जयपुर : हाल ही में आयोजित तीन दिवसीय 'राइजिंग राजस्थान' कार्यक्रम में राजस्थान मूल के कलाकारों को मंच न दिए जाने पर राजस्थान फोरम ने गहरी नाराजगी व्यक्त की है. फोरम के अध्यक्ष, पद्म भूषण व ग्रैमी अवार्डी पंडित विश्व मोहन भट्ट ने मुख्यमंत्री महोदय को लिखे पत्र में इस उपेक्षा पर खेद जताया है. फोरम ने मांग की है कि भविष्य में होने वाले सरकारी आयोजनों में राजस्थान फोरम को भी शामिल किया जाए, ताकि राज्य की कला और संस्कृति को समुचित मंच मिल सके और ऐसे आयोजनों को और आकर्षक और प्रासंगिक बनाया जा सके.
यह उठाया है सवाल : राजस्थान फोरम का मानना है कि राइजिंग राजस्थान जैसे महत्वपूर्ण आयोजन में स्थानीय कलाकारों को मंच न देना आयोजन पर सवाल खड़े करता है. फोरम ने यह भी कहा कि इस समारोह में न तो प्रदेश के ध्रुपद संगीत, कथक नृत्य, लोक कला और न ही विश्व मोहन भट्ट की तरफ से ईजाद की गई मोहन वीणा का कोई प्रदर्शन रखा गया.
राजस्थान की कला और संस्कृति की उपेक्षा क्यों? @RisingRajJaipur जैसे बड़े आयोजन में प्रदेश के कलाकारों को मंच न देना दुर्भाग्यपूर्ण है। राजस्थान फोरम ने @BhajanlalBjp को पत्र लिखकर इस अनदेखी पर गहरी चिंता जताई। भविष्य में हमारे कलाकारों को मंच देना सुनिश्चित हो। #Vocal4Local pic.twitter.com/D9BajDXVG8
— Rajasthan Forum (@Rajasthan_Forum) December 14, 2024
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पंडित भट्ट ने पत्र में कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि इतने बड़े आयोजन के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रमों की योजना बनाते समय राजस्थान फोरम जैसे राज्य के प्रमुख सांस्कृतिक संगठन से कोई सलाह-मशविरा नहीं किया गया. राजस्थान फोरम ने अपील की है कि प्रदेश की लोक कला और कलाकारों का सम्मान किया जाए और उन्हें राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर अपने प्रदेश का प्रतिनिधित्व करने का अवसर दिया जाए. राजस्थान फोरम के संस्थापक, संदीप भुतोड़िया ने भी हाल ही में राइजिंग राजस्थाने के दौरान इस मुद्दे को उठाया था.
क्या है राजस्थान फोरम : राजस्थान फोरम, जिसमें 34 प्रतिष्ठित कलाकार सदस्य हैं. इनमें से 12 को पद्म पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है. पिछले एक दशक से प्रदेश की कला और संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए समर्पित है. राजस्थान फोरम में कई प्रतिष्ठित कलाकार जैसे देवेन्द्र झाझड़िया, अनवर खां मांगणिहार, गुलाबो सपेरा, राम किशोर छीपा, एस. शाकिर अली, तिलक गिताई, मुन्ना मास्टर, और सी.पी. देवल जैसे पद्म सम्मानित कलाकार शामिल हैं. इसके अलावा, प्रसिद्ध सांस्कृतिक हस्तियां जैसे इला अरुण, प्रेरणा श्रीमाली, अपूर्वी चंदेला, नंद भारद्वाज और अपरा कुच्छल भी इस संगठन का हिस्सा हैं.