आगरा : ताजनगरी के सिकंदरा थाना क्षेत्र में 30 लाख रुपये की ठगी का मामला सामने आया है. आरोप है कि एक मेडिकल स्टोर पर नौकरी करने वाले कर्मचारी ने 30 लाख रुपये की चपत लगा दी. आरोप है कि कर्मचारी ने दुकान के ऑनलाइन भुगतान का क्यूआर कोड बदलकर अपने खाते का कोड लगा दिया. मेडिकल संचालक को इसकी भनक लगी तो मामला पुलिस तक पहुंचा. डीसीपी सिटी सूरज राय ने बताया कि पीड़ित की शिकायत पर जांच कराई गई. जांच में साक्ष्य के आधार पर आरोपित के खिलाफ धोखाधड़ी की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है.
पुलिस के मुताबिक, सिकंदरा थाना क्षेत्र के रहने वाले ओम प्रकाश मदान ने शिकायत दर्ज कराई है. बुजुर्ग ओम प्रकाश मदान का मेडिकल स्टोर है. उनका आरोप है कि 2015 में दुकान पर ओमवीर सिंह को नौकरी पर रखा था. वर्ष 2016 में उनके बेटे का एक्सीडेंट हो गया. बेटा का इलाज कराने के लिए उन्हें कई राज्यों में रहना पड़ता था. मेडिकल स्टोर को ओमवीर संभालता था. आरोप है कि ओमवीर ने दुकान पर ऑनलाइन भुगतान के लिए लगे क्यूआर कोड को बदल दिया. आरोप है कि ओमवीर ने अपने खाते का क्यूआर कोड मेडिकल स्टोर के नाम से बनवा लिया. आरोपी ने चार साल में तीस लाख से अधिक रुपये अपने खाते में डलवा लिए.
पुलिस के मुताबिक, पीड़ित बुजुर्ग ओम प्रकाश मदान ने बताया कि मुझे शक हुआ तो छानबीन की. जिसमें आरोपी ओमवीर की करतूत उजागर हुई. जुलाई 2024 में सिकंदरा थाना पुलिस से शिकायत की. आरोपित ओमवीर ने पुलिस के सामने दस लाख रुपये लौटाने की बात लिखित में देकर सुलह कर ली. आरोप है कि इसके बाद आरोपित धमकियां देने लगा. आरोपित ने दुकान के पास में अपना मेडिकल स्टोर खोल लिया. कार्रवाई न होने पर पुलिस अधिकारियों से शिकायत की.
डीसीपी सिटी सूरज राय ने बताया कि पीड़ित मेडिकल स्टोर संचालक की शिकायत पर सिकंदरा थाना पुलिस को निर्देश दिए हैं कि जांच के बाद मुकदमा दर्ज करें. जिस पर पीड़ित बुजुर्ग के दिए गए सबूतों की जांच के बाद मुकदमा दर्ज करके कार्रवाई शुरू कर दी है.
आगरा में 30 लाख की ठगी, मेडिकल स्टोर पर क्यूआर कोड लगाने का आरोप - AGRA NEWS
आगरा पुलिस ने जांच कर आरोपित के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया.
By ETV Bharat Uttar Pradesh Team
Published : Jan 13, 2025, 12:27 PM IST
आगरा : ताजनगरी के सिकंदरा थाना क्षेत्र में 30 लाख रुपये की ठगी का मामला सामने आया है. आरोप है कि एक मेडिकल स्टोर पर नौकरी करने वाले कर्मचारी ने 30 लाख रुपये की चपत लगा दी. आरोप है कि कर्मचारी ने दुकान के ऑनलाइन भुगतान का क्यूआर कोड बदलकर अपने खाते का कोड लगा दिया. मेडिकल संचालक को इसकी भनक लगी तो मामला पुलिस तक पहुंचा. डीसीपी सिटी सूरज राय ने बताया कि पीड़ित की शिकायत पर जांच कराई गई. जांच में साक्ष्य के आधार पर आरोपित के खिलाफ धोखाधड़ी की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है.
पुलिस के मुताबिक, सिकंदरा थाना क्षेत्र के रहने वाले ओम प्रकाश मदान ने शिकायत दर्ज कराई है. बुजुर्ग ओम प्रकाश मदान का मेडिकल स्टोर है. उनका आरोप है कि 2015 में दुकान पर ओमवीर सिंह को नौकरी पर रखा था. वर्ष 2016 में उनके बेटे का एक्सीडेंट हो गया. बेटा का इलाज कराने के लिए उन्हें कई राज्यों में रहना पड़ता था. मेडिकल स्टोर को ओमवीर संभालता था. आरोप है कि ओमवीर ने दुकान पर ऑनलाइन भुगतान के लिए लगे क्यूआर कोड को बदल दिया. आरोप है कि ओमवीर ने अपने खाते का क्यूआर कोड मेडिकल स्टोर के नाम से बनवा लिया. आरोपी ने चार साल में तीस लाख से अधिक रुपये अपने खाते में डलवा लिए.
पुलिस के मुताबिक, पीड़ित बुजुर्ग ओम प्रकाश मदान ने बताया कि मुझे शक हुआ तो छानबीन की. जिसमें आरोपी ओमवीर की करतूत उजागर हुई. जुलाई 2024 में सिकंदरा थाना पुलिस से शिकायत की. आरोपित ओमवीर ने पुलिस के सामने दस लाख रुपये लौटाने की बात लिखित में देकर सुलह कर ली. आरोप है कि इसके बाद आरोपित धमकियां देने लगा. आरोपित ने दुकान के पास में अपना मेडिकल स्टोर खोल लिया. कार्रवाई न होने पर पुलिस अधिकारियों से शिकायत की.
डीसीपी सिटी सूरज राय ने बताया कि पीड़ित मेडिकल स्टोर संचालक की शिकायत पर सिकंदरा थाना पुलिस को निर्देश दिए हैं कि जांच के बाद मुकदमा दर्ज करें. जिस पर पीड़ित बुजुर्ग के दिए गए सबूतों की जांच के बाद मुकदमा दर्ज करके कार्रवाई शुरू कर दी है.