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राजा vs महाराज! लोकसभा चुनाव लड़ सकते हैं दिग्विजय सिंह, ऐसी होगी गुना-शिवपुरी की जंग!

Digvijay Contest Lok Sabha against Scindia: लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारियों का जायजा लेने पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह शिवपुरी पहुंचे. जहां उन्होंने गुना-शिवपुरी से लोकसभा चुनाव लड़ने पर अपनी प्रतिक्रिया दी.

Digvijay Singh contest Lok Sabha against Scindia
लोकसभा चुनाव लड़ेंगे दिग्विजय
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Feb 21, 2024, 7:46 AM IST

Updated : Feb 21, 2024, 9:30 AM IST

लोकसभा चुनाव लड़ सकते हैं दिग्विजय सिंह

शिवपुरी/गुना। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, राहुल गांधी की न्याय यात्रा और लोकसभा चुनाव की तैयारियों का जायजा लेने गुना और शिवपुरी के दौरे पर पहुंचे. उन्होंने गुना जिले की बमोरी, राघोगढ़ और चाचौड़ा में कार्यकर्ताओं से हारी हुई सीटों पर जनसंवाद किया. पत्रकारों ने जब उनसे पूछा कि क्या वह गुना-शिवपुरी से लोकसभा चुनाव लड़ेंगे. इस पर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा कि ''पार्टी जहां से कहेगी वहां से चुनाव लड़ने को तैयार हूं. माना जा रहा है कि दिग्विजय सिंह को कांग्रेस पार्टी गुना-शिवपुरी से अपना लोकसभा प्रत्याशी बना सकती है. वहीं भाजपा से ज्योतिरादित्य सिंधिया उम्मीदवार हो सकते हैं.

भाजपा का मकसद मस्जिद गिराना था

पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने भाजपा पर बड़ा हमला बोलते हुए कहा कि ''भाजपा हिंदू और मुसलमानों को लड़ाने का काम करने वाली पार्टी है. भाजपा का राम मंदिर बनाना मकसद नहीं था, अयोध्या में मस्जिद को गिरना था.'' दरअसल आने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस पार्टी की तैयारी के संबंध में कार्यकर्ताओं को संबोधित करने दिग्विजय सिंह शिवपुरी पहुंचे थे. कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए दिग्विजय सिंह ने भाजपा और मोदी पर सीधा हमला बोला. उन्होंने कहा कि ''कहीं आपने सुना है कि अधूरे मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा की जाती है क्या?'' उन्होंने कहा कि ''भाजपा लोकसभा चुनाव से पहले राम का सहारा लेने की कोशिश कर रही है. इसीलिए उसने अधूरे राम मंदिर में भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा करवा दी.''

चंपत राय धंधे वाले संत

दिग्विजय सिंह ने कहा कि 1979 जब देश के प्रधानमंत्री राजीव गांधी थे तो उन्होंने विवादित भूमि पर पूजन नहीं किया था. लेकिन भाजपा के ऐसे प्रधानमंत्री हैं जिन्होंने अधूरे मंदिर में ही राम की प्राण प्रतिष्ठा को अंजाम देकर वाहवाही लूटने का प्रयास किया है.'' पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा कि ''निर्मोही अखाड़े की जो जगह निर्धारित थी उनको भी दूसरी जगह दे दी. वहीं जो जगह राम मंदिर के लिए चिन्हत थी वहां भी मंदिर नहीं बनाया. पूर्व मुख्यमंत्री यही नहीं रुके बल्कि उन्होंने विश्व हिंदू परिषद के नेता चंपत राय के संबंध में कहा कि ''कौन है यह चंपत राय, यह कहां से आ गए, यह संत नहीं है बल्कि धंधे वाले संत हैं.''

हिम्मत है तो बैलेट पेपर से करके देखें चुनाव

पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा कि ''अगर नरेंद्र मोदी में इतनी हिम्मत है तो वह ईवीएम मशीन से चुनाव न करते हुए आने वाले लोकसभा चुनाव में बैलेट पेपर से चुनाव करवा कर देख लें. फिर पता चल जाएगा की 400 सीट आती है या नहीं. बैलेट पेपर से चुनाव होने पर कांग्रेस को कोई हारा नहीं सकता.'' दिग्विजय सिंह ने एक तरह से फिर ईवीएम पर निशाना साधा है. उन्होंने भोपाल में भी ईवीएम मशीन को लेकर एक डेमो दिया था.

अयोध्या नहीं पहुंचे तो क्या हम राम भक्त नहीं

दिग्विजय सिंह ने अपने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि ''अगर आपके दिल में भगवान के प्रति श्रद्धा है तो कहीं पर भी मौजूद रहकर भगवान के समक्ष जाने से उसकी पूर्ति होती है. अयोध्या जाने वाले और न जाने वाले सभी राम भक्त हैं. अगर कोई कांग्रेसी अयोध्या मंदिर में राम के दर्शन करने नहीं पहुंचा तो क्या वह भगवान राम में अपनी आस्था नहीं रखता है. यह बीजेपी का बनाया हुआ राजनीतिक आडंबर है जिसे भाजपा आने वाले लोकसभा चुनाव में इस्तेमाल कर हिंदू और मुसलमान को लड़ाने का काम करने के साथ-साथ कांग्रेसियों पर भी झूठे लांछन लगा रही है कि वह राम भक्त नहीं है.''

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दिग्विजय का कमलनाथ पर भी तंज

हाल ही में कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल होने की अटकलें को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने अपने ही पार्टी के कद्दावर नेता और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ पर भी तंज करने में कोताही नहीं बरती. उन्होंने कहा कि ''एक गिलहरी थी जो इधर-उधर जाना चाहती थी, लेकिन वह कहीं नहीं जा सकी और गाड़ी के नीचे आकर मर गई.'' बताना जरूरी है कि यह बात उन्होंने पत्रकारों के द्वारा कमलनाथ को लेकर पूछे गए एक सवाल के जवाब में कही. उन्होंने इशारों-इशारों में कमलनाथ को लेकर कहा कि जो दल बदलू है कहीं ना कहीं उनका कोई भला नहीं होता और वह ना इधर के रहते ना उधर के रहते हैं.

लोकसभा चुनाव लड़ सकते हैं दिग्विजय सिंह

शिवपुरी/गुना। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, राहुल गांधी की न्याय यात्रा और लोकसभा चुनाव की तैयारियों का जायजा लेने गुना और शिवपुरी के दौरे पर पहुंचे. उन्होंने गुना जिले की बमोरी, राघोगढ़ और चाचौड़ा में कार्यकर्ताओं से हारी हुई सीटों पर जनसंवाद किया. पत्रकारों ने जब उनसे पूछा कि क्या वह गुना-शिवपुरी से लोकसभा चुनाव लड़ेंगे. इस पर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा कि ''पार्टी जहां से कहेगी वहां से चुनाव लड़ने को तैयार हूं. माना जा रहा है कि दिग्विजय सिंह को कांग्रेस पार्टी गुना-शिवपुरी से अपना लोकसभा प्रत्याशी बना सकती है. वहीं भाजपा से ज्योतिरादित्य सिंधिया उम्मीदवार हो सकते हैं.

भाजपा का मकसद मस्जिद गिराना था

पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने भाजपा पर बड़ा हमला बोलते हुए कहा कि ''भाजपा हिंदू और मुसलमानों को लड़ाने का काम करने वाली पार्टी है. भाजपा का राम मंदिर बनाना मकसद नहीं था, अयोध्या में मस्जिद को गिरना था.'' दरअसल आने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस पार्टी की तैयारी के संबंध में कार्यकर्ताओं को संबोधित करने दिग्विजय सिंह शिवपुरी पहुंचे थे. कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए दिग्विजय सिंह ने भाजपा और मोदी पर सीधा हमला बोला. उन्होंने कहा कि ''कहीं आपने सुना है कि अधूरे मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा की जाती है क्या?'' उन्होंने कहा कि ''भाजपा लोकसभा चुनाव से पहले राम का सहारा लेने की कोशिश कर रही है. इसीलिए उसने अधूरे राम मंदिर में भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा करवा दी.''

चंपत राय धंधे वाले संत

दिग्विजय सिंह ने कहा कि 1979 जब देश के प्रधानमंत्री राजीव गांधी थे तो उन्होंने विवादित भूमि पर पूजन नहीं किया था. लेकिन भाजपा के ऐसे प्रधानमंत्री हैं जिन्होंने अधूरे मंदिर में ही राम की प्राण प्रतिष्ठा को अंजाम देकर वाहवाही लूटने का प्रयास किया है.'' पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा कि ''निर्मोही अखाड़े की जो जगह निर्धारित थी उनको भी दूसरी जगह दे दी. वहीं जो जगह राम मंदिर के लिए चिन्हत थी वहां भी मंदिर नहीं बनाया. पूर्व मुख्यमंत्री यही नहीं रुके बल्कि उन्होंने विश्व हिंदू परिषद के नेता चंपत राय के संबंध में कहा कि ''कौन है यह चंपत राय, यह कहां से आ गए, यह संत नहीं है बल्कि धंधे वाले संत हैं.''

हिम्मत है तो बैलेट पेपर से करके देखें चुनाव

पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा कि ''अगर नरेंद्र मोदी में इतनी हिम्मत है तो वह ईवीएम मशीन से चुनाव न करते हुए आने वाले लोकसभा चुनाव में बैलेट पेपर से चुनाव करवा कर देख लें. फिर पता चल जाएगा की 400 सीट आती है या नहीं. बैलेट पेपर से चुनाव होने पर कांग्रेस को कोई हारा नहीं सकता.'' दिग्विजय सिंह ने एक तरह से फिर ईवीएम पर निशाना साधा है. उन्होंने भोपाल में भी ईवीएम मशीन को लेकर एक डेमो दिया था.

अयोध्या नहीं पहुंचे तो क्या हम राम भक्त नहीं

दिग्विजय सिंह ने अपने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि ''अगर आपके दिल में भगवान के प्रति श्रद्धा है तो कहीं पर भी मौजूद रहकर भगवान के समक्ष जाने से उसकी पूर्ति होती है. अयोध्या जाने वाले और न जाने वाले सभी राम भक्त हैं. अगर कोई कांग्रेसी अयोध्या मंदिर में राम के दर्शन करने नहीं पहुंचा तो क्या वह भगवान राम में अपनी आस्था नहीं रखता है. यह बीजेपी का बनाया हुआ राजनीतिक आडंबर है जिसे भाजपा आने वाले लोकसभा चुनाव में इस्तेमाल कर हिंदू और मुसलमान को लड़ाने का काम करने के साथ-साथ कांग्रेसियों पर भी झूठे लांछन लगा रही है कि वह राम भक्त नहीं है.''

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दिग्विजय का कमलनाथ पर भी तंज

हाल ही में कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल होने की अटकलें को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने अपने ही पार्टी के कद्दावर नेता और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ पर भी तंज करने में कोताही नहीं बरती. उन्होंने कहा कि ''एक गिलहरी थी जो इधर-उधर जाना चाहती थी, लेकिन वह कहीं नहीं जा सकी और गाड़ी के नीचे आकर मर गई.'' बताना जरूरी है कि यह बात उन्होंने पत्रकारों के द्वारा कमलनाथ को लेकर पूछे गए एक सवाल के जवाब में कही. उन्होंने इशारों-इशारों में कमलनाथ को लेकर कहा कि जो दल बदलू है कहीं ना कहीं उनका कोई भला नहीं होता और वह ना इधर के रहते ना उधर के रहते हैं.

Last Updated : Feb 21, 2024, 9:30 AM IST
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