नई दिल्ली: छठ पर्व का आगाज मंगलवार से हो गया, जिसकी रौनक दिल्ली के बाजारों में भी दिखने लगी है. यहां छठी माता को चढ़ाए जाने वाली पूजा सामग्री की खरीदारी करने के लिए महिलाएं बाजार में पहुंच रही है. साथ ही दुकानदारों ने भी अपने दुकान पर इस पर्व से संबंधित सभी प्रकार की पूजन सामग्री को इकट्ठा करने का प्रयास किया है.
पश्चिमी दिल्ली के द्वारका स्थित डाबड़ी मोड़ पर मौजूद सब्जी मंडी में करीब 50 ऐसे विक्रेता हैं, जो छठ पर इस्तेमाल किए जाने वाली चीजें व फल आदि बेच रहे हैं. राजधानी के सरकारी स्कूल में टीचर मीरा ने बताया कि वह बीते 12 सालों से छठ का उपवास कर रही है. इसके लिए एक दिन में चीजें इकट्ठी करना मुश्किल है, क्योंकि अंतिम अर्घ्य देने तक इसकी तैयारियां चलती रहती हैं.
बिहार के बाजार से की तुलना: साथ ही इसमें इस्तेमाल होने वाले सामान और पूजा सामग्री की गिनती कर पाना बेहद मुश्किल है. हालांकि इस बाजार में सबकुछ आसानी से मिल जाता है. ऐसा लगता है कि बिहार के ही किसी बाजार से छठ पूजा के लिए सामान खरीद रहे हैं. उनके अलावा पांच साल से छठ पूजा पर उपवास करने वाली रंजना ने बताया कि उन्हें यह बाजार बेहद पसंद है. वह इस बाजार से कभी निराश नहीं होती, क्योंकि यह उनकी मांगों पर खरा उतरता है.
अन्य बाजारों से सस्ता: छठ पूजा की सामग्री बेचने वाले प्रभाकर कुमार झा ने बताया, पहले कम ही लोग यह व्रत करते थे. लेकिन, 35 सालों में करीब 10 गुना अधिक लोग व्रत रखने लगे हैं. इस बाबत सेल में बढ़ोतरी हुई है. उनके पास 50 से ज्यादा पूजा सामग्री हैं. दो साल से किसी भी चीज की कीमत में ज्यादा बदलाव नहीं आया है. दिल्ली के अन्य बाजारों में यही सामान महंगा बिकता है. बाजार में पूजा के लिए सारा समान मात्र 800 रुपए में मिल जाता है, वहीं अगर किसी घर में दो महिलाएं उपवास रख रही हैं तो पूजा सामग्री 1500 रुपए में पूरी मिल जाती है.
कहां से मंगाते हैं सामान: उन्होंने बताया कि छठ पूजा में इस्तेमाल होने वाला ज्यादातर सामान झारखंड, बंगाल, उत्तर प्रदेश, उड़ीसा और असम से मंगाया जाता है. वहीं अब कुछ सामान दिल्ली की मंडी में मिल जाता है. दौरा, बड़ी टोकरी, छोटी टोकरी, ठेकुआ का सांचा, गन्ना, नारियल, अनानास, बड़ा नींबू (गागल), दो कोसिया सहित हाथी, आंवला आदि कई सामग्री मंगवाई जाती है.
पहले से बढ़ी व्रतियों की संख्या: उनके अलावा करीब 30 वर्षों से पूजा सामग्री विक्रेता मुंद्रिका ने बताया कि उनके पास पूजा सामग्री के 60 से 70 चीजे हैं. इसके बाद भी यह कम है. छठ पूजा में अनगिनत सामानों का इस्तेमाल होता है. अब बाजार में रौनक दिखने लगी है और आगामी सात नवंबर तक बाजार गुलजार रहेगा. पहले दिल्ली में काम लोग इस उपवास को रखते थे, लेकिन अब तो एक ही घर के चार-पांच लोग छठी माई का व्रत रखते हैं.
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