पटना: देश में चर्चित बिहार की लोक गायिका शारदा सिन्हा का बीते मंगलवार को निधन हो गया. 72 साल की उम्र में दिल्ली के एम्स में उन्होंने अंतिम सांस ली. बेटे अंशुमन सिन्हा ने मां की मौत की पुष्टि की थी. सिंगर का अंतिम संस्कार पटना में होगा. आज सुबह 9.40 बजे की इंडिगो फ्लाइट से सिंगर के पार्थिव शरीर को दिल्ली से पटना लाया जाएगा. 11 बजे पटना पहुंचेगा.
कब होगा शारदा का अंतिम संस्कार?: बता दें कि लोक गायिका शारदा सिन्हा के चाहने वाले बहुत लोग हैं. शारदा सिन्हा का पार्थिव शरीर अंतिम दर्शन के लिए बुधवार को 12 बजे के बाद पटना में रखा जाएगा. ऐसे में आज यानी बुधवार को अंतिम संस्कार नहीं होगा. 7 नवंबर की सुबह शारदा सिन्हा का अंतिम संस्कार हो सकता है.
कल हो सकता है गुलबी घाट पर अंतिम संस्कार: बेटे अंशुमान सिन्हा ने कहा कि करीब डेढ़ महीने पहले पिता के निधन के बाद पटना के गुलबी घाट पर उनका अंतिम संस्कार हुआ था. उसी जगह पर अब मां का अंतिम संस्कार किया जाए तो दोनों को आत्मा की शांति मिलेगी. इसलिए पटना ही विचार किया गया है. गुलबी घाट का ही प्रयास रहेगा.
डेढ माह पहले पति की हुई थी मौत: 1 अक्टूबर 1952 को जन्मीं शारदा सिन्हा के पति का नाम बृजकिशोर सिन्हा था. वह शिक्षा विभाग में क्षेत्रीय डिप्टी डायरेक्टर पद से रिटायर हुए थे. इसी साल उनके पति का निधन हो गया था और तभी से वह भी सदमे में हैं. दोनों के दो बच्चे हैं एक बेटा और एक बेटी.
शारदा सिन्हा गायिका के साथ प्रोफेसर भी रहीं: शारदा सिन्हा का जन्म बिहार के सुपौल के हुलास में हुआ. उनका ससुराल बेगूसराय में है. शारदा सिन्हा गायिका के साथ-साथ प्रोफेसर भी रही हैं. उन्होंने बीएड की पढ़ाई की और फिर वह म्यूजिक में पीएचडी करके वह समस्तीपुर के कॉलेज में प्रोफेसर बन गईं. गायिका के तौर पर फेमस होने के बाद भी वह अपनी नौकरी भी करती रही और कॉलेज से रिटायर भी हुईं.
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