अंबाला: पेरिस ओलंपिक 2024 में कांस्य पदक विजेता शूटर सरबजोत सिंह का अपने गांव पहुंचने पर ग्रैंड वेलकम किया गया. शूटर सरबजोत सिंह के ब्रॉन्ज जीतने पर हरियाणा में जगह-जगह स्वागत की तैयारी गई है. स्टार शूटर सरबजोत सिंह का लोगों ने खूब खुशी और स्नेह से फूल मालाएं पहनाकर स्वागत किया. इस दौरान सभी को मिठाई बांटी गई. वहीं, सरबजोत सिंह ने गुरुद्वारे में भी मत्था टेका. इस दौरान सरबजोत के माता-पिता में भी खुशी की लहर है.
'गोल्ड मेडल है मकसद': सरबजोत ने अंबाला अपने घर पहुंचने पर मीडिया से बातचीत में बताया कि उन्होंने गेम प्रेशर नहीं लिया. वे बिना दबाव के खेलते रहे. मेडल लाना ही सरबजोत का मकसद रहा और इसी का ध्यान करते हुए उन्होंने निशानेबाजी में कांस्य पदक जीता. उन्होंने बताया कि अब गोल्ड लाना उनका मकसद है. वे अब दूसरे खिलाड़ियों को मोटिवेट करेंगे. उनका सहयोग करेंगे और मेडल लाने में सहयोग करेंगे. सरबजोत ने कहा कि उन्होंने अकेले सफर तय किया है. बाद में एक दोस्त का भी काफी सहयोग मिला था.
'आसां नहीं था सफर': वहीं, सरबजोत के कोच अभिषेक राणा ने मीडिया से बातचीत में कहा सरबजोत का सफर मुश्किलों भरा रहा है. उसने बहुत मेहनत की है. सरकार ने भी पूरा सहयोग किया है. वो चाहते हैं कि हरियाणा में सरकार शूटिंग रेंज बढ़िया बनाई जाए. खिलाड़ियों को दूसरी जगह ट्रेनिंग के लिए जाना पड़ता है. ऐसा न हो इसके लिए मनु व सरबजोत के नाम से शूटिंग रेंज स्थापित की जाए.
'बेटे पर गर्व': वहीं, माता-पिता समेत ग्रामीणों को भी सरबजोत पर गर्व है. उन्होंने कहा कि गांव से निकला बेटा आज पदक जीतकर वापस लौटा है. जिसकी उन्हें बेहद खुशी है. उन्होंने कहा कि सरबजोत गांव के बाकी बच्चों के लिए भी प्रेरणा बना है. उन्होंने कहा कि गांव के लड़के ने दुनिया में देश व प3देश का नाम चमकाया है. सुबह से आसपास के लोग सरबजोत को बधाई दे रहे हैं.
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