नई दिल्ली: शलभ गोयल (आईआरएसईई) ने राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (एनसीआरटीसी) के प्रबंध निदेशक (एमडी) का कार्यभार आज से ग्रहण कर लिया है. उन्होंने भारतीय रेलवे में विशिष्ट करियर के साथ विभिन्न प्रमुख पदों पर कार्य करने का समृद्ध अनुभव हासिल किया है. शलभ गोयल, भारतीय रेलवे इलेक्ट्रिकल इंजीनियर्स सेवा (आईआरएसईई) के 1989 बैच के अधिकारी हैं.
आईआईटी रुड़की से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में स्नातक के साथ साथ उन्होंने आईआईटी दिल्ली से Energy studies में स्नातकोत्तर की पढ़ाई पूरी की है. गोयल ने 2 जुलाई 2024 को एनसीआरटीसी में कार्यभार संभाला है. एनसीआरटीसी का कार्य राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में देश की पहली रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (आरआरटीएस) परियोजना को लागू करना है. इसका उद्देश्य बेहतर कनेक्टिविटी और पहुंच के माध्यम से संतुलित और टिकाऊ शहरी विकास सुनिश्चित करना है.
शलभ गोयल एक बहुत ही महत्वपूर्ण मोड़ पर एनसीआरटीसी में शामिल हुए हैं, जब संगठन पूरे 82 किलोमीटर लंबे दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर को निर्धारित समयसीमा के भीतर चालू करने के लिए तैयार है, जो एक बहुत ही जटिल और चुनौतीपूर्ण परियोजना है. तीन दशकों से अधिक के अपने शानदार करियर में, गोयल ने कई चुनौतीपूर्ण कार्यभार संभाले हैं.
जैसे रेल मंत्रालय के कार्यकारी निदेशक; मध्य रेलवे के मुंबई डिवीजन के डिवीजनल रेलवे मैनेजर (डीआरएम); मध्य रेलवे के मुख्य विद्युत लोकोमोटिव इंजीनियर; और एसडीजीएम/सीवीओ (पश्चिम रेलवे) आदि. डीआरएम के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने कोविड-19 महामारी के चरम के बीच ट्रेन संचालन के प्रबंधन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई तथा आवश्यक सेवाओं की निरंतरता और यात्रियों और कर्मचारियों की सुरक्षा सुनिश्चित की.
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एनसीआरटीसी भारत सरकार और दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान और उत्तर प्रदेश के एनसीटी राज्यों की एक संयुक्त उद्यम कंपनी है, जो भारत सरकार के आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय के प्रशासनिक नियंत्रण में है. 82 किलोमीटर लंबा दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर भारत का पहला आरआरटीएस कॉरिडोर है जिसका संचालन किया जा रहा है.
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