जयपुर. राजस्थान में बढ़ते तापमान के बीच हीटवेव का अलर्ट जारी किया गया है, बीते कुछ समय से राजस्थान के विभिन्न जिलों में औसत तापमान 43 डिग्री से अधिक दर्ज किया गया है, इसी बीच चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव शुभ्रा सिंह ने तेज गर्मी एवं लू के लिए सभी जिला कलेक्टर्स को पत्र लिखकर आवश्यक प्रबंध करने के निर्देश दिए हैं. इसके साथ ही विभिन्न विभागों के साथ समन्वय स्थापित करते हुए लू एवं तापघात से संबंधित सभी व्यवस्थाओं की गहन मॉनिटरिंग करने के भी निर्देश दिए गए हैं.
शुभ्रा सिंह ने पत्र में कहा है कि अत्यधिक गर्मी को देखते हुए मानव जीवन को सुरक्षित रखना हमारा प्रमुख दायित्व है. हीट वेव रिलेटेड बीमारियों के संबंध में भारत सरकार ने अलर्ट जारी किया है. चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा आपातकालीन सेवाओं के संचालन के लिए विभिन्न बैठकों, प्रशिक्षण कार्यक्रमों, मॉक ड्रिल तथा वी.सी. के माध्यम से सभी आवश्यक तैयारियां सुनिश्चित की गई हैं. चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग अत्यधिक गर्मी एवं लू की स्थिति में आमजन को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाने के साथ ही व्यापक जन-जागरूकता गतिविधियां भी आयोजित कर रहा है
हीटवेव से ऐसे रहें सुरक्षित : सवाई मानसिंह अस्पताल के मेडिसिन विभाग के विभागाध्यक्ष डॉक्टर सुधीर मेहता का कहना है कि पिछले कुछ समय से हीट वेव के कारण एसएमएस अस्पताल में मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है, ऐसे में फिलहाल बच्चों और बुजुर्गों को गर्मी से बचाना काफी जरूरी है. उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ने पर ही घर से निकलें और दोपहर 11 बजे से लेकर 4 बजे तक घर से बाहर ना निकलें, इसके अलावा ढीले और सूती कपड़े पहनें. लगातार तरल पेय पदार्थों का सेवन करते रहें. यदि कोई व्यक्ति हीट वेव की चपेट में आ जाता है, तो उसमें कुछ लक्षण दिखाई देने लगते हैं जैसे चक्कर आना, कमजोरी आना, यहां तक कि मरीज के व्यवहार में भी बदलाव आ सकता है, यदि घर के किसी भी सदस्य में इस तरह के लक्षण दिखाई दें, तो तुरंत चिकित्सकिय परामर्श की आवश्यकता होती है.