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माघ मेले में ठंड का कहर, तंबुओं में रहने वाले 5 हजार से ज्यादा लोग हुए बीमार - प्रयागराज माघ मेला

प्रयागराज में इन दिनों कड़ाके की ठंड (Severe cold in Prayagraj) पड़ रही है.माघ मेला में ठंड के प्रकोप से 5 हजार से ज्यादा लोग बीमार हुए है. जिन्हें माघ मेला क्षेत्र में बनाये गए अस्पतालों में भर्ती किया गया है.

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Jan 20, 2024, 9:04 PM IST

त्रिवेणी अस्पताल के इंचार्ज डॉ. वरुण क्वात्रा ने दी जानकारी

प्रयागराज: संगम नगरी में चल रहे माघ मेले में ठंड का कहर जारी है. गंगा किनारे रेती में तंबुओं के शहर में रहने वाले लोग ठंड का शिकार होकर अस्पताल पहुंच रहे हैं. माघ मेला क्षेत्र में 20- 20 बेड के दो अस्पताल बनाये गए हैं. इसी के साथ 10 ऐसे मेडिकल सेंटर बनाये गए हैं, जहां पर लोगों को मामूली बीमारियों की दवा दी जाती है. 13 जनवरी से शुरू हुए मेला क्षेत्र में बने इस अस्पतालों और क्लीनिक में अब तक 5 हजार से ज्यादा लोग बीमार होकर पहुंच चुके हैं. जिसमें ज्यादातर लोग सर्दी, जुखाम, बुखार, खांसी से ही पीड़ित थे. जबकि 75 मरीज ऐसे हैं, जिन्हें मेला क्षेत्र में बनाये गए अस्पताल में भर्ती करके इलाज करने की जरूरत पड़ी. जबकि 2 मरीजों की हालत सीरियस होने पर उन्हें एसआरएन अस्पताल रेफर किया गया है. इसी के साथ मेला क्षेत्र में बने अस्पताल के डॉक्टरों ने मेला क्षेत्र में रहने वाले लोगों से ठंड को लेकर अतिरिक्त सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं.

बता दें कि मेले में कल्पवास की विधिवत शुरुआत 25 जनवरी से होगी. लेकिन, मकर संक्रांति के स्नान पर्व के बाद से ही मेला में हजारों साधु संत और श्रद्धालुओं की भीड़ रह रही है. इसी के चलते पूरे मेला क्षेत्र की सुरक्षा के लिए जहां 5 हजार से अधिक सुरक्षा बल तैनात किए जा चुके हैं, वहीं अन्य विभगों के भी हजारों कर्मचारी दिन रात मेला में रहकर ड्यूटी कर रहे हैं.

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20 बेड के दो अस्पताल और 10 फर्स्ट एड पोस्ट: प्रयागराज के सीएमओ डॉ आशु पांडेय ने बताया कि माघ मेला क्षेत्र में 20 -20 बेड के दो अस्पताल बनाये गए हैं. इसी के साथ पूरे मेला क्षेत्र 10 फर्स्ट एड पोस्ट बनाये गए हैं. मेला क्षेत्र में बनाये गए 20 बेड के ये दो अस्पताल सेकेंडरी लेवल के बनाये गए हैं.जिसमें दो बेड ऐसे हैं. जहां पर आईसीयू तक की सुविधा मिलेगी. वहीं, मेला में बनाये गए फर्स्ट एड पोस्ट पर डॉक्टर और फार्मासिस्ट की टीम तैनात रहती है, जो सर्दी जुखाम बुखार, खांसी जैसे बीमारियों की दवा दे रहे हैं. जबकि इससे ज्यादा तबियत खराब होने पर मरीजों को मेला क्षेत्र में बनाये गए त्रिवेणी और गंगा हॉस्पिटल में रेफर किया जा रहा है.जहां पर डॉक्टरो की अलग अलग टीम ओपीडी में बैठकर मरीजों को देखकर दवाएं भी दे रहे हैं. मेला क्षेत्र में बनाये गए गए इस अस्पताल में और फर्स्ट एड पोस्ट के जरिये 5 हजार से अधिक मरीजों का इलाज किया जा चुका है.जबकि 77 मरीजों को मेला में बनाये गए असप्तलों में भर्ती करके उनका इलाज किया जा चुका है.

मेले में होता है निःशुल्क इलाज: सीएमओ डॉक्टर आशु पांडेय ने यह भी बताया कि माघ मेला में बनाये गए फर्स्ट एड पोस्ट और दोनों अस्पताल में भी मरीजों का पूरी तरह से निशुल्क इलाज किया जाता है.मेला के अस्पताल और फर्स्ट एड पोस्ट पर आने वाले मरीजों को डॉक्टरी सलाह से लेकर दवाएं और सुईया निःशुल्क दी जाती है.इसी के साथ ही मेला के अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों का भी पूरी तरह से निःशुल्क इलाज किया जाता है. मेला क्षेत्र में तैनात त्रिवेणी अस्पताल के इंचार्ज डॉक्टर वरुण क्वात्रा ने मेला क्षेत्र में रहने वाले लोगों से अपील की है कि वो मेला में रहने के दौरान पूरी तरह से सावधानी बरतें और सर कान के साथ ही शरीर को पूरी तरह से गर्म कपड़ों से ढककर रखे. क्योंकि मेला में बरती गयी थोड़ी सी भी लापरवाही जानलेवा साबित हो सकती है.

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त्रिवेणी अस्पताल के इंचार्ज डॉ. वरुण क्वात्रा ने दी जानकारी

प्रयागराज: संगम नगरी में चल रहे माघ मेले में ठंड का कहर जारी है. गंगा किनारे रेती में तंबुओं के शहर में रहने वाले लोग ठंड का शिकार होकर अस्पताल पहुंच रहे हैं. माघ मेला क्षेत्र में 20- 20 बेड के दो अस्पताल बनाये गए हैं. इसी के साथ 10 ऐसे मेडिकल सेंटर बनाये गए हैं, जहां पर लोगों को मामूली बीमारियों की दवा दी जाती है. 13 जनवरी से शुरू हुए मेला क्षेत्र में बने इस अस्पतालों और क्लीनिक में अब तक 5 हजार से ज्यादा लोग बीमार होकर पहुंच चुके हैं. जिसमें ज्यादातर लोग सर्दी, जुखाम, बुखार, खांसी से ही पीड़ित थे. जबकि 75 मरीज ऐसे हैं, जिन्हें मेला क्षेत्र में बनाये गए अस्पताल में भर्ती करके इलाज करने की जरूरत पड़ी. जबकि 2 मरीजों की हालत सीरियस होने पर उन्हें एसआरएन अस्पताल रेफर किया गया है. इसी के साथ मेला क्षेत्र में बने अस्पताल के डॉक्टरों ने मेला क्षेत्र में रहने वाले लोगों से ठंड को लेकर अतिरिक्त सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं.

बता दें कि मेले में कल्पवास की विधिवत शुरुआत 25 जनवरी से होगी. लेकिन, मकर संक्रांति के स्नान पर्व के बाद से ही मेला में हजारों साधु संत और श्रद्धालुओं की भीड़ रह रही है. इसी के चलते पूरे मेला क्षेत्र की सुरक्षा के लिए जहां 5 हजार से अधिक सुरक्षा बल तैनात किए जा चुके हैं, वहीं अन्य विभगों के भी हजारों कर्मचारी दिन रात मेला में रहकर ड्यूटी कर रहे हैं.

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20 बेड के दो अस्पताल और 10 फर्स्ट एड पोस्ट: प्रयागराज के सीएमओ डॉ आशु पांडेय ने बताया कि माघ मेला क्षेत्र में 20 -20 बेड के दो अस्पताल बनाये गए हैं. इसी के साथ पूरे मेला क्षेत्र 10 फर्स्ट एड पोस्ट बनाये गए हैं. मेला क्षेत्र में बनाये गए 20 बेड के ये दो अस्पताल सेकेंडरी लेवल के बनाये गए हैं.जिसमें दो बेड ऐसे हैं. जहां पर आईसीयू तक की सुविधा मिलेगी. वहीं, मेला में बनाये गए फर्स्ट एड पोस्ट पर डॉक्टर और फार्मासिस्ट की टीम तैनात रहती है, जो सर्दी जुखाम बुखार, खांसी जैसे बीमारियों की दवा दे रहे हैं. जबकि इससे ज्यादा तबियत खराब होने पर मरीजों को मेला क्षेत्र में बनाये गए त्रिवेणी और गंगा हॉस्पिटल में रेफर किया जा रहा है.जहां पर डॉक्टरो की अलग अलग टीम ओपीडी में बैठकर मरीजों को देखकर दवाएं भी दे रहे हैं. मेला क्षेत्र में बनाये गए गए इस अस्पताल में और फर्स्ट एड पोस्ट के जरिये 5 हजार से अधिक मरीजों का इलाज किया जा चुका है.जबकि 77 मरीजों को मेला में बनाये गए असप्तलों में भर्ती करके उनका इलाज किया जा चुका है.

मेले में होता है निःशुल्क इलाज: सीएमओ डॉक्टर आशु पांडेय ने यह भी बताया कि माघ मेला में बनाये गए फर्स्ट एड पोस्ट और दोनों अस्पताल में भी मरीजों का पूरी तरह से निशुल्क इलाज किया जाता है.मेला के अस्पताल और फर्स्ट एड पोस्ट पर आने वाले मरीजों को डॉक्टरी सलाह से लेकर दवाएं और सुईया निःशुल्क दी जाती है.इसी के साथ ही मेला के अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों का भी पूरी तरह से निःशुल्क इलाज किया जाता है. मेला क्षेत्र में तैनात त्रिवेणी अस्पताल के इंचार्ज डॉक्टर वरुण क्वात्रा ने मेला क्षेत्र में रहने वाले लोगों से अपील की है कि वो मेला में रहने के दौरान पूरी तरह से सावधानी बरतें और सर कान के साथ ही शरीर को पूरी तरह से गर्म कपड़ों से ढककर रखे. क्योंकि मेला में बरती गयी थोड़ी सी भी लापरवाही जानलेवा साबित हो सकती है.

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