शहडोल। शहडोल जिला आदिवासी बाहुल्य जिला है, और यहां समय-समय पर कुछ ऐसी घटनाएं सामने आ ही जाती हैं, जो सभी को हैरानी में डाल देती हैं. एक ऐसा ही मामला शहडोल जिले के एक स्कूल से आया है, जो स्कूल इन दिनों चर्चाओं में भी है. बताया जा रहा है कि यहां स्कूल आते ही स्कूल प्रांगण में प्रार्थना के बाद ही छात्राएं एक दूसरे को देखकर अजीब-अजीब हरकतें करने लगती हैं. कोई झूमने लगता है, कोई बेहोश हो जाता है, कोई रोने लगता है. छात्राओं के अचानक इस तरह से अजीब-अजीब हरकतें करने पर शिक्षक से लेकर अभिभावक सभी परेशान हैं. कोई नहीं जानता कि आखिर यह हो क्या रहा है.
जानिए पूरी घटना
मामला शहडोल जिले के बुढार विकासखंड के शासकीय एकीकृत माध्यमिक विद्यालय छोटकी टोला का है. जहां स्कूल आते ही छात्राएं किसी समस्या के चलते अजीब-अजीब तरह की हरकतें करने लगती हैं. जिसने सभी को परेशानी और हैरानी में डाल दिया है. बताया जा रहा है की छात्राएं स्कूल आती हैं प्रार्थना होती है, और फिर उसके बाद एक दूसरे को देखकर ही कोई छात्रा झूमने लगती है, कोई बेहोश हो जाती है, कोई रोने लगती है, कोई शांत हो जाती है. कुछ समझ ही नहीं आता है कि आखिर इनको हुआ क्या है.
शिक्षक, अभिभावक सब परेशान
स्कूल के प्रधानाध्यापक प्रेमलाल का कहना है कि पहले ये घटनाएं कभी-कभी होती थीं, लेकिन अब सप्ताह में होने लग गई हैं, और लगातार बढ़ती ही जा रही हैं. जो स्कूल के लिए काफी चिंता का विषय हैं. इन घटनाओं के बाद स्कूल के शिक्षक बच्चों के अभिभावक सभी हैरान और परेशान हैं. कोई भी नहीं जानता कि आखिर ये हो क्या रहा है.''
झाड़ फूंक का ले रहे सहारा
जिस तरह से अजीब तरह की हरकतें छात्राएं कर रही हैं उन छात्राओं को ठीक करने के लिए ग्रामीण अब झाड़ फूंक का भी सहारा ले रहे हैं. वहां के लोगों का ऐसा कहना है कि झाड़ फूंक के बाद बच्चे अजीब हरकतें करना बंद कर देते हैं, लेकिन ये घटनाएं रुक नहीं रही हैं बल्कि बढ़ती ही जा रही हैं. स्कूल में छात्राओं का इस तरह हरकतें करने को लेकर ग्रामीण, छात्राओं के अभिभावक सभी डरे हुए हैं. कुछ लोग तो अब स्कूल में भूत प्रेत होने का अंदेशा भी जाहिर कर रहे. इस मामले को लेकर आदिवासी विकास विभाग के असिस्टेंट कमिश्नर आनंद राय सिन्हा का कहना है कि ''मामला अभी संज्ञान में आया है. बीईओ को बोलकर मामले को दिखवाता हूं, बच्चों को किसी डॉक्टर से दिखवाते हैं और पूरा चेकअप करवाएंगे.''