शिवपुरी: माधव चौक पर एक सफाईकर्मी पूरे परिवार को लेकर आत्महत्या करने की कोशिश करने लगा. जिसके बाद सड़क पर आते-जाते राहगीरों की भीड़ इकट्ठा हो गई. भीड़ को नियंत्रित करने के लिए ट्रैफिक पुलिस को तैनात करना पड़ा. इस घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची कोतवाली थाना पुलिस ने सफाईकर्मी और उसके पूरे परिवार को समझाइश देकर थाने ले गई.
सफाई अधिकारी पर लगाया गंभीर आरोप
नगरपालिका में पदस्थ सफाईकर्मी महेश घावरी शुक्रवार की शाम माधव चौक पर अपनी पत्नी और 2 बेटियों को लेकर पहुंचा और फांसी लगाने की तैयारी शुरू कर दी. सफाईकर्मी महेश घावरी ने आरोप लगाया कि "उसके सफाई अधिकारी राकेश गैचर उससे रात-रातभर सेप्टिक टैंक के गड्ढे साफ करवाता है. उन्होंने कहा कि इसके लिए 1 हजार रुपए मिलते हैं लेकिन हमें सिर्फ 500 रुपए ही दिए जाते हैं. हमने सभी जगह शिकायत कर ली, लेकिन जब कोई सुनवाई नहीं हुई, तो मैं सपरिवार यहां पर फांसी लगाने आ गया."
सफाई अधिकारी ने आरोप को बताया झूठा
इस पूरे मामले में नगर पालिका के सफाई अधिकारी राकेश गैचर का कहना है कि "मनीष घावरी की ड्यूटी डीजे कोठी पर लगाई थी. सीएमओ द्वारा मांगी गई रिपोर्ट में मनीष घावरी को अनुपस्थित बताया गया. इसके बाद सफाई कर्मचारी के अभाव के चलते नगर पालिका सीएमओ ने मनीष के ट्रांसफर पर रोक लगा दी और उसे सफाई कार्य में जुटने के लिए कहा गया था. यही वजह है कि मनीष घावरी उस पर झूठे आरोप लगा रहा है."
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समझाइश देकर भेजा गया घर
इस पूरे मामले में कोतवाली थाना प्रभारी रोहित दुबे ने बताया कि "माधव चौक हंगामे की सूचना मिली थी. तत्काल घटनास्थल पर पहुंचकर मौजूद परिवार को समझाइश दी और कोतवाली थाना लेकर आए. जिसके बाद उन्हें समझाइश देकर घर भेज दिया है."