देहरादून: पटेलनगर कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत रिजर्व पुलिस लाइन में तैनात एक सिपाही पर दुकानदार ने धोखाधड़ी का आरोप लगाया है. दुकानदार का आरोप है कि पुलिसकर्मी ने उससे ऑनलाइन 47 हजार रुपए ट्रांसफर कराए,उसके बाद कैश देने के बजाय वर्दी का रौब दिखाने लगा. बिना रकम दिए ही मौके से चला गया. दुकानदार की तहरीर पर आरोपी सिपाही के खिलाफ कोतवाली पटेलनगर में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है.
मेहूवाला माफी,शिमला बाईपास रोड निवासी आदित्य आनंद ने शिकायत दर्ज कराई है कि वह 9 नवंबर को चौहान मोहल्ला माफी के पास अपनी दुकान में बैठा था. इसी दौरान एक पुलिसकर्मी आया और पुलिसकर्मी की नेम प्लेट पर जौनी सिंह लिखा हुआ था. पुलिसकर्मी ने बताया कि वह पटेलनगर कोतवाली में तैनात है और खाते में तत्काल 47 हजार रुपए को जरूरत है, जोकि कैश के रूप में वापस कर देगा. आदित्य दुकानदार ने पुलिसकर्मी का सम्मान करते हुए पुलिसकर्मी के खाते में 47 हजार रुपए ट्रांसफर कर दिए.
लेकिन जब दुकानदार ने अपने रुपए कैश के रूप में मांगे तो पुलिसकर्मी का व्यवहार बदल गया और धमकी देने लगा कि वह रुपए वापस नहीं करेगा,जो करना है कर लो. दुकानदार ने तुरंत कंट्रोल रूम में फोन कर घटना के बारे में बताया. कुछ ही देर में आइएसबीटी से चीता पुलिसकर्मी दुकान पर पहुंचे और जब पुलिसकर्मी के बारे में जब पता किया गया तो वह पहले भी नगर कोतवाली क्षेत्र में इसी तरह से एक दुकानदार से ठगी कर चुका था. उस समय एसएसपी ने आरोपी पुलिसकर्मी को निलंबित कर दिया था. आईएसबीटी चौकी प्रभारी देवेश खुगशाल ने बताया है पीड़ित आदित्य आनंद की तहरीर के आधार पर आरोपी जौनी सिंह के खिलाफ कोतवाली पटेल नगर में मुकदमा दर्ज किया गया है.
आरोपी सिपाही जौनी सिंह पर मई महीने में इस तरह के मामले में शहर कोतवाली में मुकदमा दर्ज हुआ था. आरोपी सिपाही ने चंदननगर रेस्ट कैंप में अमित यादव की दुकान में पहुंच कर वहां अपनी सास की तबीयत खराब होने की बात कहते हुए अपने बैंक खाते में 49 हजार रुपए ट्रांसफर कराए थे. वहां भी नकद भुगतान का झांसा दिया गया. जिसके बाद शिकायत आने पर एसएसपी ने सिपाही को निलंबित कर दिया था और वर्तमान में पुलिसकर्मी पुलिस लाइन में तैनात है.
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