रायपुर : सीएम विष्णुदेव साय के जनदर्शन कार्यक्रम के पहले ही दिन शिकायतों का अंबार लग गया. जनदर्शन कार्यक्रम के दौरान आईपीएस के पिता के ऊपर गंभीर आरोप लगे हैं. बुजुर्ग का नाम रमेश कुमार दुबे है.जो दुर्ग जिले से फरियाद लेकर जनदर्शन कार्यक्रम में पहुंचा था. रमेश कुमार दुबे दुर्ग नगर निगम के वार्ड क्रमांक 37 के निवासी हैं.रमेश के मुताबिक आईपीएस अंकिता शर्मा के पिता उनकी करोड़ों की जमीन कब्जा करने की कोशिश कर रहे हैं.
गलत तरीके से जमीन का कराया रजिस्ट्रेशन : रमेश कुमार दुबे ने बताया कि आईपीएस अंकिता शर्मा के पिता मेरी जमीन पर कब्जा करना चाहते हैं. उन्होंने 36 हजार फीट जमीन खरीदने का इकरार किया, लेकिन 1 लाख फिट की रजिस्ट्री गलत तरीके से बिना मेरी जानकारी के करवा ली.अब मुझे ओर मेरे परिवार को मारपीट कर वहां से निकालना चाहते हैं.मेरी संपत्ति पर कब्जा करना चाहते हैं.
''अंकिता शर्मा के बाप के लोगों ने मेरे गोदाम को तोड़ दिया. वहां लगे 15-20 पेड़ों को काट दिया. इसके खिलाफ शिकायत करने पुलिस थाना भी गया. लेकिन वहां कोई सुनवाई नहीं हुई. दुर्ग सिटी कोतवाली हमारी रिपोर्ट दर्ज नहीं कर रहा है. मैंने एसपी को भी इस बात की शिकायत की है और वह शिकायत भी वापस टीआई के पास चली गई. जिस पर आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है. 5-6 आवेदन दे चुका हूं, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है.''- रमेश कुमार दुबे, पीड़ित
अंकिता शर्मा के पिता फोन पर आ जाती है पुलिस : पीड़ित के मुताबिक अंकिता शर्मा के पिता जब आते हैं तो एक फोन करते हैं. तत्काल 10 पुलिस वाले पहुंच जाते हैं. लेकिन हमारी कोई सुनवाई नहीं हो रही है. मैं थक हार चुका हूं.लगभग ढाई एकड़ के आसपास मेरी जमीन है जिस पर वे कब्जा करना चाहते हैं. यह जमीन मेरे पिता स्वर्गीय बाबूलाल शर्मा के नाम पर है. आईपीएस अंकित शर्मा के पिता खुद आते हैं और गुंडों को भी भेजते हैं. इस दौरान रमेश कुमार ने कुछ लोगों के नाम भी बताएं, जो लगातार उन्हें धमकाने पहुंच रहे थे.
सीएम से मिला आश्वासन : रमेश कुमार ने बताया कि उन्होंने मुख्यमंत्री से मुलाकात की और अपनी समस्या के बारे में बताया. जिसके बाद सीएम से उचित कार्रवाई का आश्वासन मिला है.इस दौरान रमेश की आंखों से आंसू भी बहने लगे.रमेश दुबे को उम्मीद है कि सीएम के दरबार से उन्हें न्याय जरूर मिलेगा.इस शिकायत के बाद रमेश दुबे की उम्मीद जागी है कि है जल्द ही उनकी जमीन पर कब्जा करने की कोशिशें बंद होंगी.