बाड़मेर : सावन की तीसरी सोमवार पर बाड़मेर में पहली बार कांवड़ यात्रा का आयोजन किया गया. शहर के आजाद चौक स्थित चारभुजा मंदिर से सुबह कावड़ यात्रा रवाना हुई, जो विभिन्न मार्गों से होते हुए दोपहर को करीब 1 बजे के आसपास रातानाड़ा स्थित शिव शक्ति धाम पहुंचकर समाप्त हुई. वहीं, कांवड़ियों ने भगवान शिव की प्रतिमा पर जलाभिषेक किया. यात्रा के दौरान शहर भर में बम-बम भोले के जयकारे लगे. इस कांवड़ यात्रा को देखने और स्वागत करने के लिए जगह-जगह लोग आतुर नजर आए. विभिन्न स्थानों पर शहरवासियों ने पुष्प वर्षा कर कांवड़ यात्रियों का स्वागत किया.
कांवड़ यात्रा के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुलिस की ओर से माकूल व्यवस्थाएं की गई थी. यात्रा के दौरान बाड़मेर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जस्साराम बॉस, सीओ रमेश शर्मा, कोतवाली थानाधिकारी लेखराज सियाग पुलिस बल के साथ मौजूद रहे. कांवड़ यात्रा के संयोजक किशोर भार्गव ने बताया कि कांवड़ यात्रा चारभुजा मंदिर आजाद चौक से शुरू हुई, जो कि विभिन्न मार्गों से होते हुए शिव शक्ति धाम रातानाड़ा पहुंचकर भगवान शिव का जलभिषेक किया.
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उन्होंने बताया कि बाड़मेर में पहली बार कांवड़ यात्रा का आयोजन किया गया, जिसमें करीब 300 कांवड़ियों ने भाग लिया. मालाणी महादेव कांवड़ यात्रा के बैनर तले इसका आयोजन किया गया. यात्रा के कोषाध्यक्ष दिलीप तिवारी ने बताया कि आज ही के दिन अयोध्या में राम मंदिर की नींव रखी गई थी और बाड़मेर में पहली बार कांवड़ यात्रा का आयोजन हुआ है. उन्होंने कहा कि यात्रा के रास्ते में आने वाली तमाम मंदिरों में जलाभिषेक किए गए.