 मुकदमे त्यागी के खिलाफ दर्ज हैं.

यह भी पढ़ें : बागपत में PM MODI का जबरा फैन; कलम-स्याही से लिख डाली मोदी चालीसा, बोले- संसद भवन में हो प्रदर्शित - Rakesh Kumar Modi Chalisa

Last Updated : Aug 19, 2024, 4:37 PM IST
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