शिमला: हिमाचल प्रदेश में फर्जीवाड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है. आए दिन प्रदेश के अलग-अलग हिस्से से फर्जीवाड़े के मामले सामने आ रहे हैं. अब शातिर फर्जी तरीके से नौकरी भी हासिल करने लगे हैं. पहले भी ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं, जिसमें शातिरों ने फर्जी तरीके से नौकरी हासिल की थी. ताजा मामला शिमला के सचिवालय से सामने आया है. सचिवालय में जाली सर्टिफिकेट देकर शातिरों द्वारा नौकरी हासिल करने की कोशिश की गई. मामले में डिप्टी सेक्रेटरी ने छोटा शिमला थाना में एफआईआर दर्ज करवाई है.
चपरासी और क्लर्क पद पर फर्जीवाड़ा
एसपी शिमला संजीव गांधी ने बताया कि सचिवालय के उप सचिव मनजीत बंसल ने छोटा शिमला थाना में एफआईआर दर्ज करवाई है. शिकायतकर्ता द्वारा बताया गया कि पारस ने चपरासी पद व अजय ने क्लर्क पद पर नौकरी हासिल करने के लिए जाली हस्ताक्षर करके नियुक्ति पत्र (अपॉइंटमेंट लेटर) पेश किए. पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
इस तरह चला फर्जीवाड़े का पता
शिमला पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार सचिवालय में जब चपरासी और क्लर्क के पदों पर हुई भर्ती की जांच की जा रही थी और उनका रिकार्ड तैयार किया जा रहा था, तो इस धांधली का पता चला. 2 युवक जिसमें एक चपरासी, जबकि दूसरा क्लर्क के पद पर तैनात था. उनके सचिवालय में जो सर्टिफिकेट जमा करवाए गए थे वे फर्जी पाए गए. विभाग के कर्मचारियों ने इसकी जानकारी उप सचिव मंजीत बंसल को दी. जिसके बाद उप सचिव मंजीत बंसल ने मामले में छोटा शिमला थाने में एफआइआर दर्ज करवाई.
"सचिवालय में 2 व्यक्तियों द्वारा फर्जी सर्टिफिकेट देकर नौकरी हासिल करने का मामला सामने आया है. पुलिस द्वारा जांच और पूछताछ की जा रही है. अन्य रिकॉर्ड भी खंगाले जा रहे हैं." - संजीव गांधी, एसपी शिमला
गौरतलब है कि इससे पहले डाक विभाग में भी फर्जी तरीके से नौकरी हासिल करने का मामला सामने आया था. पुलिस जांच में भी वह दोषी पाए गए थे. जिसके बाद अब सचिवालय में फर्जी तरीके से नौकरी हासिल करने का मामला सामने आया है.
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